उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के तहत मथुरा की मीडिया सर्टिफिकेशन एंड मॉनीटरिंग कमेटी (एमसीएमसी) ने एक प्रमुख दैनिक में छपे समाचार के मामले में संपादक व दो अनुष्ठान संयोजकों को नोटिस जारी कर जवाब मांगा है. एमसीएमसी प्रभारी एवं अपर जिलाधिकारी (वित्त एवं राजस्व) रविंद्र कुमार ने बताया कि दिल्ली से प्रकाशित एक अंग्रेजी दैनिक के 30 जनवरी के अंक में एक खबर छापी गई है जिसमें संवाददाता ने दो मंदिरों के संचालकों के हवाले से बताया है कि कई प्रत्याशी विजय प्राप्त करने के लिए मथुरा-वृन्दावन के मंदिरों में कई प्रकार के अनुष्ठान कराते हैं तथा इसके लिए 25 हजार से लेकर 60 लाख रुपए तक खर्च करते हैं.
उन्होंने बताया कि समाचार में यह भी बताया गया है कि राधा मुकुंद कंसल्टेंसी के संयोजक अवधेश कुमार बादल 4 प्रत्याशियों के लिए अनुष्ठान कर रहे हैं तो श्रीराधाकांत मंदिर के संयोजक पं. मृदुल कांत शास्त्री ने ऐसे एक दर्जन प्रत्याशियों से अपराजित स्त्रोत अनुष्ठान कराने की बुकिंग की है जिनके लिए वे यह अनुष्ठान एक से 11 फरवरी के मध्य करेंगे. कुमार ने बताया कि इस प्रकार के अनुष्ठान कराने वालों के नाम छिपाते हुए बताया गया है, इनमें छह प्रत्याशी भाजपा, 3 बसपा तथा एक-एक सपा व कांग्रेस के हैं.
कमेटी ने समाचार पत्र के संपादक तथा अनुष्ठान कराने वालों अवधेश कुमार बादल तथा पं. मृदुल कांत शास्त्री को नोटिस जारी कर उन सभी प्रत्याशियों के नाम व उनके द्वारा खर्च की जा रही धनराशि की जानकारी मांगी है जिससे उनके विरुद्घ कार्यवाही कर खर्च की गई राशि चुनाव व्यय में शामिल की जा सके. नोटिस में मंदिरों के उन अधिकारियों के नाम भी मांगे गये हैं जिनके हवाले से यह कहा गया है कि चुनावी उम्मीदवारों ने मथुरा-वृन्दावन के मंदिरों तथा पीठों में अनुष्ठानों के लिए थैलियां खोल दी हैं.