नई दिल्ली। नेशनल यूनियन ऑफ जर्नलिस्ट (एनयूजे) के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष रास बिहारी पर अवैध रूप से दिल्ली पत्रकार संघ के मुख्यालय पर कब्जा करने का आरोप लगा है। यह मुख्यालय दिल्ली के जंतर-मंतर रोड स्थित सरदार बल्लभ भाई पटेल स्मारक भवन की दूसरी मंजिल पर स्थित है। एनयूजे और दिल्ली पत्रकार संघ ने मामले की शिकायत दिल्ली के एक थाने में की है, जिसके बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने जांच-पड़ताल की।
9 मार्च को नेशनल यूनियन ऑफ जर्नलिस्ट के कार्यालय में जब पदाधिकारी और पत्रकार मीटिंग के लिए पहुंचे तो पता चला कि गेट पर लगा ताला और कुंडा तोड़कर उस पर कब्जा कर लिया गया है। पत्रकारों की आवाजाही रोकने के लिए सुरक्षा एजेंसी के गार्ड की तैनात करवा दिए गए। पत्रकारों पर नजर रखने के कैमरे भी लगवा दिए। 85 साल के वरिष्ठ पत्रकार और एनयूजे (आई) के संस्थापक व पूर्व अध्यक्ष राजेन्द्र प्रभु ने यह बैठक बुलाई थी, क्योंकि कार्यालय से वेलफेयर फॉउंडेशन और दिल्ली जॉर्नलिस्ट एसोसिएशन के कई महत्वपूर्ण दस्तावेज गायब होने की उन्हें जानकारी मिली थी।
इस बीच एनयूजे आई के नए निर्वाचित अध्यक्ष अपनी टीम के साथ कार्यालय का चार्ज लेने के लिए भी पहुंचे हुए थे, लेकिन सिक्योरिटी गॉर्ड ने एनयूजे के अध्यक्ष अशोक मालिक और दिल्ली जर्नलिस्ट एसोसिएशन के अध्यक्ष मनोहर सिंह और अन्य पत्रकारों को कार्यालय में जाने से रोक दिया। इस पर दिल्ली पत्रकार संघ के अध्यक्ष मनोहर सिंह ने 100 नंबर पर फोन कर पुलिस को बुला लिया। मौके पर पहुंची पुलिस ने पड़ताल की और पत्रकार और पदाधिकारियों के बयान लिए। इससे पहले भी 16 जनवरी को दिल्ली में इसी तरह की एक शिकायत दर्ज करायी गई थी। मनोहर सिंह ने इसकी पुष्टि की है। मनोहर सिंह ने कहा कि रास बिहारी को डीजेए से निकाला जा चुका है लेकिन रास बिहारी किसी न किसी तरह से संगठन के कार्यालय पर अवैध रूप से कब्जा जमाए रखना चाहते हैं।