ऐसी-ऐसी खबरें गढ़ी जा रहीं जिनका कोई वजूद नहीं!

श्रीगंगानगर। समझ से परे है कि मीडिया/मीडिया कर्मियों को हुआ क्या है! ऐसी-ऐसी खबरें जिनका कोई वजूद नहीं! इसमें कोई शक नहीं कि कुछ खबरें होती हैं और कुछ वक्त की मांग के अनुसार गढ़ी भी जाती हैं, यूं कहिये की गढ़नी भी पढ़ती हैं, लेकिन गढ़ाई गढ़ाई जैसी तो हो! ये क्या कि सिर कहीं और पैर कहीं। बाबा गुरमीत सिंह राम रहीम और मंत्री परिषद के पुनर्गठन विषय पर मीडिया ने जो कुछ कहा, उसमें कब कितना सच था, सब सामने आ गया। झूठ, कोरे कयास और गढ़ाई सच की तरह परोसी जाती रही। आम जन के पास ऐसा कोई जरिया होता नहीं जो सच को जान सके। उसके  लिए तो मीडिया और मीडिया कर्मी ही भगवान होते हैं, ऐसे गरमा गरम विषयों पर।

न्यूज़ चैनल ‘महाराष्ट्र वन’ के मुख्य संपादक बने निखिल वागले

आईबीएन-लोकमत के पूर्व संपादक निखिल वागले नए मराठी न्यूज़ चैनल महाराष्ट्र वन के संपादकीय प्रमुख होंगे। वह 1 सितंबर से अपना नया कार्यभार संभाल लेंगे। अक्टूबर तक महाराष्ट्र वन लॉन्च हो सकता है। उनके कई पूर्व सहयोगियों ने आईबीएन लोकमत से इस्तीफा दे दिया है और वे सितंबर के पहले सप्ताह से उनके साथ जुड़ …

बेलगाम न्यूज चैनल : आतंकी से यारी, पड़ेगी भारी !

आतंकी याकूब मेनन की फाँसी की रात कुछ इलेक्ट्रानिक मीडिया की कवरेज वाकई आपत्तिजनक थी ! अब केंद्र सरकार ने कुछ चैनलो को नोटिस देकर जवाब माँगा है ! इसमें आज तक, ए बी पी न्यूज़ और एनडी टीवी शामिल है !

वाह- वाह : ‘हिंदुस्तान’ की कसम, खबरें रिपीट करेंगे हम !

लगता है कि दिल्ली से प्रकाशित दैनिक हिन्दुस्तान ने पुराना मैटर रिपीट करने की कसम खा रखी है। हिन्दुस्तान के 31 जुलाई के अंक के पेज नंबर 11 (हेल्थ तरक्की) में जो सुडोकू 3503 नंबर से प्रकाशित किया गया है, वही सुडोकू 27 जुलाई के पेज नंबर 11 (जीने की राह) पर 3499 नंबर से पहले ही प्रकाशित किया जा चुका है। इतना ही नहीं सुडोकू नं. 3499 का जो उत्तर 28 जुलाई के पेज नं. 11 (धर्मक्षेत्रे) पर छपा है, वही उत्तर 01 अगस्त के पेज नं 11 (मनोरंजन) पर 3503 नंबर से प्रकाशित किया गया है।

ये है जागरण के पत्रकार की राजनीतिक समझ का तकाजा

दैनिक जागरण के दिल्ली ब्यूरो का ज्ञान भी अजीब है. चा अगस्त के अंक में ‘पी एम ने विपक्ष की ओर बढ़ाया हाथ’ न्यूज़ में एक छोटी न्यूज़ लगी है.”पुराना रहा है निलंबन का इतिहास”. इसमें 1989 में लोक सभा का स्पीकर एच के एल भगत को बताया गया है.

