सैफई, इटावा स्थित उत्तर प्रदेश आयुर्विज्ञान विश्वविद्यालय के कुलसचिव ने एक आदेश जारी किया है. इसमें कहा गया है कि एनडीटीवी का रिपोर्टर अरशद जमाल काफी समय से कई अखबारों और सोशल मीडिया पर विश्वविद्यालय के बारे में झूठी व मनगढ़ंत खबरें छपवा रहा है. इससे विश्वविद्यालय की छवि धूमिल हो रही है.
कुलसचिव ने इस नोटिस के आखिरी पैरे में कहा है कि अरशद जमाल का विश्वविद्यालय के प्रशासनिक भवन में अग्रिम आदेशों तक प्रवेश प्रतिबंधित रखा जाए.
नोटिस की ये कापी विश्वविद्यालय के मेन गेट पर चस्पा करा दिया गया है.
पढ़ें नोटिस…
नोटिस की खास बात ये है कि एनडीटीवी के रिपोर्टर पर एनडीटीवी की रिपोर्टिंग के लिए प्रतिबंध नहीं लगाया गया है बल्कि अखबारों व सोशल मीडिया में भ्रामक खबरें छापने-छपवाने के कारण पाबंदी लगाई गई है. पत्रकारों ने इस तरह की किसी भी पाबंदी का विरोध किया है और इसे अभिव्यक्ति की आजादी को छीनने का कुत्सित प्रयास करार दिया है.
Comments on “आयुर्विज्ञान विश्वविद्यालय में एनडीटीवी के रिपोर्टर के प्रवेश पर पाबंदी, देखें नोटिस”
Totally unjustified .Today BJP decide on the base of religion tomorrow they will decide on the base of cast .