मणिपुर के पत्रकार किशोरचंद्रा वांगखेम को 12 महीने जेल की सजा सुनाई गई है। किशोर को बीजेपी के नेतृत्व वाली मणिपुर सरकार पर अपमानजनक टिप्पणी करने के आरोप में पिछले नवंबर माह में हिरासत में लिया गया था। किशोर को अब राष्ट्रीय सुरक्षा एक्ट के तहत 12 महीने जेल की सजा हुई है।
इम्फाल के टीवी एंकर-रिपोर्टर किशोरचंद्रा को 27 नवंबर को उस समय गिरफ्तार कर लिया था जब उन्होंने सोशल मीडिया पर एक वीडियो पोस्ट करते हुए बीजेपी नेतृत्व वाली राज्य सरकार की जमकर आलोचना की थी। मीडिया रिपोर्ट्स में बताया गया कि किशोरचंद्रा ने अंग्रेजों के खिलाफ लड़ने वाली झांसी की रानी लक्ष्मीबाई की लड़ाई और मणिपुर के स्वतंत्रता आंदोलन के बीच तुलना किए जाने पर राज्य के मुख्यमंत्री बिरेन सिंह की निंदा की थी। बिरेन सिंह पर जमकर बरसते हुए किशोरचंद्रा ने उन्हें मोदी और हिंदुत्व की कठपुतली तक कह दिया था।
किशोरचंद्रा केवल राज्य के मुख्यमंत्री पर ही नहीं बरसे बल्कि उन्होंने बीजेपी और आरएसएस को भी आड़े हाथों लिया। रिपोर्ट्स के मुताबिक पत्रकार ने बहुत ही अभद्र भाषा का प्रयोग किया था। वहीं उन्होंने बीजेपी की विचारधारा की भी निंदा की। उन्होंने राज्य सरकार को खुली चुनौती दी थी कि उन्हें गिरफ्तार करके दिखाए। इस पर किशोरचंद्रा को राजद्रोह के आरोप में गिरफ्तार कर लिया गया था लेकिन बेल पर उन्हें रिहा कर दिया गया। इसके बाद राष्ट्रीय सुरक्षा एक्ट के एडवाइज़री बोर्ड ने किशोरचंद्रा पर लगे आरोपों की जांच करते हुए उन्हें फिर से गिरफ्तार किया और जांच पूरी होने के बाद उन्हें 12 महीने जेल की सजा सुना दी है।