कैलाश सिंह-
उन्नाव के शामली निवासी राहुल राठौर नामक बदमाश ने यूपी पुलिस को चुनौती दे रखी है. सोशल साइटों पर युवतियों को ब्लैकमेल करने वाले इस बदमाश को अनुभव है कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ चाहे जितनी सख्ती कर लें किंतु जिन पुलिस वालों को कारवाई करनी होती है वह बिना पैसे लिए सिर भी नहीं हिलाते. उसकी धमकी और पुलिस की शिथिलता से तो यही लगता है की वह जौनपुर पुलिस को खुली चुनौती दे रहा.
जाहिर है उसे जिले की पुलिस से पीड़ित परिवार की हर गतिविधि का पता चल जाता है.
मामला जौनपुर के शाहगंज तहसील स्थित खेतासराय थाना क्षेत्र के एक गांव से जुड़ा है. यहां रहने वाली एक बच्चे की पीड़िता मां ने अपने भाई व पति के साथ जाकर पुलिस को शिकायत दी कि राहुल राठौर नामक ब्लैकमेलर बदमाश उन्हें परेशान कर रहा है. पीड़ितों ने बदमाश के बारे में पुलिस को सारी जानकारी दी साथ ही अपनी आपबीती भी सुनाई. पीड़ित परिवार बदमाश के खिलाफ एफआईआर कराने के लिए भटकता रहा. आठ मार्च को पुलिस अधीक्षक के नाम आनलाइन शिकायत दर्ज कराई गई. इसके बाद परिवार के लोग 19 मार्च को एसपी से जन सुनवाई के दौरान मिलकर वह वीडियो दिखाई जिसके जरिये बदमाश युवती और परिजनों को ब्लैकमेल कर रहा, फिर भी 18 अप्रैल तक इस मामले में कोई प्रगति नहीं हुई.
अलबत्ता उस बदमाश को खेतासराय या जनपद पुलिस से पीड़िता के परिजनों की हर गतिविधि का पता चल जा रहा है. इससे तो यही साबित हो रहा है की पुलिस उस बदमाश से मिली है.
बताया जा रहा है कि मामले में पीड़िता से गलती चार माह पूर्व इंस्टा के जरिये हुई. बदमाश ने पीड़िता को दोस्ती के नाम पर भरोसे में लिया. फिर ब्यूटी पार्लर खोलने में मदद करने का जाल फेंका. टप्पेबाज बदमाश ने कहा की वह कास्मेटिक सामानों की सप्लाई करता है और आपको सस्ते दर पर सामानों की आपूर्ति कर दूंगा. इसी आधार पर उसने पीड़िता से 40 हजार रुपये ऐंठ लिए.
पीड़िता और उसके पति गुजरात के राजुला इलाके में रहते हैं, और प्राइवेट जॉब करते हैं. पीड़िता पति के पास रहकर ब्यूटी पार्लर खोलने की इच्छुक थी. इसी दौरान बदमाश राहुल हमदर्द बनकर और यूपी निवासी होने की बात कहकर खास बन गया. बात तब बिगड़ी जब उसने और पैसे मांगे. पीड़िता ने मना किया तब वह असली रूप में आया. वह बोला की हमारे बीच जो वीडियो काल पर बात हुई, उस दौरान सेव की गई तस्वीर को आश्लील बनाकर तुझे बदनाम कर दूंगा. पैसा न होने की बात पर कहा, कोई बात नहीं, फिर जहाँ कहूँ वहाँ जाकर ग्राहक को खुश करो तो हम दोनों को फायदा होगा.
इसके बाद भी इनकार करने पर उसने फोटो को सोशल मीडिया पर डालकर पीड़िता की देह का दाम लगाना शुरु कर दिया. बात जब यहाँ तक पहुंची तब दो मार्च से पीड़िता और उसका परिवार सक्रिय हुआ और पुलिस के पास न्याय मिलने की आस तब टूटने लगी जब पुलिस को खरीदने की बात कर उसने परिवार को धमकी देनी शुरु कर दिया. अब तो वह यूपी पुलिस को खुलेआम चुनौती दे रहा है.
देखें पीड़ित परिवार का शिकायती पत्र...