छत्तीसगढ़ में भाजपा के राज में भाजपा नेताओं की गल्तियों को छापना पत्रकारों को पड़ रहा महंगा. कुछ दिनों पहले प्रदेश के बालोद जिले में एक नगर पंचायत की महिला पार्षद के पति को क्राइम ब्रांच ने सट्टा खिलाते रंगे हाथो किया था गिरफ्तार. गिरफ्तार पार्षद पति के पास से 1 लाख रूपये की सट्टा पट्टी और कुछ रूपये नगद भी जप्त किये गए थे. उक्त घटना की न्यूज़ बनाने वाले ईटीवी के पत्रकार पंकज शर्मा के विरुद्ध महिला पार्षद ने मानसिक प्रताड़ना की शिकायत अनुसूचित आयोग में दर्ज करवाई.
इसके बाद आयोग के अध्यक्ष ने उस पत्रकार पर महिला पार्षद से माफ़ी मांगने का दबाव भी बनाया. लेकिन उस सच्चे पत्रकार ने माफ़ी नहीं मांगी और अपना लिखित बयान और सारे सबूत आयोग में जमा करवा कर लौट आया. छत्तीसगढ़ में भाजपा की सरकार है और इस पार्टी से जुड़े नेता आपराधिक गतिविधि में संलिप्त हो रहे है. खबर बनाने वाले पत्रकारों के खिलाफ आयोग में शिकायत कर रहे हैं. मतलब सरकार खुद की है तो नेता इनका संरक्षण लेकर क्या अपराध करेंगे?
ज्ञात हो कि पंकज शर्मा ईटीवी बालोद, छत्तीसगढ़ जिले में स्ट्रिंगर हैं. वे पत्रकारिता की पढ़ाई करने के बाद हरिभूमि, पत्रिका जैसे अखबारों में कार्य कर चुके हैं. खबर दिखाने के कारण पंकज के साथ दुर्व्यवहार किया जा रहा है.
Comments on “छत्तीसगढ़ में सट्टेबाज भाजपा नेता ने ईटीवी पत्रकार पंकज शर्मा को किया परेशान”
अजाक थाना और आयोग का इस्तेमाल पत्रकारों को धमकाने के लिए आजकल बहुत हो रहा है। ऐसा कैसे संभव है की इन सभी कानून के बारे में जानते हुए भी किसी को जातिगत गाली दे या किसी को प्रताड़ित करे। ऐसे में तो हम अपना काम ठीक से नहीं कर सकते..:o