कल शुक्रवार दूसरे चरण की वोटिंग है. 13 राज्यों की 88 लोकसभा सीटों के प्रत्याशियों की किस्मत ईवीएम में बंद हो जाएगी.
बहरहाल, इन दिनों जनता पसोपेश में फंसी है. टीवी पर दिन रात झूठ की नदियां बह रही हैं. अखबार वाले हेडिंग मैनेजमेंट कर खबर छुटा देते हैं.
डिजिटल जमाने में यूट्यूबर भी इधर-उधर लोट गए. कोई इस दल का है तो कोई उस दल का. जनता का क्या, ठेंगा!
हालांकि, इस बीच सुखद ये है कि सभी एक जैसे नहीं हैं. इसी कड़ी में दो वरिष्ठ पत्रकारों ने पहले चुनावी चरण के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के डर को लेकर शानदार विश्लेषण किया है.
विष्लेषण में आर्टिकल19 इंडिया के नवीन कुमार और द ग्राउण्ड रिपोर्ट के संपादक समीरात्मज मिश्रा ने चुनाव के बीच उन तमाम मुद्दों को उठाया है, जिनके जरिए जनता को रोजी-रोटी और रोजगार के सवालों से दूर रखा जाता है. कैसे एक झूठ के जरिए बहस का एंगल ही बदल दिया जाता है. दोनों पत्रकारों ने बिंदी, चूड़ी, मंगलसूत्र, झूठ-झपेट सबकुछ बखूबी कहा, समझाया बताया है. देखिए..
दूसरा वीडियो 4पीएम चैनल का है. चैनल के संपादक संजय शर्मा ने वीडियो का थंबनेल, “आरक्षण पर भरे मंच से झूठ क्यों बोल रहे मोदी”… इसके पीछे की सच्चाई बताई है.
वीडियो में पिछड़ो और दलितों को लेकर भाजपा का प्लान क्या है? साथ ही आरक्षण पर भाजपा क्या खेल खेलना चाहती है, के पीछे की असली मोदी चाल को संजय शर्मा ने विस्तार से रखा बताया गया है.
आप तीन पत्रकारों के ये दोनों वीडियो देखिए. उम्मीद है इन्हें सुनकर आप मायाजाल में नहीं भटकेंगे.