दिल्ली में आयोजित एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में मौजूद वामपंथियों ने सवाल पूछे जाने पर सुदर्शन न्यूज़ टीवी चैनल के पत्रकार के साथ ना सिर्फ बदतमीजी की, बल्कि उन्हें धक्के मार कर प्रेस कॉन्फ्रेंस से बाहर निकल जाने के लिए कहा।
आपको बता दें कि जीएन साईबाबा को वर्ष माओवादियों से संबंध रखने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। यह गिरफ्तारी महाराष्ट्र पुलिस ने मई 2014 में की थी। मार्च 2017 में उन्हें उम्रक़ैद की सज़ा सुनाई गई। इसके बाद से वह नागपुर केंद्रीय जेल में बंद हैं।
बुधवार को नईदिल्ली रायसीना हिल्स स्थित प्रेस क्लब ऑफ़ इंडिया में प्रोफ़ेसर जीएन साईबाबा की निःशर्त रिहाई की मांग को लेकर वामपंथियों की भीड़ प्रेस कॉन्फ्रेंस करने पहुंची। इस प्रेस कॉन्फ्रेंस में गिने-चुने पत्रकार ही मौजूद रहे और अच्छी खासी तादाद में वामपंथी सोच के युवा इस प्रेस कॉन्फ्रेंस में मौजूद रहे।
बकायदा पत्रकारों को इस प्रेस कॉन्फ्रेंस की जानकारी देकर बुलाया गया था, लेकिन जेएनयू से आये कई लोग इस कार्यक्रम में मौजूद होकर पत्रकारों से ही बदसलूकी करते रहे और सवाल पूछे जाने पर बार-बार पत्रकारों के साथ बदतमीजी करते हुए नजर आए।
जब पत्रकारों ने अपना सवाल करना शुरू किया और वामपंथियों से संबंध रखने वाले साईबाबा की रिहाई को लेकर इन लोगों के समर्थन के विषय में सवाल किया तो वामपंथी के सभड़क गए और पत्रकारों के साथ बदतमीजी करना शुरू कर दिया। आयोजकों ने बदतमीजी करने वाले छात्रों को पहचानने से ही मना कर दिया।
योगेश मिश्रा की रिपोर्ट.