देहरादून में वरिष्ठ पत्रकार अशोक पांडेय का मकान ढहाया गया

देहरादून : उत्तराखंड के मुख्यमंत्री हरीश रावत के निजी सचिव आईएएस मोहम्मद शाहिद का स्टिंग ऑपरेशन करने वाले पत्रकार अशोक पांडेय का घर मंगलवार को मसूरी-देहरादून डिवेलपमेंट अथॉरिटी ने ढहा दिया। स्टिंग में शाहिद राज्य में शराब की बिक्री संबंधी नीतियों को बदलने के लिए रिश्वत की मांग करते दिखाए गए थे।

कलाम और याकूब की खबरों के साथ खिलवाड़ की आलोचना

याकूब मेमन की फांसी और पूर्व राष्ट्रपति एपीजे अब्‍दुल कलाम के निधन से जुड़ी खबरों पर इंडियन एक्सप्रेस और टाइम्स ऑफ इंडिया के रवैये को लेकर देश के बौद्धिक जगत में जमकर आलोचना का सिलसिला सोशल मीडिया पर अभी थमा नहीं है। 

ये तुमने क्या कर दिया ‘द ट्रिब्यून’

यक़ीनन अंग्रेजी अख़बार द ट्रिब्यून विश्वसनीय अख़बार है, लेकिन कितना ? प्रतियोगिता की इस अंधी होड़ में द ट्रिब्यून भी बिना परखे सुनी सुनाई खबरें लगा रहा है। द ट्रिब्यून ने सोमवार को लुधियाना एडिशन में खबर प्रकाशित की कि शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के अध्यक्ष जत्थेदार अवतार सिंह मक्कड़ के बारे में आपत्तिजनक मैसेज भेजने पर अकाली पार्षद कंवलजीत सिंह कड़वल पर पुलिस ने एफ.आई.आर दर्ज की है।

सीएम के जिले में थानेदार की गुंडई, कोर्ट का आदेश ठेंगे पर रखकर पत्रकार की जमीन पर कब्जा करा दिया

नालंदा (बिहार) जिले का नगरनौसा-चंडी अंचल क्षेत्र सुशासन बाबू के नाम से मशहूर बिहार के सीएम नीतिश कुमार के गृह जिले की राजनीति का एक प्रभावशाली अंग माना जाता है लेकिन यहां सुशासन का जो ताजा दृश्य सामने है, वह आम जनता की अंतरात्मा को अंदर तक झकझोर जाता है। एक गुंडा थाना प्रभारी ने कोर्ट के आदेश को परे रखकर पत्रकार की जमीन पर कब्जा करा दिया। 

हर ख़बर को दूसरी ख़बर से जोड़कर बुलेटिन बनाने के आदती हैं पुण्य प्रसून बाजपेयी

टीवी चैनलों में लिंक न्‍यूज़ का प्रयोग Punya Prasun Bajpai ने किया था। उनकी आदत है कि हर ख़बर को दूसरी ख़बर के साथ जोड़कर बुलेटिन बनाते हैं ताकि एक परिप्रेक्ष्‍य निर्मित हो सके। इसीलिए आज सुबह जब वे रामेश्‍वरम और मुंबई को अलग-अलग दिखा रहे थे, तब मैंने उन्‍हें एक एसएमएस किया कि क्‍यों न दो विंडो में रामेश्‍वरम और मुंबई को एक साथ दिखाया जाए और याकूब व कलाम की मौत को लिंक कर के बात की जाए।

‘यूएसए टुडे’ की वो खबर, जिससे पूरे देश की धड़कनें तेज

‘यूएसए टुडे’ की वो खबर, जिसने पूरे भारत की धड़कनें तेज कर दी हैं। दुनिया का सबसे खतरनाक आतंकवाद संगठन इस्लामी स्टेट (आईएस) भारत पर हमले की साजिश रच रहा है। संगठन के एक दस्तावेज के मुताबिक अमेरिका को आर-पार की जंग के लिए उकसाने के मकसद से वह ऐसा कर रहा है। आईएस पाकिस्तान और अफगान तालिबान के दर्जनों धड़ों को मिलाकर एक नई सेना बनाने में जुटा है। उसके 32 पेज के दस्तावेज के आधार पर यूएसए टुडे अखबार में मंगलवार को प्रकाशित खबर इस समय दुनिया भर के मीडिया में तैर रही है। दस्तावेज से पता चला है कि अगर अमेरिका अपने सहयोगी देशों के साथ मिलकर हमला करने की कोशिश करता है तो उससे मुसलमान एकजुट होंगे।

