वाराणसी : बार-बार यात्रियों की शिकायत के बावजूद पेयजल की समुचित व्यवस्था न होने की सूचना मिलने के बाद जनपद के इलेक्ट्रानिक और प्रिंट मीडिया के कई पत्रकार कवरेज के लिए पिछले दिनो पिपरीडीह स्टेशन पहुंचे तो वहां के हालात देख दंग रह गए। स्टेशन पर चारो तरफ कूड़ों का अम्बार तो था ही, एक अदद सरकारी हैंडपंप भी ठूंठ पड़ा था। इस पर जब पत्रकार स्टेशन मास्टर वार्ता करने पहुंचे तो उन्होंने रिपोर्टर के कैमरे तोड़कर पत्रकारों को देख लेने की धमकी दी।
रेल यात्रियों ने पत्रकारों को बताया कि स्टेशन मास्टर की नाक के नीचे नामी कम्पनियों के बोतल में साधारण पानी भरकर ब्लैक किया जाता है। जब पत्रकार पूरे मामले को लेकर स्टेशन मास्टर जयप्रकाश का पक्ष जानने पहुंचे तो महोदय कैमरा देखते ही भड़क गए। पहले कैमरे को हाथ मारकर जमीन पर गिरा दिया। फिर उसे तोड़ डाला। जब पत्रकरों ने विरोध किया तो गाली-गलौज पर उतारू हो गए। पत्रकारों को देख लेने की धमकी दे डाली।
सूत्रों के मुताबिक जयप्रकाश की पहुँच सत्ता के गलियारों तक है। उनकी दबंगई से लोगों में दहशत का माहौल बना रहता है। विभागीय सूत्रों ने बताया की वह नशे में ही ड्यूटी बजाते हैं। इससे सवाल साफ है कि वाराणसी-गोरखपुर रेलवे रूट पर रोज लाखों यात्रियों के भविष्य की गारंटी कौन ले?