वाराणसी : पत्रकारिता के इतिहास में फोटोग्राफी महत्वपूर्ण और निर्णायक भूमिका में है। फोटोग्राफी की आत्मा संवेदना है, कलापक्ष इसका आधार है और इसमें विज्ञान की समझ भी शामिल है। एक चित्र हजार शब्द के बराबर है। सौन्दर्यबोध विषय की समझ, रचनात्मकता और तकनीक का समुच्चय समग्र रूप में फोटोग्राफी है। यह विचार आज काशी पत्रकार संघ से संचालित वाराणसी प्रेस क्लब के तत्वावधान में पराड़कर स्मृति भवन में आयोजित एस॰ अतिबल स्मृति छायाचित्र प्रतियोगिता एवं प्रदर्शनी के उद्घाटन समारोह को सम्बोधित करते हुए मुख्य अतिथि पद से वाराणसी विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष श्री पुलकित खरे ने व्यक्त किये।
इस अवसर पर वर्ष 2017 का छायारत्न सम्मान अमर उजाला के श्री नरेन्द्र यादव को दिया गया, जबकि प्रतियोगिता का प्रथम पुरस्कार श्री धीरेन्द्र जायसवाल (अमर उजाला), द्वितीय पुरस्कार श्री सुनील शुक्ला (राष्ट्रीय सहारा), तृतीय पुरस्कार श्री अंचल अग्रवाल (आई नेक्स्ट), सांत्वना पुरस्कार श्री राजेश यादव (हिन्दुस्तान टाइम्स) को दिया गया। स्मृति पुरस्कार के क्रम में प्रदीप तिवारी सम्मान श्री नरेन्द्र यादव (अमर उजाला) और हाल ही में दिवंगत मंसूर आलम सम्मान विवेक विश्वकर्मा (हिन्दुस्तान) को प्रदान किया गया।
अध्यक्षीय उद्बोधन काशी पत्रकार संघ के अध्यक्ष श्री सुभाष चन्द्र सिंह ने किया। महामंत्री डा॰ अत्रि भारद्वाज, उपाध्यक्ष चंदन रूपानी, वीरेन्द्र श्रीवास्तव, क्लब के अध्यक्ष जितेन्द्र श्रीवास्तव, कोषाध्यक्ष संदीप गुप्ता, राजेन्द्र रंगप्पा, बी॰ बी॰ यादव, अनिरूद्ध पाण्डेय ने विचार रखें। संचालन क्लब के मंत्री रंजीत गुप्ता ने किया। धन्यवाद ज्ञापन क्लब के उपाध्यक्ष पंकज त्रिपाठी ने किया। इस अवसर पर संघ के मंत्री पुरूषोत्तम चतुर्वेदी, लक्ष्मीकांत द्विवेदी, यशवंत सिंह, जियालाल, सुधीर गणोरकर, शैलेश चैरसिया, रोहित चतुर्वेदी, विमलेश चतुर्वेदी, दिलीप, शंकर चतुर्वेदी, सुशील मिश्रा, वीडीए के पूर्व संयुक्त सचिव सतीशचन्द्र मिश्रा सहित बड़ी संख्या में पत्रकार व छायाकार उपस्थित थे। प्रतियोगिता में श्री आनन्द सिंह, श्री विजय शंकर गुप्ता ‘बच्चा’, श्री संतोष कुमार यादव, श्री सुनील कुमार सिंह, श्री जावेद अली, श्री भैरव जायसवाल, श्री विकास यादव, श्री आदर्श गुप्ता, श्री अनन्त रामडोहकर, श्री शैलेन्द्र अग्रवाल ने भी भाग लिया।