‘यूएसए टुडे’ में ‘Islamic State recruitment document seeks to provoke ‘end of the world’ शीर्षक से प्रकाशित खबर की फोटो साभार

पंजाब में आतंकी अटैक के लाइव टीवी प्रसारण पर सूचना मंत्रालय ने दी कार्रवाई की चेतावनी

सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय ने न्यूज और करेंट अफेयर्स चैनलों को आतंकवाद विरोधी ऑपरेशन की कवरेज के संबंध में जारी एक तात्कालिक हिदायत में कहा है कि आज पंजाब के गुरदासपुर में आतंकवाद विरोधी अभियान का कुछ न्यूज और करेंट अफेयर्स चैनलों ने प्रसारण किया। यह प्रसारण वहां नियुक्त अधिकारी के अनुमति के बिना उस समय प्रसारित किया गया, जब ऑपरेशन उस समय चल रहा था।   

इतनी घटिया हरकत से भी बाज नहीं आ रहा घबराया हुआ जागरण प्रबंधन

जागरण कर्मियों की एकजुटता से घबराया हुआ प्रबंधन कितनी गिरी हुई हरकत कर सकता है। इसका एक सटीक उदाहरण हाल ही में सामने आया है। 

विधायक के खिलाफ खबर को हजम कर गया पंजाब केसरी का ब्यूरो चीफ

भिवानी (हरियाणा) : सुबह-सुबह चाय की प्याली के साथ सच दिखाते हैं हम, लेकिन खबर नहीं दिखाते। विधायक के खिलाफ खबर को ही हजम कर गया ब्यूरो चीफ। पत्रकारों व राजनीतिज्ञों का चोली दामन का साथ रहा है लेकिन अपने स्वार्थ के लिए पत्रकार राजनेताओं का यस मैन बन जाए और वहीं खबर प्रकाशित करें जोकि उसको सजती हो तो इसे क्या कहेंगे। 

पांच महिलाओं की लाश की जगह एक महिला से जुड़ी हस्तमैथुन की खबर को तूल दे रहा टाइम्स ऑफ इंडिया!

दो-चार दिनों से बहुत परेशान हूं। वजह है अखबारों की समझ, अदा, शैली और उनकी संवेदनशीलता। लगातार मनन-चिन्‍तन के बाद इस नतीजे पर पहुंचा हूं कि अब बोलना जरूरी है। यह है लखनऊ से प्रकाशित अखबार टाइम्‍स ऑफ इण्डिया। विश्‍वविख्‍यात है, और अंग्रेजी-दां लोगों का पसन्‍दीदा भी। पांच महिलाओं की लाश की जगह एक महिला से जुड़ी हस्तमैथुन की खबर को तूल दे रहा है ये अखबार।

पांच दिनो की हड़ताल का बहाना लेकर सहारा के वकील सिब्बल पहुंचे सुप्रीम कोर्ट, नोएडा में मंगलवार शाम तक तनाव बरकरार

दिल्ली : एक तरफ कर्मचारियों को छह-छह महीने से तनख्वाह नहीं, दूसरी तरफ अथाह दौलत में खेलते मालिकान और ऊंची सैलरी से ऐशो आराम का जीवन जी रहे कंपनी के आला अधिकारियों का मीडिया तमाशा पांच दिनो की हड़ताल से अब लड़खड़ाने लगा है। कंपनी के सर्वेसर्वा दिल्ली के तिहाड़ जेल से अपना अंपायर चला रहे हैं। ऐसी विडंबनापूर्ण स्थिति शायद ही दुनिया भर में किसी भी मीडिया घराने की होगी। उधर, सहारा के वकील एवं वरिष्ठ कांग्रेस नेता कपिल सिब्बल ने सुप्रीम कोर्ट में सहारा में तालाबंदी का हवाला देते हुए हलफनामा दे दिया है। कोर्ट को बताया गया है कि मीडिया हाउस पर तालाबंदी पहले से है और इससे कर्मचारी गुस्से में हैं। संभवतः कोर्ट में कानूनी खेल खेलने के उद्देश्य से ऐसा कहा गया है। इससे ये भी अंदेशा लगाया जा रहा है कि प्रेसर बनाकर ये कही सेबी के देय से मुक्त होने और सुब्रत रॉय को मुक्त कराने का षड्यंत्र तो नहीं है। मंगलवार को दिल्ली में सहारा प्रबंधन और कर्मियों से वार्ता हुई है। सहमति पर मतैक्य नहीं हो सका है। 

