कोरोना के दौर में मिडिल क्लास थर्ड क्लास दौर से गुजर रहा है। मोदी जी ने सरकारी कर्मचारियों का DA एक साल के लिए रोक दिया है अब मिडिल क्लास “भक्तों” की जेब ढीली हो गई है, मोदी जी ने कोरोना के नाम से ऐसी कड़वी गोली दी है कि न निगलते बन रहा है, न उगलते…..
“मोदी जी ने किया है तो अच्छा ही किया होगा” वाला वाक्य सुबह शाम रटने वाले मध्यम वर्ग की हालत उस एक तरफा आशिक की हो गई जो रोज यह सोचता है कि एक दिन तो उसकी महबूबा उसके इश्क की कद्र करेगी लेकिन महबूबा उसे 6 साल से बजट से लेकर gst तक उसके साथ धोखे पर धोखा ही कि जा रही है लेकिन आशिकी कम ही नही हो रही है
मोदी कर्मचारियों के 35000 करोड़ की कटौती कर रहे है लेकिन विस्टा परियोजना औऱ बुलेट जैसे गैर जरूरी प्रोजेक्ट को बंद करने का एलान नही कर रहे है वो सरकारी विज्ञापनों में इंच मात्र भी कटोती नही कर रहे है क्योंकि वो जानते है कि मिडिल क्लास उसका बंधुआ मजदूर है मोदी कितनी भी बेवफाई कर ले वो अपना प्रेम और वोट तो उन्हें ही देगा
मोदी ने मिडिल क्लास को ठेके पर लिया दिहाड़ी मजदूर समझ लिया है जो केवल चुनाव के समय उनका भरपूर प्रचार करता है औऱ चुनाव जीतने के बाद उसको बड़ी बेज्जती औऱ बेदर्दी से दफा कर दिया जाता है लेकिन धर्म के नशे में डूबा देवदास रूपी मिडिल क्लास अपनी पारो के लिए एक ही गाना गाता है हम इंतजार करेंगे तेरा कयामत तक ..
और एक दिन ठीक 8 बजे आवाज आती है..मित्रो पहले दिए जलाए थे…अब DA जलाओ ….बलिदान तो देना ही होगा..तब ही तो कोरोना से युद्ध जीता जायेगा…. 🙂