श्याम मीरा सिंह-
कल स्किल के जो 4 ऑप्शन बताए वो मैंने अपने जैसे किसान परिवारों से आने वाले सामान्य बच्चों के लिए बताए। जिन्हें ठेठ पत्रकारिता करनी है वे भी अगर इन्हें सीखेंगे तो मदद मिलेगी। पर आप सब मेरे परिवार जैसे हैं। इसलिए बताना चाहता हूँ कि स्किल की ही पूछ है। टीवी चैनलों में कोई आपको नहीं पूछेगा। न्यूज़ लिखना सिंपल सा काम है। जिस दिन आपसे बेहतर कोई आएगा आपके लिए मुश्किलें होंगी। रिपोर्टिंग एक अलग काम है। इसके बारे में मेरी जानकारी शून्य है। उस पर कोई टिप्पणी नहीं करूँगा। रिपोर्टिंग पर थोड़ी सी जानकारी मेरी जो है वो ये कि जगह ही नहीं बचीं। टीवी में रिपोर्टिंग के जो हाल हैं वे आप जानते हैं। चुनिंदा लोगों को ये मौक़ा मिल पाता है। बहुत भारी कन्पटीशन है।
इसलिए कह रहा हूँ एक स्किल सीखें। एडिटिंग, एनीमेशन्स, थंबनेल या कोई अन्य। कल जो बताना भूल गया वो स्किल था- म्यूज़िक का। म्यूज़िक आने वाले भविष्य में और अधिक विस्तार पकड़ेगा। जैसे जैसे Instagram, YouTube और ट्विटर जैसे प्लेटफार्म बढ़ रहे हैं। कंटेंट बढ़ रहा है और म्यूज़िक/साउंड इंजीनियरिंग उसी तेज़ी से बढ़ रही है। साउंड इंजीनियरिंग नई चीज है अपने क्षेत्र में। इसलिए वे बच्चे जो 12 वीं, या ग्रेजुएशन में हैं। वे साउंड इंजीनियरिंग में भी भविष्य बना सकते हैं।
वीडियो एडिटिंग, एनिमेशन, थंबनेल और स्क्रिप्ट राइटिंग को लेकर एक पोस्ट लिखा है। जिसे आप मेरी टाईमलाइन पर जाकर पढ़ सकते हैं। मेरी बात से आप नाराज़गी या असहमति रख सकते हैं। मैं उसमें विरोध ही नहीं कर रहा। आपसे सहमति ही जता रहा हूँ। ये पोस्ट हमारे जैसे उन बच्चों के लिए है जिनके लिए नौकरी महत्वपूर्ण है। घर-परिवार जिन्हें चलाने हैं।
मूल पोस्ट-