अमिताभ ठाकुर : आज जब मुझे फोन पर एक व्यक्ति ने कहा कि आपसे यूपी के बेसिक शिक्षा मंत्री श्री राम गोविन्द चौधरी बात करना चाहते हैं तो मैं काफी अचंभित और कुछ परेशान हुआ क्योंकि अपने परिवर्तित स्वरुप और सामाजिक अवतार में अब मुझे सत्तानशीं किसी भी व्यक्ति का फोन नहीं आता है, चाहे वह नेता हों, अधिकारी हों या सत्ता के गलियारे का कोई अन्य शख्स.
अतः मुझे उस समय बड़ा सुखद आश्चर्य हुआ जब श्री चौधरी ने छूटते ही कहा-“अब आप नौकरी छोडिये और हम भी छोड़ते हैं और चलिए हम एक बार फिर जेपी (जयप्रकाश नारायण) के आन्दोलन को ताजा करने में जुटें.”
इन शब्दों ने मेरी शंका को तत्काल समाप्त कर दिया, जिसके बाद श्री चौधरी ने मुझे और मेरी पत्नी डॉ नूतन को, जो कुछ हम थोड़ा-बहुत काम कर रहे हैं, उसके लिए बधाई दी. उन्होंने कहा वे मुझे कई दिनों से शाबाशी देने की सोच रहे थे पर अपने बीजी शेड्यूल के कारण आज अवसर मिला. इसी के साथ हमारी बातचीत समाप्त हो गयी.
यद्यपि यह व्यक्तिगत बातचीत थी पर मैं इसे सार्वजनिक कर रहा हूँ क्योंकि पहली बात तो यह इस बातचीत में कुछ भी व्यक्तिगत या गोपनीय नहीं है, दुसरे यह दिखाता है कि हमारे समाज के सभी तबकों में एक अच्छे, सच्चे और बुनियादी परिवर्तन की गहरी चाह है और तीसरे इन शब्दों ने मुझे देश और समाज के प्रति अपना काम और ईमानदारी और मेहनत से करने की गहरी प्रेरणा दी क्योंकि मुझे यह महसूस हुआ कि हम जानते नहीं पर तमाम लोग हमारे कामों को देखते रहते हैं और उनकी प्रशंसा भी करते हैं भले हर व्यक्ति श्री चौधरी की तरह खुले दिल वाला, स्पष्टवादी और हिम्मती नहीं हो कि वह ऐसा कर रहे लोगों की स्वयं आगे बढ़ कर हौसला-आफजाई करे.
सर, मैं आपको ह्रदय से धन्यवाद् देता हूँ, इस लिए नहीं कि आप मंत्री हैं बल्कि इस लिए कि आप मंत्री के साथ सच्चे इंसान भी हैं और अभी भी आपके ह्रदय में परिवर्तन की रूमानियत दिखती है जो वास्तव में चित्ताकर्षक है.
अमिताभ ठाकुर के एफबी वाल से
Comments on “जब आईपीएस अमिताभ ठाकुर को आया एक मंत्री का फोन”
आदरणीय अमिताभ ठाकुर जी सादर प्रणाम
इन राजनेताओं से सावधान रहियेगा। यह किसी के नहीं है। जेपी आंदोलन की बात हो रही है तो देखिए ना डा राममनोहर लोहिया से लेकर जनेश्वर मिश्र ने मुलायम सिंह के हाथ में समाजवाद की डोर पकड़ायी तो वह अरबपति होने के बाद पूरे प्रदेश में परिवार वाद और यादववाद का झण्डा बुलंद करने में लगे हुए है। उक्त मंत्री जी क्या करेंगे। यह तो आप जाने।