सेवा में
संपादक
भड़ास4मीडिया
विषय- दैनिक भास्कर की कारगुजारी उजागर करें
मीडिया से जुड़ी खबरें अक्सर मैं भड़ास4मीडिया में देखते आ रहा हूं। पेशे से तो बिल्डर हूं लेकिन जिस तरह से भड़ास4मीडिया, मीडिया से जुड़ी खबरों को ईमानदारी व सच्चाई के साथ उजागर करता है, उसको लेकर मैं भड़ास4मीडिया का कायल हूं। दैनिक भास्कर जबलपुर संस्करण ने मुझे और मेरे प्रोजेक्ट को झूठी खबरें प्रकाशित करके बदनाम करने का काम किया है। इसकी शिकायत मैंने प्रेस काउंसिल ऑफ इंडिया को भी की है। आपके समक्ष मैं प्रेस काउंसिल को दी गई शिकायत दस्तावेजों के साथ भेज रहा हूं। आपसे अनुरोध है इस खबर को प्रकाशित करें।
प्रति
अध्यक्ष महोदय
प्रेस काउंसिल ऑफ इंडिया, 8-सीजीओ कॉम्प्लेक्स,सूचना भवन, लोधी रोड, न्यू दिल्ली -पिन 110003
विषय- असत्य एवं भ्रामक समाचार प्रकाशित करने वाले दैनिक भास्कर जबलपुर अखबार प्रबंधन के खिलाफ शिकायत
महोदय
मैं ब्रजेश तिवारी प्रोमोटर एवं डेवलपर इस शिकायत के माध्यम से दैनिक भास्कर जबलपुर संस्करण में प्रकाशित समाचार के संदर्भ में आपके समक्ष विनम्रता पूर्वक समाचार में प्रकाशित तथ्यों के बारे में अवगत करा रहा हूं। महोदय मुझे यह बताते हुए बेहद दुख भी हो रहा है कि पत्रकारिता के उच्च मापदंडों की बड़ी बड़ी बात करने वाले दैनिक भास्कर जबलपुर संस्करण ने मेरे अपूर्वा हाइट्स प्रोजेक्ट के खिलाफ पूरी तरह भ्रामक खबर प्रकाशित करके मेरे प्रोजेक्ट की विश्वसनीयता पर सवाल उठाकर मेरे ग्राहकों को न केवल भ्रमित किया गया बल्कि मेरी साख को समाज के बीच गिराने का काम भी किया। मैं बिंदुवार आपके समक्ष प्रकाशित खबर के बारे में अपने तथ्य प्रस्तुत कर रहा हूं।
1 – दैनिक भास्कर जबलपुर संस्करण ने जबलपुर फ्रंट पेज में ‘जेडीए की जमीन पर बन रहे अपूर्वा अपार्टमेंट के 56 फ्लैट’ शीर्षक के साथ खबर 23 जून 2021 को प्रकाशित की गई। इसके बाद 25 जून 2021 को जबलपुर फ्रंट पेज में ही पुनः खबर प्रकाशित की गई कि ‘जेडीए की 500 करोड़ की भूमि हो रही खुर्द खुर्द’। इसके साथ ही 27 जून 2021 एक समाचार और प्रकाशित किया गया कि ‘सीईओ ने कहा अपूर्वा हाइट्स का काम रुकवा दिया गया और उधर धड़ल्ले के साथ तन रहा अपूर्वा अपार्टमेंट’। इन तीनों ही खबरों में दैनिक भास्कर समाचार पत्र जबलपुर में विभिन्न तथ्यों का हवाला देते हुए यह सिद्ध करने की कोशिश की गयी है कि जहां पर अपूर्वा हाइट बन रहा है उसमें सिर्फ जेडीए का स्वामित्व होगा और किसी का स्वामित्व हो ही नहीं सकता यानी कि खबरों के माध्यम से यह बताने की कोशिश की गई कि जिन्होंने इस अपूर्वा हाइट के प्रोजेक्ट पर अपना इन्वेस्ट किया है वह किसी काम का नहीं और उनको इस भूमि का स्वामित्व प्राप्त नहीं होगा।
