न्यूज एजेंसी एएनआई में काम करने वालों की हालत बेहद खराब है. वर्किंग कंडीशन के चलते वहां कार्यरत लोग लगातार इस्तीफे दे रहे हैं. संपादक से लेकर सब एडिटर तक मौका मिलते ही छोड़ जा रहे हैं. ढेर सारे लोग तो बिना कहीं मौका मिले ही छोड़ दे रहे हैं क्योंकि एएनआई में न सेलरी है, न सम्मान है और न ही वर्किंग आवर्स.
ताजी सूचना है कि एडिटर विनीता पांडेय ने भी एनएनआई को गुडबॉय कह दिया है. विनीता यहां एडिटर (डिजिटल एंड प्रिंट) के पद पर थीं. इससे पहले भी कई संपादक एएनआई में बेहद कम समय तक काम करने के बाद इस्तीफा देकर जा चुके हैं.
बताया जाता है कि एएनआई में खराब आंतरिक माहौल के कारण कोई एडिटर देर तक टिकता नहीं. अशोक दीक्षित, अजय कौल, बुला से लेकर विनीता तक, लगातार संपादकों ने इस्तीफा दिया. एएनआई में इस कदर मेनुपुलेशन और सत्ता का असर है कि यहां क्या कुछ चल रहा है, जा रहा है, इसकी अक्सर खबर संपादक तक को नहीं होती. ऐसे में कौन संपादक कंटेंट की जिम्मेदारी लेगा.
चौदह पंद्रह हजार रुपये देकर चौदह से पंद्रह घंटे तक काम कराने वाला एएनआई प्रबंधन अपने कर्मियों के प्रति अतिशय क्रूर हो चुका है. घुटन के कारण दर्जनों लोगों ने संस्थान को गुडबॉय बोल दिया है. आफिस में हर जगह कैमरे लगा रखे हैं और किसी के खड़े होकर हंसने तक पर नोटिस भेज दिया जाता है. कोई खाना खाने जाए या पानी पानी जाए तो उसे तुरंत मैसेज भेज दिया जाता है. प्रबंधन के लोग कर्मियों से बदतमीजी से बाद करते हैं जिससे वहां स्वाभिमान और सम्मान वाले लोग टिक नहीं पाते. इस वीडियो न्यूज एजेंसी की मोनोपोली होने के कारण प्रबंधन के लोग भी अहंकार से भर चुके हैं.
One comment on “नौकरी करने के लिहाज से ‘एएनआई’ खतरनाक जगह, लगातार इस्तीफे”
मैं आनंद नगर जिला महाराज के उत्तर प्रदेश करने वाला हूँ आपके चैनल से प्रभावित होकर आपके चैनल में काम करना चाहआपके चैनल से प्रभावित होकर ही मैंने इस चैनल में काम करना चाहता हूँ आप