प्रभात के बारे में भड़ास पर प्रकाशित खबर गलत, कृपया तथ्यों को दुरुस्त करें

संपादक, भड़ास4मीडिया, आपके न्यूज पोर्टल पर “प्रभात और मनोज पहुंचे दैनिक जागरण” नाम से एक खबर प्रकाशित हुई है । गलत तथ्यों पर आधारित यह खबर भ्रामक स्थिति पैदा करने वाली है। इस खबर में ज़िक्र है कि संपादक के बेहूदापूर्ण व्यवहार से नाराज होकर प्रभात ने जागरण ज्वाइन कर लिया है। यह सत्य है कि मैंने जागरण ज्वाइन कर लिया है। पर किसी के व्यवहार से नाराज होकर नहीं किया है।

खबर का खंडन छापने के बाद हिंदुस्तान के रिपोर्टर ने माफी भी मांगी

पाकुड़ (झारखण्ड): पाकुड़ में हिन्दुस्तान समाचार पत्र के ब्यूरो चीफ कार्तिक कुमार रजक ने पहले तो गलत खबर छापी लेकिन, खबर गलत होने के बाद वकील द्वारा प्लीडर नोटिस मिलते ही रिपोर्टर महोदय ने न सिर्फ खबर का खंडन निकाला बल्कि हाथ से लिख कर माफ़ी भी मांगी ।

अविनाश : डीडी न्यूज़ अफसरों के तो घड़ियाली आंसू भी सूखे

सोमवार 4.30 बजे डीडी न्यूज़ की चौथी मंजिल पर कमरा संख्या 227 में दूरदर्शन समाचार के स्पेशल सेल में कार्यरत कुमार अविनाश की शनिवार 27 जून 2015 की रात हुई अचानक मौत पर शोक सभा का आयोजन किया गया था। ऑफिस के सभी अनुबंधित कर्मचारी और अधिकारी उपस्थित हुए। डीडी न्यूज़ के निदेशक सतीश नम्बूंदरीपाद ने शोक सभा का आरंभ करते हुए दो मिनट का मौन धारण कराया। दो मिनट के मौनधारण के दौरान खडे अवस्था में ही कुछ बिन बोले सभी अधिकारी चलते बने। सभी उपस्थित अनुबंधित कर्मचारी अधिकारियों के इस रवैये से अवाक रह गए और एक सुर में उनका विरोध शुरु हो गया। 

पढ़ते रहें भड़ास, लामबंद हो अब उत्पीड़ित-वंचित मीडिया बिरादरी

हम किसी भी कीमत पर इस कारपोरेट मीडिया के तिलिस्म को किरचों में बिखेरना चाहते हैं। मजीठिया के नाम पर धोखाधड़ी से जिन्हें संशोधित वेतनमान के सिवाय कुछ भी हासिल नहीं हुआ है और अपने अपने दफ्तरों में गुलामों जैसी जिनकी जिंदगी है, बेड़ियां उतार फेंकने की चुनौती वे अब स्वीकार करें। 

 

ललित मोदी से मिला, खबर से न समझौता होना था और न हुआ

मुझे याद है, राजस्थान में संपादकी कर रहा था। चैंपियंस ट्रॉफी से ठीक पहले हमारे अखबार की वजह से तिरंगा कांड हुआ और ललित मोदी के साथ शहर के एसपी के खिलाफ वारंट जारी हो गया। ललित ने मिलना चाहा और अपन मिलने से मना करने को लोकतंत्र विरोधी मानते हैं। ललित से छोटी सी मुलाकात रामबाग पैलेस होटेल के स्यूट में हुई, साफ था, खबर से ना समझौता होना था और ना हुआ। लेकिन जब और पड़ताल हुई तो शहर कलेक्टर के बारे में लोगों ने बताया किलैंड यूज चेंज के खेल में ललित के साथ कलेक्टर साहेब ने भी करीब 1200 करोड़ कमा लिए। 

‘न्यूज नेशन’ उगाही कथा (2) : This channel, its reporters and stingers are extorting money

To, 

Chairperson, 

News Broadcasting Standard Authority

Sub:- Complaint against News Nation channel, 8TH Floor, Plot no 14,Sectror 126, Noida-201301, its Owners, Editors and reporters for manipulating and telecasting false and fabricated “sting operation” on 7th May 2015 with the sole intention to malign the Medical profession in a planned manner to increase their TRP and to instigate and mislead the masses and make them hostile towards the medical fraternity.

