हाथरस। मेला श्री दाऊजी महाराज के रिसीवर कैम्प में आयोजित जिला स्तरीय प्रिंट, इलैक्ट्रोनिक व छायाकार सम्मेलन का उद्घाटन मुख्य अतिथि जिलाधिकारी/मेला रिसीवर शमीम अहमद खान, एसपी दीपिका तिवारी द्वारा दीप प्रज्ज्जवलन व मां सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण से हुआ। जिलाधिकारी ने कहा कि मेला श्री दाऊजी महाराज का दायरा बढ़ाया जायेगा। पिछले 7-8 सालों से मेला श्री दाऊजी महाराज का दायित्व जिलाधिकारी ही संभाले हुए हैं। उनका प्रयास रहा है कि मेला में होने वाले विभिन्न कार्यक्रम मानक व गुणवत्ता के अनुरूप हों।
जनपद के सभी पत्रकारों का उन्हें पहले भी सहयोग मिला था और आज भी सहयोग मिल रहा है। जिलाधिकारी ने पत्रकारों से कहा कि समाचार प्रकाशित करने से पहले यह अवश्य देख लें कि कहीं समाचार से समाज में कोर्इ गलत संदेश तो नही जा रहा है। मीडिया ने जब भी समाचारों को प्रकाशित कर किसी चीज को इंगित किया है, उस पर उन्होंने कार्यवाही भी की है। जिलाधिकारी ने यह भी कहा कि अपोजिशन सबसे महत्वपूर्ण होता है।
जिलाधिकारी ने बताया कि मेले में विकास की काफी संभावनाएं है। उन्होंने एक समिति गठित कर दी है जो मेला श्री दाऊजी महाराज में निर्माण, पेयजल और विकास के लिए दो माह के अंदर अपनी रिपोर्ट देगी। वह इस कमेटी की रिपोर्ट को शासन को भेजकर मेला क्षेत्र का विकास करायेंगे। डीएम ने कहा कि लोकतंत्र के तीन स्तम्भ है चौथा स्तम्भ पत्रकारिता का है। इसलिये आप लोगों की जिम्मेदारी और अधिक बढ जाती है। आपको समाचार प्रकाशन से पूर्व यह देखना होगा कि समाचार दर्पण की तरह सही है अथवा नहीं।
हम समाज के सामने क्या प्रस्तुत कर रहे हैं। यदि किसी समाचार में संशय हो तो सम्बंधित अधिकारी से एक बार अवश्य जानकारी कर लें। मीडिया का रोल काफी गम्भीर है। देश की आजादी से लेकर अब तक पत्रकारिता की अहम भूमिका रही है। डीएम ने कहा कि लोग अखबार तो पढ़ते है लेकिन उसमें सम्पादकीय नहीं पढते हैं। उससे काफी अहम जानकारी मिलती है। डीएम ने पत्रकारों से अच्छी जर्नलिस्ट को पैदा करने का आग्रह किया।
पुलिस अधीक्षक दीपिका तिवारी ने कहा कि तलवार से अधिक ताकतवर कलम है लेकिन सोच सकारात्मक, प्रेरणादायक होनी चाहिए। उन्हें अभी तक प्रेरणादायक समाचार देखने को नहीं मिले हैं। समाज को एकजुट करने और उनकी ऐसी प्रेरणादायक सोच बनाने के लिए मीडिया को अहम भूमिका निभानी होगी। पुलिस प्रशासन अपराधी तक पहुंच सकता है। लेकिन आपकी कलम लोगों में चेतना पैदा कर सकती है। समाज की सोच बदल सकती है।
समाचार प्रकाशित करने के साथ-साथ यह अवश्य देखें कि जो आप समाज के सामने प्रस्तुत कर रहे है वह सकारात्मक है कि नहीं क्योकिं नकारात्मक सोच वाले समाचारों से समाज के लोग भ्रमित हो जाते हैं और वह उसी तरह सोच बनाकर काम करते हैं। मीडिया को अपनी ऐसी भूमिका का निर्वाहन करना होगा जिससे समाज की सोच में बदलाव आए और अपराधों की तरफ युवाओं का झुकाव रूक सके। वरिष्ठ पत्रकार डॉ. गुरूदत्त भारती ने पत्रकारिता पर विस्तार से प्रकाश डाला और पत्रकारिता की शुरूआत कब और किस समय हुर्इ यह जानकारी दी। उन्होंने यह भी कहा कि देश की आजादी में मीडिया ने महत्वपूर्ण भूमिका निभार्इ थी।
इससे पूर्व मंचासीन डीएम और एसपी के अलावा एसडीएम सदर ब्रजकिशोर दुबे, जिलाधिकारी सूचना अधिकारी यतीश कुमार, प्रेस क्लब अध्यक्ष/डीएलए जिला ब्यूरो चीफ लालता प्रसाद जैन, वरिष्ठ पत्रकार सुनीत सजग, संजय शर्मा, देवेन्द्र पाराशर, अध्यक्षता कर रहे पूर्व चेयरमैन व वरिष्ठ पत्रकार जगदीश शर्मा का सम्मेलन संयोजक वरिष्ठ पत्रकार एम. आलम व वरिष्ठ पत्रकार महेश चंदेल ने माल्यार्पण व प्रतीक चिंह देकर सम्मानित किया। बाद में जनपद भर से आये सभी पत्रकारों को सम्मेलन के संयोजक एम आलम, महेश चंदेल ने प्रतीक चिंह के रूप में स्टील का टिफिन व दुपटृटा पहनाकर सम्मानित किया।
सम्मेलन का सफल संचालन महेश चंदेले व अधिवक्ता अतुल आंधीवाल ने संयुक्त रूप से किया। सम्मेलन में जिला सूचना अधिकारी/समन्वयक यतीश गुप्ता ने सफल पत्रकार सम्मेलन के लिए सभी पत्रकारों का आभार व्यक्त किया। पत्रकार सम्मेलन में जनपद भर के प्रतिनिधि, छायाकार व इलैक्ट्रोनिक मीडिया के संवाददाता तथा समाचार पत्र वितरक भारी संख्या में मौजूद थे।