भास्कर वालों ने पाकिस्तानी झंडा फहराए जाने की झूठी खबर छापकर अपनी थू थू सोशल मीडिया पर कराई तो इस काम में भला राजस्थान पत्रिका क्यों पीछे रहता. पत्रिका वालों के यूपी के पत्रकारों ने आईपीएस नवनीत सिकेरा के बारे में बिलकुल उलटी खबर छाप दी है. खुद नवनीत सिकेरा ने सोशल मीडिया पर इस झूठ का पर्दाफाश कर अपना पक्ष रखा है. इसके बाद लोग सिकेरा की पोस्ट को शेयर लाइक कर पत्रिका वालों को इस किस्म का सरासर झूठ छापने के लिए लानत भेज रहे हैं. पहले पढ़िए सिकेरा ने क्या लिखा है और उनके बार में पत्रिका में खबर क्या छपी है….
Navniet Sekera : सुबह उठा और सोचा कि आज अपना एक और संस्मरण आप सभी साथ शेयर करुँ, तभी एक फोन आया कि आपने क्या कमाल कर दिया, बाजिराओ मस्तानी शो एक घण्टे डिले करा दिया। सच मानो, मैं सन्न रह गया यह सुनकर क्यूँकि आज कल में ही मूवी देखने प्लान था, बिना मूवी देखे इतना तमाशा कैसे हो गया। दिमाग तेजी से चलना शुरू हो गया, ठण्ड खुमारी भी उतर गयी। फिर मित्र ने उस वेब पोर्टल लिंक भेजा, पढ़ कर कान लाल हो गए, सर पर लगी टोपी उतारनी पड़ी। शत प्रतिशत झूठ बात को प्रकाशित करके, व्हाट्सएप्प पर वायरल करके किसी को कैसे बदनाम किया जाता है. इनसे सीखिये। जो न्यूज़ up.patrika.com पर प्रकशित हुई उसका पहला पैरा हूबहू कट पेस्ट कर रहा हूँ।
”Patrika News : लखनऊ : जहां एक तरफ छुट्टी पर लोग फिल्म देखने के लिए कड़ाके की ठंड में दूर-दूर से आ रहे हैं। लंबी लाइन में खड़े होकर फिल्म की टिकट लेते हैं। वहीं, मौजूदा सरकार का संरक्षण पाने वाले अधिकारी आम जनता को दरकिनार कर अपनी धाक का फायदा उठाने की होड़ में रहते हैं। ऐसा ही नजारा पिछली रात लखनऊ के आलमबाग स्थित फीनिक्स मॉल में दिखा, जब एक बड़े पुलिस अफसर के लिए शो लगभग एक घंटे देर से शुरू किया गया। 50 मिनट बाद शुरू हुआ शो… रात 10:50 शुरू होने वाला बाजीराव मस्तानी का शो 11:40 पर शुरू हुआ। वहां मौजूद एक सूत्र ने पत्रिका को यह खबर दी। उसने बताया कि इस शो को देखने के लिए महिला प्रकोष्ठ के आईजी नवनीत सिकेरा को भी आना था। समय पर नहीं पहुंच पाने के चलते पीवीआर सिनेमा ने शो को रोके रखा और उनके आने पर करीब 50 मिनट बाद आखरी शो शुरू किया गया।”
सच क्या है? मैं या मेरे परिवार का कोई सदश्य फीनिक्स मॉल में गया ही नहीं. मैंने आजतक भी उपरोक्त मूवी नहीं देखी है. मेरे परिवार से मेरी पत्नी, बेटी और माँ सिर्फ तीन महिला सदस्य वेव मॉल में उपरोक्त मूवी देखने गए थे. शो का समय था 11.15 pm. ये लोग समय से पहुंचे, समय से मूवी स्टार्ट हुई और समय पर ही शो समाप्त हुआ (वेव के मैनेजर के अनुसार). मात्र 112 लोग इस मूवी को देखने आये हुए थे. फिर मैंने इस न्यूज़ पोर्टल के श्री महेंद्र प्रताप से बात की. उनसे क्या बात हुई उसकी रिकॉर्डिंग और ट्रांसक्रिप्ट अगली पोस्ट में पोस्ट कर रहा हूँ। मेरी बेटी बहुत अपसेट है उसका कहना है कि हर हालत में इस पोर्टल को कोर्ट में स्यू करो, और डेफमशन सूट करो (कोर्ट में मानहानि का मुक़दमा). आपकी राय क्या है? साथ ही आप से विनम्र अनुरोध है कि उक्त पत्रिका का सच सबके साथ शेयर करें, और सबको बताएं किस तरह पूरे झूठ को ये सच का पायजामा पहना देती है.