हिन्दुस्तान का सबसे बड़ा अखबार होने का दावा करने वाला दैनिक भास्कर अब लगता हैं बासी व पुरानी फोटोज़ से ही अपनी गुजर बसर कर रहा हैं। भास्कर के कर्मचारियों के आलस्य का अनुमान आप इसी बात से लगा सकते हैं कि एक फोटो जो साल भर पहले भास्कर ने ही अपने अखबार में छापी थी उसे फिर से आज अखबार में छाप दिया गया। अगर कोई खड्ड़ा या कोई ऐसी समस्या की फोटो होती जो साल भर पूर्व भी ऐसी थी और अब भी वैसी हैं तो समझ आता हैं मगर फोटो तो थी ईद पर नमाज अदा कर रहे अकीदतमंदों की।
पिछले वर्ष छपी फोटो
मामला अजमेर जिले का है जहां केकड़ी डेडलाईन से ईद की खबर फोटो सहित छपी। लेकिन फोटो वही जो पिछले साल ईद पर छपी थी। ऐसे में सवालों के घेरे में भास्कर के स्थानीय पत्रकार व डेस्क इंचार्ज ही हैं, मगर हां डेस्क इंचार्ज तो यह कह कर निकल जायेगें कि भई एक साल पुरानी फोटो उन्हे याद थोड़ी हैं जो स्थानीय पत्रकार ने भेजी उसे ही लगा दी गई। अब स्थानीय पत्रकार क्या जवाब देंगें यह देखने वाली बात होगी। ज्ञात रहे कि केकड़ी के भास्कर के पत्रकार को पिछले दिनों ही जयपुर में भास्कर प्रबंधन द्वारा उत्कृष्ठ विज्ञापन कार्य के लिये सम्मानित किया गया था।
इसके बाद उन्होने अगले ही दिन क्षेत्रीय विधायक की फोटो के साथ फुल पेज का एड लगवा दिया था जिसके बाद उन्हे भास्कर ने कुछ दिनों के लिये सस्पेंड भी कर दिया गया था और लिखित माफीनामा भी लिखवाया था। भास्कर के अजमेर संस्करण संपादक की मेहरबानी से इनकी नौकरी बच पाई थी। अब फिर से ये मुसिबत में नजर आ रहे हैं।
एक पत्रकार द्वारा भेजे गए पत्र पर आधारित।
देव
October 23, 2014 at 2:36 pm
वो तो अच्छा है की गूगल से नहीं टेपी.
देवेन्द्र सक्सेना
January 5, 2015 at 4:50 pm
किआ मीडिया पर विश्वाश जरें ! अज=खबार में न्यूज़ डेजर आओ पीछे से अखबार का पत्रकार सामने वाले को फोने पर सुचना देता है की आपके खिलाफ आया है !