आप अंधभक्त हैं तो आपके लिए ये इंटरव्यू नहीं है. अपना वक्त बेकार न करें. जिनके लिए सत्ता की भक्ति ही पत्रकारिता हो उनके लिए सच और झूठ में कोई फरक नहीं है.
पुण्य प्रसून बाजपेयी वो पत्रकार हैं जो सवाल पूछने से कभी डरे नहीं, सामने चाहें जितना भी बड़ा, ताकतवर और रसूखदार आदमी हो…
यही वजह है कि इस देश की केंद्रीय सत्ता, जो सवालों से डरती है, वो पुण्य प्रसून के पीछे पड़ गई, उन्हें कहीं नौकरी नहीं करने दिया. आजतक, एबीपी न्यूज, सूर्या समाचार जैसे चैनलों से पुण्य प्रसून को जाना पड़ा. ये सब नरेंद्र मोदी और अमित शाह के चलते हुआ, ऐसा जानकार मानते हैं. जिन जिन चैनलों से पुण्य प्रसून को सरकारी दबाव डालकर हटवाया गया, उन चैनलों का प्रबंधन सरकार से सवाल न कर सका कि आखिर हम अपने पत्रकार को क्यों हटाएं, सिर्फ इसलिए कि वो सरकार को आइना दिखाता है, सरकार से सवाल करता है…
मीडिया के मालिक रीढ़ विहीन हैं. उन्हें अपने आर्थिक साम्राज्य की चिंता है. कहीं सीबीआई और ईडी न पीछे पड़ जाए… इसलिए वो पत्रकारिता भूलकर सरकारिता को सिर माथे पर रखते हैं… ऐसे चिरकुट मीडिया मालिकों और आलोचना से डरने वाली सरकारों के दौर में पुण्य प्रसून बाजपेयी का होना उन थोड़े से पत्रकारों को आश्वस्त करता है जो ईमानदारी से सच दिखाना छापना बताना सुनाना चाहते हैं…
पुण्य प्रसून बाजपेयी इन दिनों अपने यूट्यूब चैनल पर सक्रिय हैं. मिलियन्स सब्सक्राइबर हैं और वीडियोज के लाखों व्यूज आते हैं. पुण्य प्रसून पिछले कई साल से चुपचाप अपना काम कर रहे हैं. उनके मन में आजकल की मीडिया, राजनीति और पत्रकारिता को लेकर क्या कुछ चल रहा है, वो क्या पढ़ रहे हैं, कौन सा सिनेमा देख रहे हैं…
सबसे पहले उनके इंटरव्यू की कुछ झलकियां देखें…
झलकियां https://youtu.be/6rIXMDdQ__M
उनका पूरा इंटरव्यू तीन हिस्सों में है… सबका लिंक नीचे दिया जा रहा है….
PPB पार्ट 1) https://youtu.be/yJcMhmnziJE
PPB पार्ट 2) https://youtu.be/6UMzDVPNnCM
PPB पार्ट 3) https://youtu.be/Yiz1CSBM1HA
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