झारखंड में दैनिक जागरण का नंगा नाच
झारखंड में दैनिक जागरण का नंगा नाच शुरू हआ… कोरोना संक्रमण काल का बहाना बनाकर इन दिनों दैनिक जागरण कंपनी कर्मचारियों के साथ हिटलर शाही अंदाज में इस्तीफा लेने का सिलसिला शुरू किया है.. इससे अब चौथा स्तंभ हिलता हुआ प्रतीत होने लगा है… हमारे समाज में पत्रकारिता को व्यवसाय के रूप में देखने वाली इन कंपनियों को जिसे कर्मचारियों ने अपनी मेहनत से इतना आगे बढ़ाया आज उन्हीं कर्मचारियों से ऐसे संकट के समय में इस्तीफा लिया जा रहा है जब उन्हें सहारे की जरूरत है।
दैनिक जागरण समूह ने सभी जगहों से 80 से अधिक छायाकारों को भी बेरोजगार करने का मन बना लिया है। कई जगहों पर तो कई लोगों से तो इस्तीफा लिया भी जा चुका है। झारखंड में भी इसकी शुरुआत कर दी गयी है। जबरन इस्तीफा लेने की इस परंपरा के पनपने का कारण ही खुद पत्रकार बिरादरी के लोग हैं जो दूसरों की आवाज को लोगों तक पंहुचाने का काम तो करते हैं पर अपने या अपने साथियों की समस्या पर मूक दर्शक बने देखते रहते हैं। यदि कंपनी को चलाने वाले या कंपनी में काम करने वाले शिखर पर बैठे दलालों को यू हीं अनदेखा करते रहे तो आने वाले समय में और भी बुरा दिन देखने को मिलेगा। झारखंड और बिहार में कुछ ऐसे संपादकों की बहाली कर दी गयी है जिन्होंने कंपनी स्तर की प्रतियोगिता में गोल्ड और सिल्वर पाने की ललक और एक नंबर पर पंहुचने के लिए अखबार की मां बहन कर दी है। ऐसी चर्चा चौक चौराहों पर लोग करते हैं।
राष्ट्रीय सहारा पटना में भिड़ गए दो सब एडिटर
राष्ट्रीय सहारा पटना के कर्मी बेलगाम हो गए हैं। अक्सर अधिकारी विहीन बने रहने वाले इस कार्यालय में मंगलवार की शाम को 7:00 बजे जनरल डेस्क के दो सब एडिटर आपस में भिड़ गए। दोनों ने एक दूसरे को जमकर पहले खरी-खोटी सुनाई फिर गाली गलौज की। दोनों अपने सीट से खड़े होकर मल्लयुद्ध करने जा रहे थे कि वहां उपस्थित दूसरे सहयोगियों ने दोनों को पकड़ लिया। दोनों सब एडिटरों के सार्वजनिक झगड़ा और चिल्लाने के कारण पूरा कार्यालय दंग रह गया। इस घटना से करीब आधा घंटा तक सातवें फ्लोर का कार्य बाधित रहा। फिलहाल दोनों सब एडिटरों को काफी समझाने के बाद किसी तरह से मामला शांत हुआ और वह अपनी सीट पर बैठे। तब जाकर दोबारा फिर जाकर आफिस का कार्य शुरू हो पाया।
अजित समाचार से हिंदी के सारे पत्रकार हटाए गए
एक खबर पंजाब के अजित समाचार अखबार से आ रही है. बताया जा रहा है कि यहां कार्यरत हिंदी के सभी पत्रकार हटा दिए गए हैं. सूत्रों के मुताबिक उत्तर भारत का पुराना हिन्दी दैनिक अखबार अजीत समाचार ने हिन्दी के सभी पत्रकारों को छुट्टी दे दी है. अजीत के पंजाबी पेपर के पत्रकार ही हिंदी में खबरें भेज रहे हैं.
(मीडियाकर्मियों द्वारा भेजे गए पत्र पर आधारित)