‘घी न्यूज़’ पर दलाल न्यूज़ एजेंट (डीएनए ) नामक भांड टाइप कार्यक्रम

कल रात ‘घी न्यूज़’ पर दलाल न्यूज़ एजेंट (डीएनए ) नामक भांड टाइप कार्यक्रम देख रहा था… घी टीवी का नामकरण संस्कार हमारे ज्येष्ठ भ्राता श्री Sheetal P Singh जी ने किया है… कार्यक्रम का एक सूत्रीय एजेंडा था दिल्ली को पूर्ण राज्य का दर्जा नहीं मिलना चाहिए । इसके लिए घी टीवी पर दिए जा रहे तर्क निम्नलिखित हैं ।

भास्कर, पत्रिका में खबरें बासी और चोरी की मगर दावा नंबर एक होने का

अपने मुंह मियां मिट्ठू बनने मे भोपाल के दो हिन्दी दैनिक अखबारों दैनिक भास्कर और पत्रिका का कोई मुक़ाबला नहीं है। हर दो तीन महीने में पूरे और आधे पेज के विज्ञापन खुद के अखबार में छाप कर दोनों अपने अपने को नंबर एक होने का ऐलान कर देते हैं। भारी-भरकम आंकड़ों से पाठकों का ब्रेन वाश किया जाता है। भास्कर ने तो अपने मत्थे पर ही उद्घोषणा कर रखी है कि आप देश का सबसे विश्वसनीय और नंबर-1 अखबार पढ़ रहे हैं। नंबर-1 होने के दावे पर यकीन कर भी लें पर दूसरा दावा थोथा ही लगता है। 

ऐसी ही करतूतों के कारण मीडिया को कहा जाता है प्रेस्टीट्यूट

प्रधानमंत्री को खुश करने के लिए राज्य सरकार ने कलेक्टर को नोटिस दिया और राज्य सरकार को खुश करने के लिए एक अखबार ने अमित कटारिया के खिलाफ पत्नी को जिन्दल का पायलट बनाने की खबर छाप दी। और खूब प्रमुखता से रंग-रोगन व फोटो के साथ छापी गई। अखबार लिखता है- ‘सलमान स्टाइल में प्रधानमंत्री की अगवानी करने के बाद सुर्खियों में आए जगदलपुर कलक्टर अमित कटारिया के बारे में चौंकाने वाले तथ्य सामने आए हैं।’

जान लेने के लिए हैवान ने रिपोर्टर को खिलाया शीशा और सिंदूर

भले ही मकसद किसी बात के प्रतिशोध का भी क्यों न हो, सोचकर हैरत होती है कि क्या कोई इस हद तक नीच हो सकता है ! मेरठ में ‘इंडिया न्यूज’ के रिपोर्टर रजनीश चौहान के साथ जितनी क्रूरतापूर्ण घिनौनी हरकत हुई है, वह किसी भी जानने-सुनने वाले को झकझोर सकती है। वह इन दिनो किसी नीच व्यक्ति की दी हुई असहनीय पीड़ा से कराह रहे हैं। कुछ समय पहले उसने किसी दिन शातिराना तरीके से चुपचाप खाद्य पदार्थ में पीसा हुआ शीशा और सिंदूर मिलाकर राजेश को खिला दिया था। उन्हें खुद नहीं मालूम कि उनके साथ ये हरकत कब, किसने कर डाली। 

ये सब तो खबरें हैं ही नहीं… ख़बरें हैं सिर्फ, क्रिकेट, सिनेमा और केजरीवाल की धुलाई

रिलायंस को 4G प्रकरण में क़रीब ३३०० करोड़ का अवैध लाभ पहुँचाने पर “कैग” का आकलन आल इंडिया रेडियो पर है पर बाकी मीडिया (टी वी ) के लिये संभव नहीं !

