अमर उजाला डिजिटल से विनोद वर्मा ने विदाई ले ली। 31 तारीख को उनका अंतिम कार्यकाल था। देशबंधु और बीबीसी में लंबे समय तक काम कर चुके विनोद वर्मा ने अपने तीन साल के कार्यकाल में अमर उजाला डाट काम को नई ऊंचाइयां दीं। उन्होंने न सिर्फ टीम का विस्तार किया बल्कि अमर उजााल डाट काम के ट्रैफिक को भी बहुत आगे ले गए। मगर बाद में नए प्रबंधन की अकुशल नीतियों के चलते उनका लगातार मनमुटाव रहा। खास तौर पर अमर उजााल वेबसाइट के नए डिजाइन से उनकी बहुत सारी असमहतियां थीं और अंतत उन्होंने छोड़ दिया। ऐसा प्रतीत होता है कि कंपनी के निदेशकों और प्रबंधन ने इस संकट को देखते हुए ही बाहर से नया संपादक लाने की बजाय दिनेश श्रीनेत को अमर उजाला डाट काम का संपादक बना दिया है। उन्होंने एक तारीख से कार्यभार संभाल लिया है।
जो जानकारी है उसके मुताबिक दिनेश श्रीनेत अमर उजाला डाटकाम से पिछले पांच सालों से जुड़े हैं और वे यहां पर नए प्रोजेक्ट को लांच करने तथा डिजिटल मीडिया के विस्तार में अहम भूमिका निभाते थे। पिछले कुछ महीनों से वे scoopwhoop.com की तर्ज पर अमर उजाला के एक अहम प्रोजेक्ट firkee.in पर काम कर रहे थे। इसी की देखा देखी इंडिया टुडे ने भी thelallantop.com शुरू किया। दिनेश अमर उजाला प्रिंट से भी काफी लंबे समय से जुड़े रहे हैं, दिनेश इससे पहले आइनेक्श्ट और बैंगलोर में मल्टीनेशनल कंपनी AOL तथा oneindia के लिए काम कर चुके हैं। उन्हें काफी कुशल प्रबंधक माना जाता है। कंपनी के निदेशक राजुल माहेश्वरी और तन्मय माहेश्वरी से भी उऩके संबंध बहुत अच्छे बताए जाते हैं। दिनेश की सिनेमा पर कुछ किताबें भी प्रकाशित हो चुकी हैं। बतौर पत्रकार उन्होंने वरिष्ठ कवि और पत्रकार दिवंगत वीरेन डंगवाल के साथ भी लंबे समय तक काम किया है।