सुनील सिंह बघेल-
मैंने 4 साल पहले बलात्कारी राम रहीम से जुड़ा एक बड़ा खुलासा किया था..कि कैसे 7 जनवरी 2017 से अगस्त 2017 के बीच इसके सिरसा स्थित आश्रम से 1-2 नहीं बल्कि 14 लाशें लखनऊ के एक मेडिकल कॉलेज में भेजी गई थी।
यह रात तब सामने आया जब मेडिकल काउंसिल आफ इंडिया (MCI)की टीम कॉलेज के इंस्पेक्शन के लिए गई थी। दरअसल एमसीआई ने पहला इंस्पेक्शन 7 जनवरी 2017 में किया था। तब कॉलेज के पास सिर्फ एक डेड बॉडी थी।
जब टीम अगस्त में दोबारा इंस्पेक्शन करने गई तो उसे पता चला कि कॉलेज के पास 14 डेड बॉडी हैं। यह सभी शव नियमों को ताक पर रखकर, डेरा सच्चा सौदा के सिरसा आश्रम से लाए गए थे। इन 14 में से 8 शव महिलाओं के थे… एमसीआई को इन लाशों से संबंधित कोई रिकॉर्ड नहीं मिले थे।
इन शवों के साथ न कोई डेथ सर्टिफिकेट था और न ही सरकार की अनुमति का पत्र। केंद्र सरकार के स्वास्थ्य मंत्रालय के तत्कालीन अंडर सेक्रेट्री ने इसे बहुत गंभीर मामला मानते हुए, सख्त कार्रवाई करने की भी सिफारिश की थी।
मेरे इस खुलासे के बाद देश के तमाम न्यूज़ चैनल और दूसरे अखबारों ने भी इस मामले को उठाया। खट्टर सरकार ने भी जांच की बात कही। लखनऊ पुलिस ने भी जांच की। लेकिन बाद में बाद में कुछ फैब्रिकेटेड दस्तावेज भी बना लिए गए और जांच भी दबा दी गई। हालांकि कॉलेज प्रबंधन का दावा था कि सब कुछ नियमानुसार हुआ है।
अब साध्वियों से रेप के मामले में जेल से पैरोल पर आए, डेरा सच्चा सौदा के इसी बलात्कारी राम रहीम को एनडीए सरकार ने ने जेड प्लस सिक्योरिटी दी है।
