वाराणसी : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी से बड़ी खबर सामने आ रही है. यहां स्थित काशी हिंदू विश्वविद्यालय (बीएचयू) में भ्रष्टाचार एवं अपराध एवं मरीजों के लिए बेड की मांग को लेकर अनशन कर रहे हृदय रोग के एचओडी डॉ ओमशंकर को कुलपति प्रो एसके जैन द्वारा उनके पद से हटा दिया गया है. बता दें कि प्रो ओमशंकर हृदय रोग विभाग के कमरा नम्बर 19 में आमरण अनशन कर रहें हैं. कुलपति द्वारा आज अनशन के 14वें दिन उन्हें हटाए जाने की जानकारी सामने आई है.
इस बीच प्रो.डॉ ओमशंकर ने कहा कि बीएचयू कुलपति ने मुझे हटाकर यह साबित कर दिया है कि वे भ्रष्टाचारी चिकित्सा अधीक्षक का खुलेआम साथ दे रहे है, लेकिन किसी भी हाल में हम लोग महामना की बगिया बीएचयू को भ्रष्टाचारियों तथा अपराधियों का चारागाह नही बनने देंगे. कुलपति को मुझे हटाने से पहले उन गरीब मरीजों हेतु बेड के लिए मेरे द्वारा लिखे गए पत्र का संज्ञान लेना चाहिए था और चिकित्सा निदेशक द्वारा किए गए आदेश का अनुपालन के सम्बंध में जानकारी लेनी चाहिए थी, लेकिन उन्होंने ऐसा नही किया, जिससे यह अब पूरी तरह साफ हो गया है कि चिकित्सा अधीक्षक प्रो केके गुप्ता का कार्यकाल समाप्त होने के बाद भी बीएचयू कुलपति उनको सेवा विस्तार केवल बीएचयू को लूटने के लिए दे रखे हैं.
प्रो. डॉ ओमशंकर ने बनारस के लोगों एवं पुरातन छात्रों से भी अपील की है कि बीएचयू को भ्रष्टाचार मुक्त, अपराध मुक्त, हरियाली युक्त बनाने के लिए इस अभियान से जुड़ने का आग्रह किया है, उन्होंने आगे कहा कि यह मेरी खुद की लड़ाई नहीं बल्कि आप सभी की लड़ाई है, यह 80 करोड़ जनता को गरीबी के दलदल से बाहर निकालने की लड़ाई है, जिस कारण गरीबी की वजह से उनके जीवन में लंबे समय दुष्प्रभाव होता है, इलाज के नामपर लूट के कारण कई गरीबों की पूरी गृहस्थी तबाह हो जाती है, महंगी शिक्षा के कारण गरीब का बच्चा शिक्षा से वंचित रह जाता है, और उसका भविष्य अंधकारमय बन जाता है.
बीएचयू के मौजूदा कुलपति निजीकरण के दलदल में धकेलने की तैयारी कर रहें है, जो कि महामना पं मदन मोहन मालवीय के उच्चत्तम आदर्शों के खिलाफ है, इस अस्पताल का निजीकरण होते ही शिक्षा और चिकित्सा दोनों ही गरीबों की पहुंच से दूर हो जाएगी, फिर निजीकरण के कारण गरीबों से शिक्षा और इलाज के नाम पर मोटी रकम वसूली जाएगी, जो बनारस समेत समूचे पूर्वांचल के लोगों के लिए किसी कठोर आघात से कम नही होगा. उन्होंने बनारस समेत पुरातन छात्रों से अपील की है कि आपके बच्चों का बेहतर भविष्य बनाने के लिए पं महामना की बगिया को उजाड़ने की तैयारी कुलपति द्वारा कर ली गई है, अब इस महामना की बगिया को बचाने के लिए आप लोग आगे आइए, बीएचयू को बचाइये, बनारस को बचाइये, गरीबों को बचाइये यह केवल मेरी नही आप सभी की लड़ाई है, यह 80 करोड़ उस जनता की लड़ाई है जो दूभर गरीबी में अपना जीवन यापन कर रही है.
बीएचयू के भ्रष्टाचारी मोदी जी को चुनाव हरवाना चाहते हैं!
पीएम के संसदीय क्षेत्र वाराणसी स्थित बीएचयू में शिक्षा और स्वास्थ्य के मौलिक अधिकार को लेकर हृदय रोग विभाग के कमरा नम्बर 19 में पिछले 15 दिन से आमरण अनशन पर बैठे प्रो. डॉ ओमशंकर ने कहा है कि बीएचयू का कुलपति एवं चिकित्सा अधीक्षक देश के प्रधानमंत्री तथा वाराणसी के सांसद पीएम मोदी द्वारा बीएचयू में गरीबों के लिए किए जा रहे कल्याणकारी कार्यो में जमकर लूटपाट मचाये हैं,वे गरीबों का सुविधाजनक इलाज नही होने दे रहें हैं, और ना ही मरीजों को बेड उपलब्ध करवा रहें हैं, पीएम के संसदीय क्षेत्र में इस तरह की अव्यवस्था का पूरी तरह से जिम्मेदार बीएचयू के कुलपति और चिकित्सा अधीक्षक हैं, इसको लेकर पूरे पूर्वांचल में रोष है.
हालांकि, लोकसभा चुनाव अपने अंतिम चरण में पहुंच चुका है, बीएचयू में पढ़ने वाले छात्र-छात्राएं केवल पूर्वांचल ही नहीं बल्कि कई प्रदेशों से जुड़े हुए हैं, बीएचयू में भ्रष्टाचार एवं अपराध के मुद्दे पर कुलपति का ढुलमुल रवैया पीएम के संसदीय क्षेत्र में चुनाव पर विपरीत असर डाल सकता है, प्रधानमंत्री को इस मामले को गहराई से हस्तक्षेप करते हुए किसी ठोस निर्णय पर जाना चाहिए अन्यथा यह कुलपति मोदी जी को चुनाव हरवा देगा.