चंदौली जिले के मुगलसराय में कोतवाल अनिरुद्ध सिंह द्वारा पत्रकारों तथा उनके बचाव में आए व्यापारियों पर लाठीजार्च के मामले ने तूल पकड़ लिया है. विवादित छवि के कोतवाल के निलंबन की मांग को लेकर जिले भर के पत्रकार संगठन अड़ गए हैं. मुगलसराय के कुछ टीवी स्ट्रिंगरों को छोड़कर पूरी मीडिया कोतवाल के खिलाफ खड़ी हो गई है. व्यापार मंडल, समाजिक संस्था समेत सभी दलों के लोगों ने कोतवाल के गुंडई की निंदा करते हुए उनके निलंबन की मांग की है.
अमूमन ऐसे मामलों पर लीपापोती करने वाले दैनिक जागरण ने भी कोतवाल के खिलाफ स्टैंड लिया है. अमर उजाला ने भी कोतवाल के विरुद्ध उठ रही आवाजों को जगह देने का काम किया है. दोनों अखबारों द्वारा लिए गए सही स्टैंड की सराहना हो रही है. उल्लेखनीय है कि मुगलसराय में कुछ दिन पहले ही चार्ज संभालने वाले कोतवाल अनिरुद्ध सिंह बिना शहर का मिजाज समझे कुछ लोगों के बहकावे में आकर पत्रकारों से उलझ गए. पत्रकारों ने जब उनके इस कृत्य का विरोध किया तो उन्होंने उन पर लाठीचार्ज करवा दिया.
कथिततौर पर प्रदेश सरकार के एक मंत्री का वरदहस्त पाएं कोतवाल को गुमान था कि वो कुछ भी कर सकते हैं. इसी बल पर उन्होंने पत्रकारों और व्यापारियों के साथ ना केवल वर्दी के रोब में गाली-ग्लौज की बल्कि उनपर बुरी तरह लाठी चार्ज भी करा दिया. पत्रकारों तथा व्यापारियों के उत्पीड़न और उन पर लाठीचार्ज की जानकारी मिलने पर कोतवाली पहुंचे स्थानीय बसपा विधायक बब्बन सिंह चौहान के साथ भी कोतवाल ने हील-हुज्जत की.