बैंक कंगाल हो रहे हैं. घाटे में पहले से ही हैं, क्योंकि बैंक का पैसा लोग खा गए. आपकी जमापूंजी पर भी संकट आ सकता है. यूपी का एक बैंक कंगाल हो गया है तो चार बैंकों पर कार्रवाई की गई है. मध्य प्रदेश से भी इसी तरह की सूचना है.
ग्वालियर स्थित जिला सहकारी केंद्रीय बैंक ने कर्मचारियों को सैलरी तक का संकट बता दिया है. नई भर्ती के लिए पहले ही हाथ खड़े कर दिये. नौकरी खत्म हैं, अब बैंको की बारी है. सरकारी यार दोस्त लूटकर चले गये. आप लोग अब अपना देखो.
अब उत्तर प्रदेश का हाल देखिये. भारतीय रिजर्व बैंक ने यूपी की अर्बन कोऑपरेटिव बैंक का लाइसेंस रद्द कर दिया है. बैंक सीतापुर की बताई जाती है जिसको आज से ही कामकाज बंद करने का आदेश है.
RBI ने कहा कि इस कोऑपरेटिव बैंक के पास संचालन के लिए पूंजी नहीं बची है. आगे कमाई की उम्मीद भी नहीं है.
रिजर्व बैंक ने इसके साथ ही 4 अन्य बैंको पर भी कार्रवाई की है. इनमें पाटन कोऑपरेटिव बैंक, डिस्ट्रिक्ट सेंट्रल बैंक, प्राथमिक शिक्षक सहकारी बैंक और राजर्षि शाहू सहकारी भी शामिल है. इनमें तीन बैंकों पर 1-1 लाख तथा चौथी बैंक 10 हजार रूपये का जुर्माना लगा है.
Economic Times की रिपोर्ट के मुताबिक राजर्षि शाहू सहकारी बैंक पर मिनिमम बैलेंस, पाटन कोेऑपरेटिव बैंक पर KYC नियम उल्लंघन, शिक्षक सहकारी बैंक पर नियम विरूद्ध गोल्ड लोन कराने और डिस्ट्रिक्ट बैंक पर नाबार्ड की गाइडलाइन का पालन ना करने को लेकर जुर्माना लगाया गया है.