दिल्ली के भट्ठी माइन रोड स्थित सावन पब्लिक स्कूल प्रबंधन पर कई गंभीर आरोप लगाते हुए दिल्ली के मुख्यमंत्री से मामले की जांच एवं कार्रवाई की मांग की गई है। बताया गया है कि प्रबंधन के अनुचित कदम से स्टॉफ और छात्र ही नहीं, पूरे स्कूल का भविष्य दांव पर लगा हुआ है।
जलज सेन, एसडी पचौरी, आनंद कुमार, बीके झा और आरके गुप्ता का कहना है कि वर्ष 1974 में उद्योगपति सीताराम जिंदल ने इस स्कूल की स्थापना की थी। जब वह स्कूल का संचालन करने में असमर्थ रहे तो 1987 में उसका प्रबंधन भारतीय विद्याभवन को सौंप दिया गया। बाद में सीताराम जिंदल ट्रस्ट ने दोबारा प्रबंधन हस्तांतरित कर लिया लेकिन 1993 में उसे पुनः भारतीय विद्याभवन के हवाले कर दिया। वर्ष 2012 में जिंदल ट्रस्ट ने फिर से प्रबंधन लौटाने की चेतावनी दी। इस दौरान विद्याभवन प्रबंधन ने छात्रों एवं स्टॉफ को भ्रामक जानकारी दी कि स्कूल का संचालन जिंदल ट्रस्ट कर रहा है, जबकि संचालन राधास्वामी सत्संग चला रहा है।
उन्होंने कहा है कि यह सब उच्चस्तरीय जांच का मामला है। स्कूल से कई कर्मी हटा दिए गए हैं। कई को फोर्स लीव पर भेज दिया गया है। बच्चों की संख्या में भी लगातार गिरावट हो रही है। स्कूल के लिए गांव की 11 एकड़ जमीन दी गई थी। आरोप है कि राधास्वामी सत्संग के लोगों की निगाह स्कूल पर नहीं, बल्कि उस जमीन पर लगी हुई है। मीडिया में भी ये मामला चर्चा का विषय रहा है। उन्होंने मुख्यमंत्री से मांग की है कि तुरंत स्कूल के हित में पूरे मामले की जांच कर उचित कार्रवाई की जाए।