भूकंप पर संवेदनाएं बेच रहा चोर और झूठा भास्कर इस खबर में तो पकड़ा गया !

दैनिक भास्कर ने न सिर्फ़ चोरी की फोटो छापी, बल्कि ख़बर भी झूठी छाप डाली। भूकंप पर बकैती कर रहा है और संवेदनाओं को बेच रहा है ये अख़बार। 

चूरन न्यूज़ बेच रहे ‘टीवी मीडिया’ ने तो दिमाग़ का दही कर डाला

‘TV मीडिया’ जिसने दिल दिमाग़ का दही कर दिया है और ‘मीडिया’ नाम पर जूतों का हार चढ़वा दिया है दरअसल मीडिया है भी और नहीं भी है पर इसने ज़बरन “प्रिंट” से सरेंडर करा लिया है ।

वाराणसी में जनसंदेश की खबरें चुरा रहे जागरण और आईनेक्स्ट, शर्म उनको मगर नहीं आती

वाराणसी : जागरण और आईनेक्स्ट के मालिक एक हैं। बनारस में ये दोनों ही अखबार जनसंदेश टाइम्स में छपी खबरों की धड़ल्ले से चोरी कर रहे हैं। ये अखबार न सिर्फ खबरों की एंगिल चुरा रहे हैं, बल्कि तथ्य भी चोरी कर रहे हैं। 

प्रेस काउंसिल तक पहुंचना चाहिए ‘हरिभूमि’ का ये सफेद झूठ !

कैसे कोई अख़बार अपनी ख़बर को मज़ाक की हद तक झूठा लिख सकता है, उसकी एक बानगी। अपनी एक खबर में हरिभूमि छाप रहा है कि दिल्‍ली से कनहर बांध गए जांच दल को गांव वालों ने बंधक बनाया था और रात में बघाड़ू गांव में जाकर पुलिस प्रशासन ने दल को रिहा करवाया।

न्यूज चैनल के रिपोर्टर पर युवती से छेड़छाड़ की रिपोर्ट दर्ज

गुड़गांव (हरियाणा) : सिटी थाना क्षेत्र में एक युवती ने एक मीडियाकर्मी पर छेड़छाड़ और जान से मारने की धमकी देने का आरोप लगाया है. युवती का आरोप है कि एक महीने से आरोपी उसे परेशान कर रहा है. पुलिस ने आरोपी के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है. 

फ़ेसबुक पर अब दिखेंगी बेहतर सूचनाएं, शेयर, टिप्पणी गैरजरूरी

फेसबुक ने कहा कि वह अपने ‘न्यूज फीड’ को नया स्वरूप दे रही है ताकि लोगों को अपने दोस्तों के बारे में ज्यादा बेहतर सूचना मिल सके। विश्व की सबसे बड़ी सोशल नेटवर्क साइट ने नया बदलाव पेश किया और समाचार लेख और अन्य सामग्री शेयर करने पर निर्भरता कम की।

अब तो अन्य पेपरों में प्रकाशित हो चुकीं खबरें भी छापने लगा जागरण

ये है दैनिक जागरण के ताजा अंक (सहारनपुर संस्करण) में छपी बासी खबर

सहारनपुर (उ.प्र.) : अब दैनिक जागरण मेरठ अपने सहारनपुर संस्करण अन्य अखबारों में छप चुकी खबरें छापने लगा है। दैनिक जागरण में प्रकाशित, ‘कालेजों में फीस प्रतिपूर्ति में करोड़ों का गड़बडझाला’ खबर खबर को पंजाब केसरी (जालंधर) ने अपने उत्तर प्रदेश संस्करण में विगत 6 अप्रैल, 15 मार्च और 21 मार्च के अंकों में अलग-अलग ऐंगिल से छाप चुका है। अब सवाल उठता है कि क्या जागरण के पास खबर नहीं है या उसके रिपोर्ट चुराई हुई खबरें छपवाने लगे हैं। 

