उत्तर प्रदेश में खुद को नंबर वन कहलाने और सच का आइना जैसे स्लोगन से सच्चाई का पाठ पढ़ाने वाले किसी भी बड़े अखबार ने पीलीभीत में वर्ष 2009 में लोकसभा चुनाव के दौरान भड़काऊ भाषण देने के आरोपों से घिरे भाजपा सांसद वरुण गांधी के विरुद्ध मुकदमों में अपीलीय न्यायालय के फैसले की एक …
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नौकरी करने के लिहाज से ‘एएनआई’ खतरनाक जगह, लगातार इस्तीफे
न्यूज एजेंसी एएनआई में काम करने वालों की हालत बेहद खराब है. वर्किंग कंडीशन के चलते वहां कार्यरत लोग लगातार इस्तीफे दे रहे हैं. संपादक से लेकर सब एडिटर तक मौका मिलते ही छोड़ जा रहे हैं. ढेर सारे लोग तो बिना कहीं मौका मिले ही छोड़ दे रहे हैं क्योंकि एएनआई में न सेलरी …
पेशेवर संपादक और मालिक संपादक में बुनियादी अंतर है और वह रहेगा ही!
कबूलनामे पर प्रतिक्रिया… एएनआई की मालकिन स्मिता प्रकाश के साथ प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के कथित इंटरव्यू और उसपर राहुल गांधी द्वारा उन्हें प्लायबल (लचीला या नर्म) कहे जाने के बाद एडिटर्स गिल्ड का बयान के बाद देश में पत्रकारिता और राजनीति की स्थिति लगभग साफ हो गई थी। मेरा मानना है कि उसके अलग-अलग पत्रकारों …
जियो रे एडिटर्स ‘गिल्ट’! Presstitute, News Trader, बाजारू, बिकाऊ कहे जाने पर चुप्पी, Pliable पर उबाल!
Samar Anarya : मोदी ने मीडिया को बाज़ारू कहा, मंत्री वीके सिंह ने प्रेस्टीट्यूट। एडिटर्स गिल्ड ऑफ़ इंडिया सोता रहा. फिर राहुल गाँधी ने एक पत्रकार को प्लाइअबल (कोमल /दब्बू /आसानी से वश में आ जाने वाला /पुटुक /लचीला /आज्ञाकारी) कहा- एडिटर्स गिल्ट ऑफ इंडिया मीडिया पर हमलों को लेकर बहुत चिंतित हो गया! जियो …
राहुल गांधी द्वारा Pliable कहे जाने से नाराज हैं ANI की मालकिन उर्फ संपादिका स्मिता प्रकाश!
अनिल जैन : लीजिए, अब प्रधान जी के चर्चित ‘इंटरव्यू’ को लेकर जारी बहस में स्मिता प्रकाश भी कूद पडीं। वही स्मिता प्रकाश जिनके सामने बैठकर दो दिन पहले प्रधान जी राष्ट्र को संबोधित कर रहे थे। स्मिता प्रकाश इंटरव्यू को प्रायोजित बताए जाने को लेकर राहुल गांधी से नाराज हैं। वे राहुल को चुनौती …
मोदी इंटरव्यू से चर्चित स्मिता प्रकाश को राहुल गांधी ने ‘Pliable’ कहा, मचा बवाल
Manoj Malayanil : जिस पत्रकार ने नरेंद्र मोदी का इंटरव्यू लिया उनके लिए राहुल गांधी ने pliable शब्द इस्तेमाल किया है…यानी ऐसा व्यक्ति जिसे आसानी से वश में किया जा सकता है, जो बहुत लचीला हो। pliable किसे कहते हैं, इस शब्द के मतलब को राहुल गांधी ने ‘एक्सीडेंटल प्राइम मिनिस्टर’ में क़रीब एक दशक …
क्या मोदी के लिए काम करती हैं एएनआई वाली स्मिता प्रकाश? पढ़ें, सोशल मीडिया पर क्या है चर्चा!
Shesh Narain Singh : कृपया किसी इंटरव्यू के हवाले से Smita Prakash की निष्पक्षता पर सवालिया निशान न लगाएं। मैं स्मिता प्रकाश को जानता हूँ, वे ANI की शीर्ष पत्रकार और संचालक हैं। ANI की लाइव फीड बहुत सारे चैनल इस्तेमाल करते हैं। टीवी डिबेट में मैने कई बार स्मिता के साथ चर्चा की है। …
‘रोहिंग्या शरणार्थी करेंगे हमला’ जैसी फर्जी खबर लिखने वाले पत्रकार की नौकरी गई
सनसनी फैलाने के लिए गलत खबर लिखने वाले कापी एडिटर की नौकरी गई. मामला समाचार एजेंसी एएनआई का है. ANI ने 12 अक्टूबर को खबर दी कि नागालैंड पुलिस की खुफिया शाखा ने रोहिंग्या शरणार्थियों की तरफ से हमला किए जाने की आशंका जाहिर की है और इसे लेकर सबको चेतावनी दी. इस खबर का सोर्स खुफिया सूत्रों को बताया गया.
