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ये तुमने क्या कर दिया ‘द ट्रिब्यून’

यक़ीनन अंग्रेजी अख़बार द ट्रिब्यून विश्वसनीय अख़बार है, लेकिन कितना ? प्रतियोगिता की इस अंधी होड़ में द ट्रिब्यून भी बिना परखे सुनी सुनाई खबरें लगा रहा है। द ट्रिब्यून ने सोमवार को लुधियाना एडिशन में खबर प्रकाशित की कि शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के अध्यक्ष जत्थेदार अवतार सिंह मक्कड़ के बारे में आपत्तिजनक मैसेज भेजने पर अकाली पार्षद कंवलजीत सिंह कड़वल पर पुलिस ने एफ.आई.आर दर्ज की है।

यक़ीनन अंग्रेजी अख़बार द ट्रिब्यून विश्वसनीय अख़बार है, लेकिन कितना ? प्रतियोगिता की इस अंधी होड़ में द ट्रिब्यून भी बिना परखे सुनी सुनाई खबरें लगा रहा है। द ट्रिब्यून ने सोमवार को लुधियाना एडिशन में खबर प्रकाशित की कि शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के अध्यक्ष जत्थेदार अवतार सिंह मक्कड़ के बारे में आपत्तिजनक मैसेज भेजने पर अकाली पार्षद कंवलजीत सिंह कड़वल पर पुलिस ने एफ.आई.आर दर्ज की है।

 

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ट्रिब्यून ने लिखा कि इस बारे में काफी कोशिश करने के बावजूद न तो कड़वल से बात हो पाई न ही मक्कड़ से। अगले दिन पता चला कि कड़वल पर कोई एफ.आई.आर दर्ज ही नहीं हुई है। ट्रिब्यून जिस खबर को अपनी एक्सक्लूसिव मान रहा था, उसी खबर के कारण उसकी किरकरी हुई और कड़वल ने ट्रिब्यून के दफ्तर में जा कर जो खरी खोटी सुनाई वो अलग। अगले दिन खबर दुरुस्त करके लगाई गयी।

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