मनीष श्रीवास्तव की दैनिक जागरण में वापसी हो गई है। करीब 8 महीने बाद मनीष को नौकरी मिलने से उनके चेहरे पर खुशी है।
दैनिक जागरण कानपुर यूनिट में कार्यरत रहे सीनियर सब एडिटर ने प्रादेशिक प्रभारी यशान्स त्रिपाठी पर मारपीट करने का आरोप लगाया था। इस हमले में मनीष की उंगली टूट गई थी।
संस्थान की ओर से मामले की जांच हुई। कुलदीप गुप्ता व मोरिष चश्मदीद गवाह थे। उन्होंने सच्ची गवाही दी। इसके बाद भी मनीष दोषी ठहराए गए, लेकिन मालिक संदीप गुप्ता के आदेश पर मनीष को फिर अपना पक्ष रखने का मौका दिया गया।
शुक्रवार 4 मार्च को मालिक संदीप गुप्ता और संजय गुप्ता के आदेश पर मनीष को ज्वाइन करा लिया गया।