बस्ती में भाजपा सांसद का न्यूज चैनलों पर अटैक

बस्ती (उ.प्र.) : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नौ महीने के कार्यकाल का दबाव उनके सांसदों पर दिखने लगा है। अब जनता हिसाब चाहती है। हिसाब देने के चक्कर में इस जिले के सांसद इन दिनों गड़बड़ा गए हैं। सांसद हरीश द्विवेदी भरे मंच से घोषणा करते हुए जनता से अपील करते हैं कि जो चैनल मेरे खिलाफ खबर दिखाए, उसे देखना छोड़ दीजिए। इस पर केंद्रीय मंत्री महेश शर्मा कहते हैं कि मीडिया नहीं रहेगा तो देश से लोकतंत्र समाप्त हो जाएगा। 

हिंदुस्तान बरेली के समाचार संपादक को पितृशोक

हिंदुस्तान बरेली के समाचार सम्पादक योगेन्द्र सिंह रावत के पिताजी उमेद सिंह रावत का अजमेर में देहावसान हो गया। वह 75 वर्ष के थे। 

न्यूज चैनल के रिपोर्टर पर अटैक, हमलावरों ने माइक और कैमरा तोड़ा

बहराइच : कुछ लोगों ने खबर प्रसारित कर दिए जाने से खुन्नस मानते हुए एक न्यूज चैनल के रिपोर्टर जगदंबा सिंह पर हमला कर उनका कैमरा और माइक भी तोड़ दिया। हमले में रिपोर्टर को काफी चोटें आई हैं। थानाध्यक्ष ने बताया कि मामला दर्ज कर कार्रवाई की जा रही है।

एंकर अपने बाल और मेकअप पर ज्यादा ध्यान देती हैं, न्यूज़ पर कम : बरखा दत्त

मुंबई : फिक्की सम्मेलन में मीडिया फोरम में महिलाओं के मुद्दे पर बात करते हुए एनडीटीवी की सलाहकार संपादक रहीं बरखा दत्त ने कहा कि अगर आप औरत होकर अच्छा काम करते हो तो नफरत पाने के लिए तैयार रहो। यह बहुत निराशाजनक बात है कि न्यूज़ क्षेत्र ग्लेमराइज़्ड हो रहा है क्योंकि एंकर यहां अपने बालों और मेकअप पर ही ज्यादा ध्यान देती हैं, लेकिन न्यूज़ पर नहीं। 

Media Fraud : … तो उस न्यूज एजेंसी को बीस हजार रुपए देकर चटपट बनजाइए स्टेट ब्यूरो चीफ !

उस पत्रकारिता के जमाने लद गए, जब चप्पल घिसते-घिसते खबरची के पांव कब्र तक पहुंच जाया करते थे। वह भूखो मर जाता था मगर कत्तई वह अपने पेशे के ईमान और विश्वास से समझौता नहीं करता था। अब तो मीडिया में बाजीगरों की भीड़ सी उमड़ पड़ी है। पता चला है कि ‘आईएनआई’ (INI) नाम की कोई एजेंसी बीस हजार रुपए लेकर चाहे किसी को भी स्टेट ब्यूरो हेड बना दे रही है। 

भुक्तभोगी पत्रकार से मांगे गए पांच हजार रुपए की whattsapp chat की screenshot 

न्यूज चैनल से जुड़े आरोपी की करीबी महिला ने पीड़ित छात्रा के पिता पर ही दुष्कर्म का मामला दर्ज करा दिया

जयपुर/रांची : जयपुर के प्रतिष्ठित मेडिकल विश्वविद्यालय निम्स के चेयरमैन एवं एक न्यूज चैनल से जुड़े डॉ बी.एस. तोमर के खिलाफ रांची की एक लड़की ने यौन शोषण के गंभीर आरोप लगाते हुए रांची के चुटिया थाने में मामला दर्ज कराया था. अब पता चला है कि डॉ तोमर की करीबी एक महिला ने पीड़ित छात्रा के पिता पर ही दुष्कर्म का मामला दर्ज करा दिया है. 

न्यूज चैनल एंटी-टेरर ऑपरेशन को लाइव न दिखाएं – आईबी

नई दिल्ली। सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय ने टीवी चैनल्स से आतंकीयों से निपटने वाले ऑपरेशन्स को लाइव नहीं दिखाने को कहा है। साथ ही बताया है कि इस तरह के आतंकियों से निपटने वाले ऑपरेशन्स पर जानकारी इसके पूरी होने के बाद ही दी जाए।

पी7 न्यूज और उसके अफसरों को जो सड़क पर उतर कर गरियाएगा, वो फुल एंड फाइनल पेमेंट पाएगा !

