हम लोगों के देश के जो बड़े अखबार हैं और जो बड़े टीवी चैनल हैं, उसके मालिकों व संपादकों को विजय माल्या ने जमकर पैसे खिलाए हैं. पैसे खिलाने के अलावा कई तरह से उपकृत किया है और यह सब लिखत पढ़त में किया है. सोशल मीडिया के दबाव में जब चैनलों व अखबारों में विजय माल्या के खिलाफ देश से भाग जाने की खबरें चलनी शुरू हुई तो तिलमिलाए विजय माल्या ने कारपोरेट व करप्ट मीडिया की औकात बता दी. उन्होंने ट्वीट करके जो कहा उसका मतलब यही है कि संपादक लोग औकात में रहो, ज्यादा निगेटिव लिखा व निगेटिव दिखाया तो पूरी पोल पट्टी खोल देंगे जो आन पेपर है. इस ट्वीट के बाद बिकाऊ मीडिया के संपादकों को सांप सूंघ गया है. लोग अब माल्या से मांग करने लगे हैं कि उनमें अगर दम हो तो मीडिया के दलाल संपादकों के नाम सार्वजनिक कर देने चाहिए.
बैंकों से 9000 करोड़ का लोन लेकर अचानक देश छोड़कर भाग जाने वाले विजय माल्या ने ट्विटर पर अपनी नाराजगी जाहिर करते हुए कई बड़े संपादकों को धमकाया है कि उनके खिलाफ अगर एक शब्द भी लिखा तो वह उनकी पोल पट्टी सार्वजानिक कर देंगे. उन्होंने कहा कि वह भगोड़े नहीं है. उन्होंने कहा कि वह एक अंतरराष्ट्रीय कारोबारी हैं और अक्सर विदेश यात्राएं करते रहते हैं.
माल्या ने ट्वीट करके कहा, ‘मैं भागा नहीं हूं, न मैं भगोड़ा हूं. मैं अंतरराष्ट्रीय कारोबारी हूं. विदेश आता-जाता रहता हूं.’ उन्होंने कहा कि मीडिया में उन्हें जबरन बदनाम किया जा रहा है. इसके साथ ही ट्वीट कर उन्होंने यह भी कहा, ‘मेरे खिलाफ अगर अब किसी ने कुछ लिखने का साहस किया तो वह उन संपादकों को बेनकाब कर देंगे जो कल तक उनके पिछलग्गू बनकर लाभ लेते रहे हैं. उन्होंने कहा है कि सबके कारनामों कि कुंडली उनके पास है.” इसके आलावा विजय माल्या ने ट्वीट करके यह भी कहा, ‘मैं एक सांसद हूं और मुझे कानून पर भरोसा है. हमारी कानून व्यवस्था मजबूत है और मैं उसका सम्मान करता हूं.’ मालूम हो कि विजय माल्या के पास स्टेट बैंक ऑफ इंडिया समेत 17 बैंकों का करीब 9,000 करोड़ रुपये बकाया है. किंगफिशर एयरलाइंस के घाटे में जाने के बाद वो लोन की ये रकम चुकाने में नाकामयाब रहे. मामला लाइमलाइट में आने के बाद बैंकों ने सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया. हालांकि बाद में जानकारी मिली कि माल्या 2 मार्च को ही देश से जा चुके हैं.
मीडिया पर भड़के विजय माल्या
विवादों में घिरे उद्योगपति विजय माल्या ने मीडिया के सिर पर आरोप मढ़ने की कोशिश करते हुए कहा कि एक बार मीडिया किसी के पीछे पड़ जाता है तो वह एक ऐसी प्रचंड आग पैदा कर देता है, जिसमें सत्य और तथ्य जलकर खाक हो जाते हैं। उन्होंने ट्वीट कर कहा कि मीडिया के मालिक उस मदद, अहसानों और सुविधाओं को ना भूलें, जो मैंने उन्हें कई साल तक उपलब्ध करवाए हैं। इनके दस्तावेज हैं। अब टीआरपी हासिल करने के लिए झूठ बोल रहे हैं?’ माल्या ने ट्वीट करके कहा, ‘मैं अंतरराष्ट्रीय उद्योगपति हूं। मैं भारत और वहां से बाहर अक्सर जाता रहता हूं। मैं भारत से भागा नहीं हूं और न ही मैं कोई भगोड़ा हूं। सब बकवास है।’
माल्या ने आगे कहा, ‘भारतीय सांसद होने के नाते मैं देश के कानून का पूरा सम्मान करता हूं और उसका पालन करूंगा। हमारी न्यायिक प्रणाली सुदृढ़ और सम्मानित है। लेकिन मीडिया की ओर से कोई ट्रायल नहीं होना चाहिए।’ माल्या ने उन खबरों पर भी सवाल उठाया, जिनमें कहा गया कि उन्हें अपनी संपत्ति की घोषणा करनी चाहिए। माल्या ने कहा, ‘क्या इसका यह अर्थ है कि बैंकों को मेरी संपत्ति की जानकारी नहीं थी या उन्होंने मेरी संसदीय घोषणाएं नहीं देखी थीं?’ अपने उद्योग समूह के नौ हजार करोड़ रुपए के ऋण चुकाने में कथित तौर पर विफल रहने पर कानूनी कार्रवाई का सामना कर रहे शराब उद्योग के इस 60 वर्षीय दिग्गज ने दो मार्च को देश छोड़ दिया था। जबकि बैंकों ने माल्या को विदेश जाने से रोकने के आदेश जारी करने के लिए अदालतों का दरवाजा खटखटाया था।
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