लखनऊ। उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के मोहनलालगंज क्षेत्र में महिला की निर्मम हत्या मामले में पोस्टमार्टम करने वाले डाक्टरों और जांच करने वाले पुलिस अधिकारियों को जेल भेजने और सहारनपुर दंगों के दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग बहुजन समाज पार्टी ने मांग की है। बसपा महासचिव और विधानसभा में नेता विरोधी दल स्वामी प्रसाद मौर्य ने रविवार को पत्रकारों से कहा कि मोहनलालगंज के बलसिंहखेडा गांव के प्राइमरी स्कूल परिसर में महिला की हुई जघन्य हत्या की जांच से जुडे पुलिस अधिकारियों और पोस्टमार्टम करने वाले डाक्टरों ने पूरे मामले पर पर्दा डालने की कोशिश की है।
श्री मौर्य ने कहा कि इन सभी पुलिस अधिकारियों एवं डाक्टरों को बलात्कार एवं हत्या का सहअभियुक्त बनाकर जेल भेजा जाना चाहिए। उन्होंने आरोप लगाया कि पुलिस के बड़े अधिकारी लीपापोती करके जांच को भटका रहे हैं। उन्होंने पूरे मामले की जांच केन्द्रीय जांच ब्यूरो सिपुर्द करने की मांग की। उन्होंने कहा कि सहारनपुर दंगे में मारे गये लोगों के परिजनों को 20-20 लाख रुपये और घायलों को एक-एक लाख रुपये राहत राशि दी जानी चाहिए। श्री मौर्य ने कहा कि सहारनपुर की अमनचैन में खलल डालने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होनी चाहिए।
उनका कहना था कि मुरादाबाद और राज्य के अन्य हिस्सों में साम्प्रदायिकता फैलाने वालों के प्रति सख्ती बरती जानी चाहिए। बसपा महासचिव ने कहा कि सपा सरकार ने अपना रसूख खो दिया है। अपराधी मस्त हैं, जनता त्रस्त है। कहीं कहीं तो पुलिस भी खौफजदा है। पुलिस चप्पलों से पीटी जा रही है। पुलिस की हत्या की जा रही है। उन्होंने कहा कि सरकार के ढुलमुल रवैये के कारण ही सांप्रदायिक ताकतें सिर उठा रही हैं। समाज में वैमनस्य फैलाने की लगातार कोशिशें हो रही हैं।