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राजस्थान

पत्रिका अखबार ने अपने ही पत्रकार पर हमले की खबर नहीं छापी, दैनिक भास्कर में प्रमुखता से छपी

मेरे आदरणीय राजेन्द्रसिंह जी देणोक पर जो हमला हुआ, पत्रिका के बंधुओं के अनुसार वो लूट के लिए किया गया था। उनके अनुसार वो आम घटना थी, जिसको अपने अख़बार में प्रकाशित करना भी मुनासिब नही समझा। साधुवाद इनके प्रतिद्वंदी अख़बार दैनिक भास्कर को जिसने इस घटना के बाद अपने प्रकाशित हो रहे अख़बार को रोक कर इस समाचार को प्रमुखता से छापा।

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मेरे आदरणीय राजेन्द्रसिंह जी देणोक पर जो हमला हुआ, पत्रिका के बंधुओं के अनुसार वो लूट के लिए किया गया था। उनके अनुसार वो आम घटना थी, जिसको अपने अख़बार में प्रकाशित करना भी मुनासिब नही समझा। साधुवाद इनके प्रतिद्वंदी अख़बार दैनिक भास्कर को जिसने इस घटना के बाद अपने प्रकाशित हो रहे अख़बार को रोक कर इस समाचार को प्रमुखता से छापा।

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कितने बेशर्म लोग हैं यह, जिसने अपनी आधी जिंदगी कोठारी बंधुओं का पेट भरने के लिए स्वाहा कर ली! पत्रकारिता कोठारी बंधुओं के लिए धंधा होगा, लेकिन देणोक साहब ने तो इस पावन यज्ञ में अपने यौवन की आहूति दे दी। जिसके पूण्य पर आज कोठारी परिवारी जिंदगी बसर कर रहा है।

लानत है इनको, कितने निकृष्ठ इंसान है यह।  पत्रकार तो छोड़ों यह इंसान भी कहलाने के लायक नही है। शुक्रिया उन बंधुओं का जिन्होंने इस कठिन घडी में एकता दिखाई व कई जगह पर इसके विरोध में ज्ञापन दिया।

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शुभ हो

सबल सिंह भाटी
पत्रकार

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मूल खबर….

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0 Comments

  1. jitendra rathi

    April 26, 2017 at 6:13 am

    patrika management is maha madar chod hai sala in kutto ki jitna inslut kiya jai utna thoda hia in haramajado ne majethya wage board ke carore rupees kha gay madarchod. is kutte ko polo victory chaurahe par jute lagane chaheye

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