शुक्र है कि आप नौकर बन पाए या न बन पाए लेकिन चीन में पैदा नहीं हुए क्योंकि अगर वहां पैदा होते और किसी कंपनी में काम करते तो टारगेट न पूरा होने के कारण सरेआम कुत्ता की तरह घुटनों के बल सड़क पर रेंगना पड़ता. इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि आप स्त्री हैं या पुरुष.
चीन की एक कंपनी ने कर्मचारियों को दंड देने के मामले में मानवीयता को ताक पर रख दिया. कंपनी ने कर्मचारियों को घुटने के बल सड़क पर चलने के लिए मजबूर कर दिया. कंपनी ने ऐसा करते हुए महिला और पुरुष कर्मचारियों में कोई मतभेद नहीं किया और महिलाओं को भी सड़क पर घुटनों के बल चलने को मजबूर किया.
चीन की एक कंपनी ने व्यस्त सड़क के बीच अपने कर्मचारियों को घुटने के बल चलने का दंड दिया और उनके आगे कंपनी के झंडे लहराए जा रहे थे. सड़क पर हैरान लोग उन्हें देख रहे थे और वीडियो बना रहे थे। हालांकि, पुलिस के हस्तक्षेप के बाद इस अमानवीय कृत्य को रोका गया. इस घटना के बाद चीन की इस कंपनी को अस्थायी रूप से बंद कर दिया गया है. कंपनी के असंवेदनशील व्यवहार की सोशल मीडिया पर जमकर आलोचना हो रही है.
चीन के शानदोंग प्रांत के झाओझुआंग शहर में हुई इस घटना में कम से कम छह कर्मचारियों को अपने हाथों और घुटनों के बल पर व्यस्त सड़क के किनारे रेंगते हुए देखा गया. जब कंपनी के कर्मचारी यह सजा झेल रहे थे, उस वक्त आगे-आगे एक शख्स कंपनी का झंडा लेकर चल रहा था. पुलिस ने इसे देखते ही रोक लिया और कार्रवाई करते हुए कंपनी को अस्थायी रूप से निलंबित कर दिया. कंपनी के मैनेजर ने कहा कि इस प्रकार की सजा देने का उनका मकसद सिर्फ कर्मचारियों में केवल उत्साह पैदा करना था.
चीन में टारगेट को पूरा न कर पाने के लिए कर्मचारियों को अपमानित करना कोई नया नहीं है. इससे पहले भी चीनी कंपनियां अपने कर्मचारियों द्वारा टारगेट पूरा नहीं करने की वजह से उन्हें पेशाब पीने और कॉक्रॉच खाने के लिए भी मजबूर करने जैसी क्रूर हरकत की है. पिछले साल एक विडियो सामने आया था जिसमें एक महिला बॉस कर्मचारियों को एक लाइन से थप्पड़ मारती दिख रही है.
चीन में काम में कमजोर और टारगेट न पूरा करने वाले कर्मियों को कैसे दंडित किया जाता है, ये वीडियोज देखने के लिए नीचे दिए लिंक पर क्लिक करें…
https://www.youtube.com/results?search_query=chinese+company+punishment