हरदोई। सड़क हादसे का शिकार हुए वरिष्ठ पत्रकार अरुण तिवारी से आखिरकार उनकी सांसों का साथ छूट गया। गुरुवार को हादसे के 17 वें दिन उनका लखनऊ के ट्रामा सेंटर में इलाज के दौरान निधन हो गई।
बताते चलें कि 22 मार्च को वरिष्ठ पत्रकार अरुण तिवारी बाइक से अपने गांव सैतियापुर से वापस हरदोई आ रहें थे। इसी बीच बावन चौराहे के पास पीछे से आ रही बस की टक्कर लगने से बुरी तरह ज़ख्मी हो गए थे।
आनन-फानन में उन्हें हरदोई मेडिकल कालेज में भर्ती कराया गया। जहां हालत बिगड़ती देख लखनऊ ट्रामा सेंटर के लिए रिफर कर दिया गया था। तब से वे मौत और ज़िंदगी से जूझ रहे थे।
गुरुवार को 17 वें दिन उन्होंने ज़िंदगी से हार मान ली। उनसे उनकी सांसों का साथ हमेशा-हमेशा के लिए छूट गया। लखनऊ, कानपुर और बरेली संस्करण के कई समाचार पत्रों से जुड़े रहे दिवंगत अरुण तिवारी की इस तरह निधन होने की खबर से मीडिया से जुड़े लोग गहरे सदमे में हैं।
उनके आखिरी दर्शन के लिए लोगो की भीड़ उमड़ी, थाना सांडी के सैतियापुर के रहने वाले दिवंगत अरुण तिवारी कई सालों से शहर के आज़ाद नगर में अपने परिवार के साथ रहते थे। परिवार में पत्नी के अलावा तीन बेटी और दो बेटे हैं।
रिपोर्ट- सौरभ त्रिपाठी