शीतल पी सिंह-

विपक्ष ने राज्यसभा का बाक़ी सत्र के लिये बायकाट किया।
सुबह उप सभापति हरिवंश जी चाय लेकर संसद में गांधी प्रतिमा के सामने पूरी रात धरना दे रहे विपक्षी सांसदों से मिलने पहुँचे थे । कल पूरे देश में उनकी आलोचना की बाढ़ आई हुई थी । जेपी आंदोलन की पृष्ठभूमि से निकले हरिवंश जी ने पत्रकारिता और गंभीरता से जो कुछ जीवन भर में अर्जित किया था वह एक निर्णय के क्षण पर ढह गया।
धरना दे रहे सांसदों ने उनकी चाय वापस कर दी । इतिहास में ऐसे मौक़े हमेशा नहीं आते । हरिवंश जी इस मौक़े पर सरकार से ना कहके सदा के लिये नायक बन सकते थे पर उन्होंने मौक़ा गँवा दिया और रातोंरात खलनायक बन गये।
कल ट्विटर पर राज्यसभा में उग्र प्रतिवाद करने के कारण बीजेपी IT सेल ने आप सांसद संजय सिंह को गुंडा घोषित करते हुए ट्रेंड कराया । संजय सिंह पिछले चार महीनों में उत्तर प्रदेश में योगी सरकार के ख़िलाफ़ ज़बरदस्त अभियान चलाकर पहले से चर्चा में थे । IT सेल के उनके पीछे पड़ने का मतलब है कि वे उनको चुभने लगे हैं । विपक्ष के किसी नेता से सत्तारूढ़ दल का ऐसा इंगेजमेंट उसकी लोकप्रियता की सनद/स्वीकृति माना जाता है।
अब अधिकांश विपक्षी दलों ने एकमत से राज्यसभा का बायकाट करके यह सत्र किसानों के आंदोलन के नाम कर दिया है । पंजाब और हरियाणा में इसकी गूँज बहुत गहरी है।
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Comments on “हरिवंश चाय लेकर पहुंचे, धरनारत सांसद बोले- नहीं पियेंगे!”
नॉटी धरना वाले की दाढ़ में भी तो खून लगा है।
यहां सब नॉटी हैं।
दूध का धुला तो त्थाकथित हरिश्चंद्र भी नहीं है।
सब मिले हुए हैं।