देश के प्रधानमंत्री अपने आप को जितना चतुर दिखाते हैं, उनसे ज्यादा चतुर मध्यप्रदेश के जल संसाधन विभाग के अधिकारी हैं। तभी तो निडर होकर पीएमओ को अप्रैल के पहले दिन ही अप्रेल फूल बनाने से नहीं चूके।
पूरा मामला अखण्ड भारत के केन्द्र बिन्दु कहे जाने वाले मध्यप्रदेश के आदिवासी बहुल बैतूल जिले से जुड़ा है। यहां पर कार्यरत मां सूर्यपुत्री ताप्ती जागृति समिति मध्यप्रदेश के अध्यक्ष रामकिशोर पंवार ने प्रधानमंत्री के वेब पोर्टल माई गर्वमेंट पर पुण्य सलिला मां सूर्यपुत्री ताप्ती नदी की उपेक्षा को लेकर अपनी समिति की ओर से क्रमांक 1 से 6 तक तथ्यात्मक बिन्दुवार जानकारी देकर पुण्य सलिला ताप्ती की उपेक्षा करने का आरोप केन्द्र एवं मध्यप्रदेश – गुजरात तथा महाराष्ट्र सरकार पर लगाये। जिसके संदर्भ में प्रधानमंत्री कार्यालय ने भारत सरकार के जल संसाधन मंत्रालय को उक्त पत्र भेजा। उस पर जल संसाधन मंत्रालय भारत सरकार ने मध्यप्रदेश सरकार से जवाब मांगा।
मध्यप्रदेश सरकार ने जल संसाधन विभाग से जवाब मांगा लेकिन जब प्रधानमंत्री कार्यालय को जवाब पहुंचा तो शिकायतकर्त्ता के होश उड़ गये। रामकिशोर पंवार ने जल संसाधन विभाग के बिन्दुवार जवाब का खण्डन कर पुनः प्रधानमंत्री कार्यालय को उक्त जानकारी झूठी भेजने का प्रमाण प्रस्तुत करते हुये पूरी रिपोर्ट तथ्यों पर आधारित पेश कर दी।