वाराणसी : हैरत होती है कि सिस्टम कितना नाकारा हो चुका है। देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र बनारस की पुलिस एक लापता पत्रकार को साल भर से खोज नहीं पाई है।
उत्तर प्रदेश के कई राष्ट्रीय अखबारों में कार्यरत रहे जनपद के चौक थानाक्षेत्र के हड़हा बेनियाबाग के मूलनिवासी उमेश शुक्ला सालभर पूर्व रहस्यमय तरीके से गायब हो गए। लापता होने से पूर्व उमेश गाजियाबाद में आज अख़बार में बतौर स्थानीय संपादक कार्यरत थे। तबीयत बिगड़ने के कारण वह वाराणसी आकर घर से दूर सिगरा के शास्त्री नगर में किराए की मकान में रहने लगे। विगत 25 अप्रैल को मकान मालिक तरुण रूपानी ने उमेश के बड़े भाई दिनेश शुक्ला को फोनकर सूचित किया कि उमेश का मोबाइल नंबर बंद है और वह घर पर भी नहीं है।
सूचना मिलने के बाद उमेश अपने भाई की खोज में दर- दर भटकने लगे। काफी खोजबीन करने के बाद सिगरा पुलिस ने 09 जुलाई को गुमशुदगी दर्ज की। लापता होने के सालभर बाद भी सिगरा पुलिस हवा में तीर चला रही है। अब जब पीड़ित दिनेश शुक्ला सिगरा थाने जाते हैं तो थानेदार को उमेश की फ़ाइल ही नहीं मिलती। उमेश की तलाश करने को लेकर पीड़ित भाई दिनेश ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखा था जिसके बाद उन्होंने हर संभव मदद का आश्वासन दिया। प्रधानमंत्री की चिट्ठी को लेकर जब दिनेश संसदीय कार्यालय गए तो शहर उत्तरी विधायक रविन्द्र जायसवाल ने एसएसपी को पत्र लिखते हुए यह भरोशा दिलाया था कि जैसे ही सदन चालू होता है उमेश की खोज में यूपी पुलिस के ढुलमुल रवैया को देखते हुए सीबीसीआईडी जांच की मांग की जायेगी।
दिनेश ने बताया कि अब जनपदीय पुलिस से आस टूट गयी है। किसी के पास कोई भी उमेश से सम्बंधित सूचना है तो वह दिनेश के फोन नंबर 9889296402 पर जानकारी दे सकता है।