भोपाल से प्रकाशित पीपुल्स समाचार अखबार में काम करने वाले इन दिनों काफी परेशान हैं. सेलरी की समस्या लगातार बनी हुई है. सितंबर और अक्टूबर की सेलरी अभी तक नहीं दी गई है. इसके पहले भी सेलरी रुकी हुई थी लेकिन प्रबंधन ने कुछ माह की सेलरी देकर सबको चुप कराने का प्रयास किया.
सेलरी संकट को लेकर पीपुल्स समाचार अखबार में कार्यरत ऑपरेटरों ने स्टेट एडिटर के दफ्तर पर धरना दे दिया था. वे सेलरी बढ़ाने और समय पर सेलरी दिलवाने की मांग कर रहे थे. ऑपरेटरों का कहना है कि हमसे काम तो भास्कर और टाइम्स ऑफ इंडिया अखबार के स्तर का करने को कहा जाता है लेकिन सैलरी देने का नंबर आता है तो प्रबंधन बात नहीं करता.
इस धरने के बाद प्रबंधन ने सेलरी का वितरण करा दिया लेकिन वक्त बीतने के साथ फिर से सेलरी संकट शुरू हो चुका है. सेलरी संकट को देखते हुए पीपुल्स में कार्यरत मीडियाकर्मी इस्तीफा देने लगे हैं. कइयों ने नौकरी छोड़ दी है और कई अन्य नई नौकरी की तलाश कर रहे हैं.