आज पीपल’स फोरम की ओर से आईपीएस अफसर अमिताभ ठाकुर तथा सामाजिक कार्यकर्ता नूतन ठाकुर द्वारा मोहनलालगंज में बलात्कार की घटना का मौके पर जा कर अध्ययन किया गया. इसमें अन्य बातों के अलावा यह पाया गया कि गाँव के चौकीदार द्वारा पुलिस को घटना की सूचना बहुत देरी से दी गयी, पुलिस को सूचना मिलने से पहले यह सूचना पत्रकारों को मिली और गाँव में लोगों ने पुलिस को इस घटना में कोई अधिक मदद नहीं किया.
इससे ऐसा जान पड़ा कि चौकीदारी व्यवस्था पर पर्याप्त ध्यान नहीं दिया जा रहा है और लोगों का पुलिस से अधिक भरोसा मीडिया पर है. अतः पुलिस को जनता का अपेक्षित विश्वास जीतने और उनके बीच अपनी पैठ बढाने की विशेष जरुरत महसूस हुई. पीपल’स फोरम द्वारा मोहनलालगंज की घटना के अलावा बदायूं दोहरी हत्या तथा गोमतीनगर, लखनऊ में लगभग एक साल पहले चार साल की बच्ची की दुष्कर्म के बाद हत्या का अध्ययन किया जा रहा है. आज इसमें सामाजिक कार्यकर्ता अनुपम पाण्डेय, अमित पाण्डेय, हाफिज किदवई, विवेक शुक्ला, आनंद विक्रम, धर्मेन्द्र मिश्रा आदि भी मौके पर गए थे.