2 – महोदय मैं ब्रजेश तिवारी 22 जून 2021 को मध्यप्रदेश के राजपत्र में प्रकाशित अधिसूचना के सम्बंध में आपको अवगत करा रहा हूं जिसमे 22 जून 2021 के संबंध में साफ लिखा हुआ है कि प्राधिकरण की योजना क्रमांक 11 ग्राम लक्ष्मीपुर अंतर्गत तत्स समय ग्रीन बेल्ट और वर्तमान में आवासीय तत समय त्रुटिवस राजपत्र में दिनांक 5 अक्टूबर 1979 को धारा 71(2 ) के तहत प्रकाशित भूमि के डी नोटिफिकेशन की सूचना इसके आगे अगर आप पढ़ेंगे तो साफ निकल कर सामने आएगा की तस्वीर क्या है राजपत्र में लिखा गया है कि तत्कालीन नगर सुधार न्यास वर्तमान में जबलपुर विकास प्राधिकरण की धारा 71()2 के तहत मध्यप्रदेश राजपत्र में दिनांक 5 अक्टूबर 1979 को योजना क्रमांक 11 की भूमियों का अंतिम प्रकाशन किया गया था जिसमें उस समय की ग्रीन बेल्ट और वर्तमान में आवासीय की निम्नलिखित 21.530 हेक्टेयर भूमि का भूल वस प्रकाशन कर दिया गया था माननीय उच्च न्यायालय के परिपालन में तथा राज्य शासन द्वारा प्रश्न आधीन भूमि को डी नोटिफाइड करने हेतु दी गई अनुमति अनुसार एवं प्राधिकारी बोर्ड निर्णय क्रमांक 2546 दिनांक 15 मार्च 2021 के परिपालनार्थ जबलपुर विकास प्राधिकरण निम्नलिखित।
त्रुटिवस से प्रकाशित भूमियों को योजना क्रमांक 11 से डिनोटिफाइड करता है अब इसमें आप अगर नजर डालेंगे तो जिस अपूर्वा हाइट के बारे में बताया जा रहा है उसमे भूमि स्वामी विवाद खत्म हो गया है इसमें 68 /1 एक का भी उल्लेख किया गया है 68 /2 दो 68 / 3, 68 /4 भूमियों में कोई भी विवाद नहीं है यह साफ राजपत्र में उल्लेखित कर दिया गया है यानी कि जो दैनिक भास्कर द्वारा खबर के माध्यम से अफवाह फैलाई जा रही थी उसका पर्दाफाश हो गया है और राजपत्र में प्रकाशन 22 जून 2021 को ही हो चुका था जबकि 23 जून को यह खबर प्रकाशित करके अपूर्वा प्रोजेक्ट को बदनाम किया गया जबकि हमारे द्वारा दैनिक भास्कर को यह अवगत भी कराया गया कि जिस भूमि पर अपूर्वा प्रोजेक्ट को बनाया जा रहा है उस पर हमारा ही स्वामित्व है और सभी दस्तावेज सही है उसके बावजूद भी हमारे पक्ष को दरकिनार करते हुए एक तरफा तरीके से खबर में हमारे स्वामित्व को खारिज करके यह बताने की कोशिश की गई कि हम अवैध तरीके से यहां पर फ्लैट का निर्माण कर रहे हैं इस तरह की खबर प्रकाशित करके दैनिक भास्कर ने अपनी विश्वसनीयता पर प्रश्नचिन्ह लगा दिया है और इसके बाद जब हमने इस खबर के संबंध में दैनिक भास्कर प्रबंधन के समक्ष पक्ष में दस्तावेज प्रस्तुत किये उसके बावजूद भी खबर का ना खंडन किया गया बल्कि दो बार और भी भ्रामक खबर प्रकाशित की गई जिससे ना हमें केवल मानसिक रूप से आघात पहुंचा बल्कि आर्थिक रूप से भी हानि उठानी पड़ी।
उक्त कृत्य से प्रतीत होता है कि दैनिक भास्कर जबलपुर संस्करण ने अपूर्वा प्रोजेक्ट को बदनाम करने के लिए यह खबर प्रकाशित की इस संदर्भ में हमने दैनिक भास्कर जबलपुर संस्करण के प्रबंधन को न केवल व्यक्तिगत रूप से उपस्थित होकर खबर प्रकाशन के दिन ही पत्र दिया लेकिन जब दूसरे दिन खबर का खंडन नहीं किया गया पुनः हमने उनके समक्ष अपने तथ्य रखें लेकिन वे लगातार खबर छापते ही रहे ऐसे में 6 जुलाई 2021 को स्पीड पोस्ट के माध्यम से श्री कैलाश अग्रवाल प्रबंध निदेशक दैनिक भास्कर समाचार पत्र जबलपुर संस्करण कार्यालय सिविक सेंटर जबलपुर ,श्री गिरीश पांडे सहायक संपादक दैनिक भास्कर समाचार पत्र कार्यालय सिविक सेंटर जबलपुर,श्री आशीष शुक्ला संवाददाता दैनिक भास्कर जबलपुर