आजतक न्यूज चैनल ने अपने ग्रुप के इंप्लाइज के लिए जो सोशल मीडिया पालिसी जारी की और इस पालिसी के उल्लंघन का आरोप लगा कुछ लोगों को सस्पेंड-टर्मिनेट किया तो इसकी चर्चा हर तरफ होने लगी. आजतक की सोशल मीडिया पालिसी की कटु आलोचना चारों तरफ हुई. कहा जाने लगा कि कोई मीडिया संस्थान कैसे अपने कर्मियों के लिखने पढ़ने बोलने कहने पर रोक लगा सकता है.
आलोचनाओं का आजतक चैनल पर कोई असर नहीं पड़ा. उल्टे दूसरे चैनल वाले देखादेखी ऐसी ही सोशल मीडिया पालिसी अपने यहां लाने लगे.
टीवी9भारतवर्ष चैनल में भी सोशल मीडिया पालिसी जारी कर दी गई है. अब यहां कार्यरत कोई इंप्लाई फेसबुक ट्वीटर पर कुछ लिख नहीं सकता. उसे ऐसा करने से पहले वरिष्ठों को कंटेंट दिखाकर अनुमति लेनी होगी.
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार टीवी9भारतवर्ष के दो से ज्यादा वरिष्ठ पत्रकारों को इस सोशल मीडिया पालिसी के उल्लंघन के कारण दंडित किया गया है. फिलहाल किसी की नौकरी तो नहीं गई है लेकिन इस सोशल मीडिया पालिसी का असर ये है कि अब कोई कर्मी ट्वीटर-फेसबुक पर कुछ भी पोस्ट नहीं करता है.
इस सोशल मीडिया पालिसी के कारण टीवी9भारतवर्ष में कार्यरत कुछ लोग काफी आहत व परेशान हैं. नाम न प्रकाशित करने की शर्त पर इनका कहना है कि कोई मीडिया संस्थान कैसे अपने इंप्लाई के बोलने लिखने के अधिकार पर रोक लगा सकता है. ये तो सरासर तानाशाही है. ये अलोकतांत्रिक कदम है. हम मीडिया वाले अभिव्यक्ति की आजादी की बात करते हैं लेकिन खुद मीडिया संस्थान ही अभिव्यक्ति की आजादी का गला घोंट रहा है.
देखें सोशल मीडिया पालिसी का स्क्रीनशाट-