ईटीवी गुजरात के संचालकों ने आनंद जिले के स्ट्रिंगर परेश पटेल को इसलिए शिकार बना डाला कि उन्होंने प्रबंधन की मंशा के अनुसार पुलिस अधिकारियों का बाइट नहीं ले पाए. आरोप है कि 12 साल से ईटीवी से जुड़ा यह रिपोर्टर अहमदाबाद बैठे आकाओं की कमाई की मंशा को पूरा करने में सफल नहीं हुआ तो इसकी बिना कुछ सोचे संस्थान से छुट्टी दे दी गई. मामला ईटीवी के एक स्टिंग ऑपरेशन से जुड़ा हुआ था.
जानकारी के अनुसार ईटीवी गुजरात की अहमदाबाद की एक टीम आनंद जिले के स्ट्रिंगर परेश पटेल को बिना विश्वास में लिए जुए पर एक स्टिंग ऑपरेशन किया. इसको ईटीवी पर चलाने से पहले लगातार प्रोमो दिखाया गया. बताया जा रहा है कि प्रोमो और कार्यक्रम दिखाने के बीच सेटिंग की कोशिश भी की गई. जब बात नहीं बनी तो कार्यक्रम दिखा दिया गया. इसके बाद इसका फॉलोअप के लिए स्टोरी के पक्ष में बाइट लेने और पुलिसवालों पर कार्रवाई करवाने के लिए परेश पर दबाव डाला गया.
परेश ने इस संदर्भ में पुलिस अधिकारी की बाइट लिए, जिसमें अधिकारी ने कहा कि कार्यक्रम देखने के बाद उक्त स्थान पर छापेमारी की गई, लेकिन हमें कुछ नहीं मिला. अगर आप कंटेंट प्रोवाइड करेंगे तो हम इसके आधार पर कोई कार्रवाई करेंगे. आनंद में कहीं कोई जुआ नहीं खेला जा रहा है. बताया जा रहा है कि यह बाइट ऊपर बैठे लोगों के हिसाब से किताब से मेल नहीं खाया. अपने ही संरक्षण में इस तरह के अपराध कराने वाली पुलिस आखिर अपने ही खिलाफ बयान क्यों और कैसे देती, लिहाजा बाइट लेने वाले स्ट्रिंगर को ही शिकार बना दिया गया.
वैसे भी बताया जा रहा है कि ईटीवी द्वारा किया गया जुए का स्टिंग जन्माष्टमी के आसपास का था. गुजरात में जन्माष्टमी के आसपास जुआ खेले जाने की परंपरा जैसी है. इसमें फिल्म सिटी समेत तमाम स्थानों पर जुआ खेला जाता है. टीम ने इसी दौरान जुए का स्टिंग किया था. अब जब आनंद पुलिस ने अहमदाबाद में बैठे लोगों की मंशा के अनुसार बाइट नहीं दिया तो इसकी गाज परेश पटेल पर गिराकर बाहर का रास्ता दिखा दिया गया.