उत्तर प्रदेश के शामली जिले के कांधला में पत्रकार विनय बालियान पर जानलेवा हमला छह लाख रुपये के लेनदेन को लेकर किया गया था। पुलिस ने एक हमलावर को पकड़ कर यह खुलासा किया है। इस प्रकरण में अभी दो हमलावरों सहित शातिर पुलिस की पकड़ से बाहर हैं। एसपी शामली विजय भूषण ने अपने कार्यालय में पत्रकारों से वार्ता कर घटना का खुलासा किया। एसपी के अनुसार, 25 मई की रात दुकान से घर जाते समय पत्रकार विनय बालियान को बाइक सवार तीन शातिरों ने गोली मारकर घायल कर दिया था।
अज्ञात हमलावरों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया गया। पुलिस ने जांच पड़ताल की। सर्विलांस का सहारा लिया और शातिरों का पता लगाकर एक हमलावर को पकड़ लिया। एसपी का कहना है कि विनय बालियान ब्याज पर रुपये देने का काम करता है। कांधला निवासी इकराम से छह लाख के लेनदेन को लेकर दोनों में मनमुटाव था। इकराम का चचेरा भाई नौशाद अपराधिक छवि का है। पूर्व में उससे भी विनय की कहासुनी हुई थी। सर्विलांस के जरिए नौशाद, राजेश सैनी व अरशद निवासी कांधला की भूमिका संदिग्ध पाई गई। जांच पड़ताल में सामने आया कि घटना वाली रात दिल्ली अड्डे पर पहले तीनों ने शराब का सेवन किया। अरशद ने एक बाइक का इंतजाम किया। इसी बाइक पर सवार होकर तीनों ने विनय बालियान को गोली मारी। नौशाद को पकड़ा गया तो उसने घटना का खुलासा किया।
एसपी ने जानकारी दी कि नौशाद का कहना है कि घटना के बाद बाइक को सुनसान क्षेत्र में डाल दिया था। इस मामले में नौशाद, अरशद व राजेश सैनी को मुख्य आरोपी बनाया गया है। इकराम के खिलाफ साजिश रचने की धारा में कार्रवाई होगी। उधर, घटना में किसी सफेदपोश के शामिल होने के सवाल पर एसपी का कहना था कि अभी तक जांच पड़ताल में ऐसा नहीं आया है। यदि ऐसा आया तो कार्रवाई होगी।
एसपी का कहना है कि इकराम व विनय बालियान के बीच चेयरमैन ने समझौता कराने की कोशिश की, लेकिन समझौता कुछ दिन बाद ही टूट गया। तब चेयरमैन समझौते से बाहर आ गए थे। विनय ने इकराम पर पैसे के दबाव बनाया तो इकराम की साजिश पर इस घटना को अंजाम दिया गया। इस प्रकरण में दो हमलावरों सहित तीन आरोपी फरार हैं। इसके अलावा भी जो तथ्य प्रकाश में आएंगे, उन्हें भी कार्रवाई में सम्मिलित किया जाएगा। पुलिस ने नौशाद की निशानदेही पर तमंचा बरामद किया है। विनय बालियान पर हमला प्रकरण में गिरफ्तार नौशाद ने स्वयं को निर्दोष बताया। उसका कहना था कि उसका इस मामले से कोई लेनादेना नहीं है। उसके चचेरे भाई इकराम का विनय के साथ लेनदेन का विवाद है।