संस्करण सिविक सेंटर को भी पत्र के माध्यम से अवगत कराया कि आप ने जो खबर अपूर्वा हाइट के संदर्भ में प्रकाशित की है वह भ्रामक है और जिस के संदर्भ में हमने दस्तावेज भी आपको उपलब्ध करा दिए हैं कृपया आप खबर का खंडन करें महोदय दैनिक भास्कर जबलपुर संस्करण के उपरोक्त प्रतिनिधियों को व्यक्तिगत और पत्र के माध्यम से सूचित करने के बावजूद किसी भी तरह का जवाब हमें नहीं मिला और ना ही उपरोक्त खबर का खंडन दैनिक भास्कर में प्रकाशित किया गया इससे साफ प्रतीत होता है कि दैनिक भास्कर समाचार पत्र जबलपुर संस्करण ने हमारे प्रोजेक्ट को बदनाम करने के लिए ही खबर को प्रकाशित किया हमें यह भी प्रतीत होता है कि दैनिक भास्कर जबलपुर संस्करण ने किसी अन्य प्रतियोगी बिल्डर समूह से ब्लैक मनी लेकर हमारे प्रतिष्ठित प्रोजेक्ट को बदनाम किया।
3 महोदय इस शिकायत के माध्यम से मैं बृजेश तिवारी प्रमोटर एवं डेवलपर अपूर्वा हाइट आपके समक्ष है उपरोक्त प्रकाशित खबरें एवं 22 जून को राजपत्र में प्रकाशित अधिसूचना दैनिक भास्कर प्रबंधन जबलपुर संस्करण को भेजे गए पत्र आपके समक्ष प्रस्तुत कर रहा हूं महोदय से निवेदन है कि दैनिक भास्कर जबलपुर संस्करण के प्रतिनिधियों को निर्देशित करें कि वह खबर का खंडन अखबार में उतने ही स्पेस में प्रकाशित करें जितने स्पेस में हमारे खिलाफ खबर छापी गई थी इसके साथ ही दैनिक भास्कर जबलपुर संस्करण यह भी सुनिश्चित करें कि भविष्य में इस तरह की खबरें ना केवल हमारे खिलाफ ना हमारे प्रोजेक्ट के खिलाफ प्रकाशित करेगा माननीय अध्यक्ष महोदय पर हमें पूरा भरोसा है साथ ही प्रेस की स्वतंत्रता ,नैतिकता के लिए स्थापित संस्थान प्रेस काउंसिल ऑफ इंडिया से हमें न्याय अवश्य मिलेगा।
3- उपरोक्त खबर के संदर्भ में मैं बृजेश तिवारी प्रमोटर एवं डेवलपर अपूर्वा हाइट्स यह भी सुनिश्चित करता हूं साथ ही शपथ पूर्वक प्रमाणित करता हूं कि उपरोक्त जमीन से संबंधित कोई भी विवाद भारत के किसी भी न्यायालय में लंबित नहीं है और भविष्य में अगर शिकायत करने के बाद प्रकरण आता है तो माननीय अध्यक्ष प्रेस काउंसिल ऑफ इंडिया को सूचित किया जाएगा।
महोदय आपसे अनुरोध है कि मेरी इस शिकायत पर त्वरित रूप से संज्ञान लेते हुए दैनिक भास्कर प्रबंधन पर कड़ी से कड़ी कार्यवाही की जाए,साथ ही खबर का खबर के खंडन के लिए आदेश जारी किए जाए।
संलग्न-
दैनिक भास्कर समाचार पत्र जबलपुर को खबर का खंडन करने हेतु भेजा गया पत्र
दैनिक भास्कर जबलपुर संस्करण में प्रकाशित खबरें
भूमि से संबंधित मध्यप्रदेश शासन द्वारा प्रकाशित राजपत्र
जेडीए द्वारा प्रदान की गई एनओसी
प्रतिवादी
1 श्री कैलाश अग्रवाल प्रबंध संचालक दैनिक भास्कर समाचार पत्र जबलपुर संस्करण कार्यालय विशंभर भवन सिविक सेंटर जबलपुर
2 श्री गिरीश पांडे सहायक सम्पादक दैनिक भास्कर समाचार पत्र जबलपुर संस्करण कार्यालय विशंभर भवन सिविक सेंटर जबलपुर
3 श्री आशीष शुक्ला संवाददाता दैनिक भास्कर समाचार पत्र जबलपुर संस्करण कार्यालय विशंभर भवन सिविक सेंटर जबलपुर
आवेदक
बृजेश तिवारी
प्रोमोटर एवं डेवलपर
अपूर्वा हाइट
जबलपुर 482001