
इटावा में दरोगा को ब्लैकमेल कर 50 हजार वसूलने की धमकी देने में फ़र्ज़ी पत्रकार सनत तिवारी गिरफ्तार…
उत्तर प्रदेश के इटावा जिले की सिविल लाइन पुलिस ने एक दरोगा को ब्लैकमेल कर रंगदारी मांगने एवं पुलिस की छवि धूमिल करने वाली पोस्ट सोशल मीडिया पर प्रकाशित करने के आरोप में एक टीवी पत्रकार को गिरफ्तार किया है.
इटावा के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक आकाश तोमर ने बताया कि 18 जून को थाना सिविल लाइन पर तैनात उप निरीक्षक सुबोध सहाय ने प्रार्थना पत्र दे कर इस बात की शिकायत दर्ज कराई कि एक सनत तिवारी नाम के पत्रकार द्वारा फोन के माध्यम से लगातार ब्लैकमेल किया जा रहा है. टीवी पत्रकार कह रहा है कि उसके पास उप निरीक्षक सुबोध सहाय का एक वीडियो है जिसे वह सोशल मीडिया पर वायरल करके उसकी नौकरी खतरे में डाल सकता है. पत्रकार सनत तिवारी ने ऐसा न करने के एवज में उप निरीक्षक सुबोध सहाय से 50000 रुपये की मांग की.
सब इंस्पेक्टर सुबोध सहाय द्वारा पैसे देने से मना करने पर पत्रकार सनत तिवारी ने 18 जून को सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल किया जिसमें बताया गया कि उप निरीक्षक सुबोध सहाय तथा उनके साथी पुलिस कर्मियों द्वारा चोरी/लूट की घटना को अंजाम दिया गया.
उपरोक्त वीडियो के बाबत में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक इटावा आकाश तोमर ने तत्काल संज्ञान लेते हुए जांच कराई तो इस तथ्य की पुष्ठि हुई कि उपरोक्त वीडियो इसी साल 13 मार्च का है. उपनिरीक्षक सुबोध सहाय व उनकी टीम को मुकदमा संख्या 07/2020 से सम्बन्धित आरोपियों के कृष्णा होटल में छिपे होने के सम्बन्ध में सूचना प्राप्त हुई थी. मौके पर पुलिस टीम पहुंची. आरोपी वहां से फरार हो चुके थे. इस कारण आरोपियों के सम्बन्ध में जानकारी करने के लिये होटल के सीसीटीवी फुटेज का डीवीआर चेक किया गया. इसी घटनाक्रम को पत्रकार सनत तिवारी द्वारा चोरी/लूट की घटना बताया गया.
उपरोक्त वीडियो की कराई गयी जांच, पुलिस की छवि को धूमिल करने के लिये लगातार सोशल मीडिया पर वायरल किए जा रहे असत्य मैसेज तथा उपनिरीक्षक सुबोध सहाय को ब्लैकमेल करने के लिए थाना सिविल लाइन पर मुकदमा अपराध सँख्या 251/2020 धारा 186, 179, 388, 420 भादवि व 3 महामारी अधिनियम, 51/57 आपदा प्रबन्धन अधिनियम एवं 74 आई0टी0 एक्ट अभियोग पंजीकृत किया गया.
उपरोक्त अभियोग के सम्बन्ध में क्षेत्राधिकारी नगर के नेतृत्व में अपराध शाखा इटावा व थाना सिविल लाइन पुलिस टीम की संयुक्त टीम द्वारा कार्यवाही करते हुए आरोपी सनत तिवारी को आज चेकिंग के दौरान आईटीआई चैराहे के पास से गिरफ्तार कर जेल भेजने की प्रकिया की जा रही है.
उन्होंने बताया कि 1 मोबाइल फोन, 3 न्यूज चैनल माईक आईडी, 3 विभिन्न चैनल के परिचय पत्र बरामद किए गए हैं. पुलिस के अधिकारियों की माने तो सनत तिवारी पत्रकारिता की आड़ में खनन से जुड़े हुए लोगो के अलावा कई पुलिस अधिकारियों के वीडियो बना कर रंगदारी मांग कर कमाई किया करता था. इसकी शिकायते लंबे समय से सामने आ रही थीं लेकिन कार्यवाही अब आ कर संभव हो सकी है.
इटावा में करीब 2 साल पहले तैनात रहे एसएसपी अशोक कुमार त्रिपाठी को अपने वाट्सअप संदेशों के जरिये एसएसपी पद से हटवाने की चेतावनी देने से चर्चा में आया यह पत्रकार पहले न्यूज़ 24 से चलता किया गया. इसके बाद एफएम चैनल, एपीएन और अब एएनबी न्यूज़ चैनल में सनत तिवारी ने काम शुरू किया.
सनत तिवारी के गिरफ्तारी के बाद उसके मोबाइल पर मिले डाटा के बाद पुलिस इस नतीजे पर पहुंची है कि उसके मोबाइल में कई महत्वपूर्ण सामग्री है, जो उससे जुड़े हुए तमाम लोगों तक पहुंचने के लिए पर्याप्त होगी.
इटावा में बौना नाम से कुख्यात सनत को कई निचले स्तर के पुलिस अफसरों का संरक्षण मिला हुआ था लेकिन एसएसपी आकाश तोमर को ‘तथाकथित ईमानदार’ लिखना महंगा पड़ गया. कल सुबह की इस पोस्ट के बाद पुलिस ने सक्रियता से आपरेशन शुरू किया और देर रात गिरफ्तारी की गयी.
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