पी 7 न्यूज के बंद होने के बाद बकाया भुगतान को लेकर रोजाना नई नई कहानियां सामने आ रही है। चैनल बंद करते समय प्रबंधन ने सभी का फुल एंड फायनल पेमेंट करने का लिखित में वादा किया था, लेकिन जब ऐसा नहीं हुआ तो पत्रकारों ने धरना प्रदरेशन से कोर्ट में प्रबंधन के लोगों को घसीटा। तब करीब 160 लोगों का भुगतान किया गया। डायरेक्टर केसर सिंह, बिधु शेखर के खिलाफ गाली गलौज और मोर्चा खोलने वालों को ही पेमेंट किया गया।

सूचना-प्रसारण मंत्रालय टीवी न्यूज़ को प्रेस काउंसिल के दायरे में लाने पर विचार करेगा : राठौड़

नई दिल्ली: सूचना व प्रसारण राज्य मंत्री राज्यवर्धन राठौड़ ने कहा है कि इलेक्ट्रॉनिक मीडिया को भारतीय प्रेस परिषद (पीसीआई) के अधिकार क्षेत्र में लाने के प्रस्ताव पर परिषद के अध्यक्ष की राय मिलने के बाद विचार किया जा सकता है।

अजमेर से निकलने वाले दैनिक भास्कर को क्या हो गया है? जरा इस न्यूज को तो देखिए

: मंत्री के सादगी से मनाए जन्मदिन में दो हजार का जीमण? : अजमेर से निकलने वाले दैनिक भास्कर को क्या हो गया है? खबर बनाते, उसका सम्पादन करते, पेज जांचते समय कोई यह देखने वाला नहीं है कि खबर क्या जा रही है। एक-दो साल पुरानी खबरों को ज्यों की त्यों छापने से भी जब पेट नहीं भरा तो अब भास्कर ने सारे शहर की आंखों में धूल झोंकने का काम शुरू कर दिया है। रविवार, 11 जनवरी 2015 का दिन था। वसुंधरा सरकार के एक मंत्री का जन्मदिन। मंत्री ने एक दिन पहले सारे अखबारों को प्रेस नोट भिजवा दिया, मंत्री जी सादगी से मनाएंगे जन्मदिन। पत्रकारों को मंत्री ने खुद फोन किया। गद्गद पत्रकार नतमस्तक हो गए। अब जरा मंत्री की सादगी पर गौर कीजिए।

हिन्दुस्तान की उदारता, अमर उजाला के विज्ञापन को ख़बर बना के छापा

hindustan MK

हिन्दुस्तान में छपी ख़बर

गलाकाट व्यापारिक प्रतिस्पर्धा के बीच क्या एक अखबार किसी दूसरे अखबार की विज्ञापन योजना को प्रोत्साहित कर सकता है? कतई नहीं। लेकिन 9 अक्टूबर को हिन्दुस्तान में छपी एक खबर को इस का उदाहरण कहा जा सकता है।

क्या जागरण बठिंडा वालों ने नाम न छापने के लिए पार्षद और भिवानी स्वीट्स की मिठाई खाई

देश भर में मिलावटखोरी के खिलाफ मुहिम चलाने का दावा करने वाले दैनिक जागरण के बठिंडा संस्करण के लोकल पुलआउट में गुरुवार को नकली मिठाई पकड़े जाने वाली ख़बर प्रकाशित की। ख़बर में पूर्व कांग्रेसी पार्षद के कोल्ड स्टोर और मिठाई बनाने वाले प्रतिष्ठान के नाम का ज़िक्र नहीं किया गया। बिना नाम वाली ये खबर दिन भर लोगों और पत्रकारों में चर्चा का विषय बनी रही। जबकि दैनिक भास्कर समेत अन्य अखबारों के लोकल पुलआउट में इसी खबर को पूरी आक्रामकता और पूर्व कांग्रेसी पार्षद तथा मिठाई बनाने वाले प्रतिष्ठान के नाम के साथ प्रमुखता से छापा गया।