कम से कम जिस कंपनी, जिस व्यक्ति का नमक खाते हैं, उसके लिए तो आपको पीएम को जवाब देना ही चाहिए था कि न्यूज़24 के पत्रकारों को सवाल करने के लिए अपने मालिक से अनुमति लेने की जरूरत नहीं होती..
शशि शेखर-
न्यूज नहीं देखता. फिर भी कभी-कभी दोस्तों को देखने के लिए टीवी देख लेता हूँ. बड़े जोरशोर से न्यूज24 ने घोषणा की कि हम अब तक सबसे दमदार और निष्पक्ष इंटरव्यू ला रहे हैं पीएम का. फिर मानक गुप्ता ने अजित अंजुम के उस दावे की भी धज्जियां उडाई कि कौन कहता है, पीएम का इंटरव्यू पहले से “सेटल्ड” होता है. तो जिज्ञासा और बड़ी और आज उक्त बहु-प्रचारित इंटरव्यू देखा. नीचे, बिन्दुवार कुछ तथ्य पर कृपया ध्यान दें:
1.पहले ही सवाल के जवाब में पीएम कहते हैं, मैं स्वस्थ संघवाद (federalism) में यकीन करता हूँ. इस पर कहीं से कोई क्रास क्वेश्चनिंग नहीं हुई. मणिपुर-केंद्र सरकार, महाराष्ट्र-केंद्र सरकार, पश्चिम बंगाल-केंद्र सरकार और ईदी-सीबीआई के दुरुपयोग से संघीय ढाँचे को कैसे कुचला जा रहा है, इस पर मानक गुप्ता ने कुछ नहीं पूछा.
2.महंगाई पर मोदी जी नेहरू के भाषण को कोट करते हुए कहते है कि तब नार्थ कोरिया-साउथ कोरिया की लड़ाई चल रही थी और नेहरू तब महंगाई के लिए इस लड़ाई को जिम्मेवार ठहरा रहे थे, जबकि उस वक्त ग्लोबलैजेष्ण नहीं था और उस युद्ध का कोई असर नहीं था. जबकि उस युद्ध में नेहरू ने 60th Parachute Field Ambulance भेजे थे जिसने वहाँ करीब 20 हजार लोगों की जान बचाई. उस युद्ध का ग्लोबल इम्पैक्ट था. तीसरा विश्वयुद्ध होते होते रह गया था और इसमें नेहरू की बहुत बड़ी भूमिका थी. मानक गुप्ता आपके लिए यह लिंक भेज रहा हूँ. इसे पढ़िए. अगर आपने पहले थोड़ा रिसर्च कर लिया होता तो शायद आप इस पर भी क्रॉस क्वेश्चनिंग कर सकते थे.
3.रोजगार और स्टार्ट अप पर मोदी जे नी जो कहा, उस पर तनिक भी रिसर्च आपके पास होता तो आप कह सकते थे कि इंडिया में 90 प्रतिशत से अधिक स्टार्ट अप फेल हो जाते है. फिर भी अगर न्यूज24 इसे दमदार और निष्पक्ष इंटरव्यू कहे तो, आप ही बताइये मानक, मैं इसे कैसे शानदार इंटरव्यू मान लूं.
4.मोदी जी ने जब आपसे कहा कि अगर आपके मालिक आपको अनुमति दें तो आप फलां सवाल विपक्ष से पूछें, इस कटाक्ष के बदले आप हंसते दिखे. क्या राजीव शुक्ला से आप लोगों को अनुमति नहीं है, किसी से सवाल पूछने की? जहां तक मेरी जानकारी हैं, वे बड़े उदार हैं इस मामले में, और अपने किसी भी पत्रकार को किसी तरह के सवाल करने से नहीं रोकते. अब कम से कम आप जिस कंपनी, जिस व्यक्ति का नमक खाते हैं, उसके लिए तो आपको पीएम को जवाब देना ही चाहिए था और इसका खंडन करना ही चाहिए था कि न्यूज24 के पत्रकारों को सवाल के लिए अपने मालिक से अनुमति की जरूरत नहीं होती.
5.और अंतिम बात. मिशन मोड में काम करने के लिए आपको (पीएम) ऊपरवाला क्या ज्यादा शक्ति दे देता है. एकदम भौंडा सवाल. बिलकुल रूबिका लियाकत के सवालों की तरह कि आप थकते क्यों नहीं? और जवाब भी घमंडपूर्ण कि ईश्वर ने मुझे इस परपस के लिए भेजा है. परमात्मा ने सबको किसी न किसी अच्छे परपस के लिए ही भेजा है और गीता में भगवान ने साफ़ कहा है, कर्म का चयन मनुष्य स्वयं करेगा. मैं सिर्फ फल दूंगा.
बहरहाल, इस बौनेकाल में मेरी उम्मीदें थोड़ी बड़ी थी. आपकी कोई गलती नहीं है मानक. अजित अंजुम ने ठीक ही कहा है. आपने भी सही ही कहा है. मैं भी सही ही कह रहा हूँ कि पीएमओ या पीएम हाउस सवाल/वीडियो सेटल करें न करें, इस देश का मौजूदा माहौल मेनस्ट्रीम को काफी पहले सेटल कर चुका है. अलबत्ता, अभी भी न्यूज24 से प्यार है क्योंकि कुछ अच्छे लोग आज भी वहाँ ईमानदारी और ठसक के साथ पत्रकारिता की मशाल जलाए हुए हैं…… बाकी किसी चैनल का इंटरव्यू न देखा, न इच्छा है.
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