दैनिक भास्कर का एक पत्रकार पिछले पांच साल से पुलिस से फरार है. लेकिन दैनिक भास्कर कार्यालय में रोज डयूटी के लिए आता है.
पुलिस व प्रशासन द्वारा जानकारी मांगने पर भी भास्कर प्रबंधन नहीं दे रहा है उसके बारे में जानकारी.
जिस मामले में पत्रकार फरार है उसमें पाच अन्य आरोपियों को कोर्ट से दो साल की सजा भी हो गई है. यह मामला छत्तीसगढ़ के कोरबा ब्यूरो कार्यालय का है.
देखें इससे संबंधित कुछ अन्य पत्र व्यवहार-