भोपाल : इन दिनों एक न्यूज चैनल के शराबी भोपाल ब्यूरो की खूब चर्चा है. पत्रिका न्यूज़ पेपर से धक्के मारकर बहार निकले गए इन महाशय की अपनी ही टीम पर पकड़ ढीली है। दरअसल ये ब्यूरो साहब अपने बाप की मेहरबानी के चलते चैनल में जगह पा गए। लेकिन इनकी हरकतें वही छिछोरों टाइप की है जो कभी पहले भी हुआ करती थी। इनके बाप वरिष्ठ पत्रकार हैं जिन्होंने चैनल हैड के हाथ जोड़कर इन्हें यहाँ रखवाया लेकिन जनाब यहाँ भी अपनी हरकतों से बाज़ नहीं आ रहे।
पहले इन्होंने अपनी साहबगिरी चैनल में काम करने वाले रिपोर्टर पर दिखाई। इस दबंगई दिखाने में इनका साथ दिया एक छुट भैया गुंडे टाइप के लौंडे ने जो चैनल के रीजनल वेंचर में में एक स्थानीय नेता के आशीर्वाद के चलते जगह पा गया। इसे सक्रिय पत्रकारिता में कम ही लोग जनाते हैं लेकिन वह अपने आपको पत्रकारिता विश्वविद्यालय में पढ़ा कथित पत्रकार कहता फिरता है। ये दोनों मिलकर चैनल की इज्जत में चार चाँद लगा रहे हैं। दोनों की मिली भगत ऐसी है कि एक दूसरे की पोछने में लगे रहते हैं। ब्यूरो के अन्य रिपोर्टरों पर अपनी साहबगिरी झड़ते ये ब्यूरो हेड कई बार बेज्जती का शिकार हो चुके हैं। लेकिन दिल है की मानता नहीं।
अब असल बात यह है कि इन्होंने अपने एक जूनियर रिपोर्टर को प्रताड़ित करने की कोशिश की होगी तो उसने इनकी माँ बहिन एक कर दी। ये सब ब्यूरो साहब अपने साथी के साथ दारू पीकर कर रहे थे। उनके साथ सोमरस पान चैनल के काबिल कहे जाने वाले एक्जीक्यूटिव प्रोड्यूसर और बड़े पद का ख़्वाव देखने वाले चैनल हेड के आज कल चहेते बने भी थे। लेकिन बात जब बिगड़ी जब ब्यूरो हेड ने उस जूनियर रिपोर्टर को बुलाकर शराब के साथ शबाब की मांग की जिसके बाद रिपोर्टर चिल्लाता हुआ चैनल के अन्दर चला गया। उसने इन साहब की बात पर इनकी माँ बहन कर दी जिसके बाद इनका साथी और ये ब्यूरो साहब सहित एक्जीक्यूटिव प्रोड्यूसर उस अकेले रिपोर्ट पर चढ़ बैठे और उसकी पिटाई लगा दी। चैनल में इतनी बड़ी घटना होने के बावजूद भी चैनल हेड के कान पर जूं तक नहीं रेंगी जबकि चैनल के अन्य कर्मचारी इस घटना की बातें कर मज़े लेने में लगे हैं। आखिर मज़े लें भी क्यों न। ब्यूरो हेड अपने आपको चैनल हेड का संरक्षण प्राप्त बताते हैं।
भड़ास को मिले एक पत्र पर आधारित.