क्या एएनआई वाले खबर के नाम पर पैसा लेते हैं?
ANI न्यूज़ एजेंसी खबरें बनाने के लिए भी पैसा लेती है… इसका खुलासा कल सहारनपुर में उनके एक रिपोर्टर ने कर दिया.. दरअसल ANI ने सहारनपुर में अभी अमित विश्वकर्मा नाम के एक रिपोर्टर को नियुक्त किया है.. कल कुछ व्यपारियों ने अपनी समस्या बताते हुए उससे खबर बनाने की प्रार्थना की…
एएनआई को चाहिए कापी एडिटर्स, करें अप्लाई
देश भर के सभी भाषाओं के चैनल्स को वीडियो, बाइट, रिएक्शन उपलब्ध करवाने के मामले में देश की अग्रणी न्यूज वीडियो एजेंसी ANI (एशियन न्यूज इंटरनेशनल) ने प्रिंट मीडिया की तरफ भी रुख कर लिया है. पीटीआई यूएनआई जैसी प्रिंट न्यूज एजेंसी को मात देने के लिए एएनआई ने पूरी तैयारी कर ली है. इसी …
एएनआई की मूर्खतापूर्ण रिपोर्टिंग की सोशल मीडिया पर जगहंसाई
Sheetal P Singh : गदहपचीसी! जब पत्रकार / पत्र / एजेंसी भक्तिभाव में लीन हो जाती है तो ऐसी रचनायें जन्म लेती हैं। राजेन्द्र कुमार के बैंक एकाउंट्स में लेन देन के २८ लाख रुपयों को समाचार एजेंसी ने “सी बी आई की खोज” बताया! हम बेवक़ूफ़ थे जो बैंक के ज़रिये संचालन को “व्हाइट …
एएनआई की बॉस स्मिता प्रकाश अब भी पूरी बेशर्मी से अड़ी हुई हैं
Samar Anarya : Myanmar rubbishes Indian claims of killing rebels inside its territory against contentions that it was on board! Abki baar, jhooth dar jhooth sarkar. कल दिन भर एएनआई द्वारा जारी फर्जी फोटो दिखा दिखा छाती 56 इंच करने के बाद आज रक्षा मंत्रालय प्रवक्ता का आधिकारिक बयान आ गया है कि रक्षा मंत्रालय ने कोई तस्वीर नहीं जारी की है. हाँ, एएनआई की बॉस स्मिता प्रकाश अब भी पूरी बेशर्मी से अड़ी हुई हैं- जारी नहीं अधिकृत की थी! https://goo.gl/p07ORX
आईएएनएस हिंदी को चाहिए कई वरिष्ठ उपसंपादक
आईएएनएस हिंदी को वरिष्ठ उपसंपादकों की आवश्यकता है। तीन से 10 साल के अनुभवी पत्रकार इस पद के लिए आवेदन कर सकते हैं।
ट्विटर : मोदी पर मजाकिया मैटर साझा करने वाले पत्रकारों के खिलाफ भी कार्रवाई करने की मांग
न्यूज एजेंसी एएनआई उस व्यक्ति पर कानूनी कार्रवाई करेगी, जिसने उसके ट्विटर हैंडल का इस्तेमाल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का मजाक उड़ाने के लिए किया है। ट्विटर पर एक तस्वीर शेयर की जा रही है, जिसमें नरेंद्र मोदी का मजाक उड़ाता हुआ ट्वीट किया गया है। इस बीच ट्विटर पर इस तस्वीर को शेयर करने वाले एक पार्टी के नेता और कई पत्रकारों के खिलाफ भी कार्रवाई करने की मांग की जा रही है।
एएनआई का एकाधिकार खत्म करने को पीटीआई तैयार, ब्राडकास्ट वर्जन लाने की घोषणा
अब तक एएनआई का ब्राडकास्ट न्यूज एजेंसी के क्षेत्र में एकाधिकार है. पर प्रिंट मीडिया को न्यूज फीड देने वाली लीडिंग न्यूज एजेंसी प्रेस ट्रस्ट आफ इंडिया ने अब इसे टक्कर देने की घोषणा कर दी है. पीटीआई ने ब्राडकास्ट वर्जन लांच करने की घोषणा की है. इस चर्चित न्यूज एजेंसी ने अगले आठ से दस हफ्तों के भीतर ब्राडकास्ट वर्जन के लिहाज से कामधाम शुरू कर देने की तैयारी की है. आंतरिक तैयारियां और कामकाज तेजी से चल रहा है.
