मेरा नाम स्तुति पाठक है. मैं अपना यूट्यूब चैनल चलाती हूं. 11 मार्च को मैं अपने भाई को जिला बरेली के फरीदपुर तहसील में सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में दवा दिलाने गई तो मुझे शिकायत मिली कि यहां महिला प्रसव पीड़ा से तड़प रही है और अस्पताल में कोई डॉक्टर मौजूद नहीं है. ओटी नहीं खुला है.

जब मैंने इस पर वीडियो बनाई, रिपोर्ट की तो मेरे साथ अभद्रता और मारपीट की गई. माइक आईडी मोबाइल एवं अन्य सामान मुझसे छीन लिया गया. पूरे स्टाफ ने मारपीट की. पुलिस को फोन दिया. पुलिस मुझे थाने लेकर गई. मैंने पुलिस को पूरी घटना से अवगत कराया. मैं थाने में शाम के 7 :30 तक बैठी रही. उसके बाद थाने में मेरा मामला दर्ज हुआ.
इस मामले पर उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक जी ने संज्ञान लिया. उसके बाद भी पुलिस और सीएमओ की तरफ से कोई कार्यवाही नहीं की गई. पुलिस मुझे कार्यवाही का आश्वासन दिलाती रही. पूरे 14 दिन बाद 24 तारीख को उल्टा मेरे खिलाफ फर्जी मुकदमा दर्ज कर लिया गया. डॉक्टर 3 बार तहरीर बदल चुके हैं. तीसरी तहरीर के आधार पर मेरे ऊपर मुकदमा दर्ज किया गया है.
मैंने सभी अधिकारियों से इंसाफ की गुहार लगाई है लेकिन कोई कार्यवाही नहीं की जा रही है. अब बरेली एसएसपी महोदय का कहना है कि पहले आपकी जांच होगी कि मैं पत्रकार हूं या नहीं. अब मेरे ऊपर फर्जी मुकदमे में कार्यवाही की जा रही है.
Stuti Pathak