सत्तर सेकेंड का सीन
यह एक्शन सीन कुल सत्तर सेकेंड का रहा. इसमें सब कुछ था. सवाल पूछती हुई एक रिपोर्टर थी. उसका कैमरा था. सामने रॉबर्ट वाड्रा खड़े थे. उनके साथ उनके सुरक्षा गार्ड खडे थे. यह एक होटल का गलियारा था जहां पूरा सीन एक ही टेक में शूट हुआ. कहते हैं कि रिपोर्टर कई घंटे से उनका इंतजार करती रही और ज्यों ही राबर्ट वाड्रा जिम से कसरत करके निकले त्यों ही रिपोर्टर ने माइक लेकर पूछना शुरू कर दिया कि हरियाणा वाली जमीन के प्रकरण के बारे में उन्हें क्या कहना है? वाड्रा पहले रिपोर्टर को देखते रहे, फिर तीन बार क्रोध में भरकर कहा: ‘आर यू सीरियस?’ फिर एएनआई की उस रिपोर्टर के हाथ में ठहरे गनमाइक को जोर का मुक्का मारा. गनीमत रही कि रिपोर्टर का गनमाइक उसके हाथ छूट कर नीचे नहीं गिरा. उसके बाद वाड्रा आगे बढ गए और एक आवाज आती रही कि डिलीट कर दो…
एएनआई के रिपोर्टर को हड़काने वाले अपने दामाद राबर्ट वाड्रा से मिलने पहुंचीं सोनिया गांधी
लैंड डील पर सवाल पूछे जाने पर पत्रकार के साथ बदसलूकी करने के बाद मीडिया में मचे शोर और विभिन्न राजनीतिक दलों की निंदा के बाद सोनिया गांधी वाड्रा से मिलने उनके घर पहुंची. उन दोनों के बीच में क्या बातचीत हुई, अभी इसके बारे में जानकारी नहीं मिल पाई है. हरियाणा जमीन सौदे को लेकर वाड्रा पर लगातार उठ रहे सवालों के बीच शनिवार को जब एक न्यूज चैनल एजेंसी एएनआई के रिपोर्टर ने इस बाबत सवाल पूछा तो वाड्रा भड़क उठे. उन्होंने मीडियाकर्मी से बदसुलूकी की और माइक झटकते हुए आगे निकल गए.
न्यूज चैनलों के लिए ‘वाड्रा मीडिया दुर्व्यवहार प्रकरण’ सत्ता के प्रति निष्ठा जताने का मौका
हरियाणा में भूमि घोटाला पर कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के दामाद राबर्ट वाड्रा से पूछे गए सवाल पर तिलमिलाये वाड्रा ने पत्रकारों से जो बदसलूकी की उसकी गर्मी 24 घंटे तक कायम है और शायद आगे भी कायम रहेगी। प्रायः हर चैनल एएनआई का माईक झटकने का सीन हजार बार दिखा चुका है। एक पत्रकार के रूप में हम वाड्रा के कृत्य की कड़े से कड़े शब्दों में निन्दा करते हैं। पत्रकारों को स्वतंत्र रूप से कार्य करते रहने की आजादी की पुरजोर मांग करते हैं। शनिवार के प्रकरण में घटना से बड़ी राजनीति है, इससे कोई इनकार नहीं कर सकता।
बवाल कर रहे युवकों ने एएनआई संवाददाता को धमकाया, कैमरा छीनने का प्रयास
फर्रुखाबाद जनपद के एशियन न्यूज़ इंटरनेश्नल (ANI) जिला संवाददाता देर रात तकरीबन साढ़े दस बजे डॉ. के एम द्विवेदी अस्पताल में एक घायल पुलिस कर्मी की न्यूज़ कवर करने गए थे। वापस लौटते समय बस स्टैंड के सामने स्थित एक होटल पर करीब 15-18 युवकों को मार-पीट, गाली गलौज करते देख ANI रिपोर्टर घटना को अपने कैमरे से शूट करने लगे। कैमरा देख वहां मौजूद एक युवक रिपोर्टर के निकट आया और स्वयं को एक राजनैतिक दल का नेता बताते हुए हथियार निकाल कर धमकाने लगा।