दिल्ली पुलिस में पदस्थ आईपीएस अफसर ने इंस्पेक्टर को पीटा, शिकायत प्रधानमंत्री तक पहुंची

दिल्ली ट्रैफिक पुलिस के इंस्पेक्टर कर्मवीर ने गृहमंत्री, उपराज्यपाल, पुलिस आयुक्त से गुहार लगाई है कि दिल्ली पुलिस के प्रवक्ता/ नई दिल्ली जिला के डीसीपी मधुर वर्मा के खिलाफ थप्पड़ मारने, गाली गलौज करने और अवैध रूप से बंधक बनाने के आरोप में एफआईआर दर्ज की जाए.. घटना 10 मार्च की रात को तुग़लक़ रोड …

पूर्व डीजीपी बृजलाल अपना खराब गुर्दा बदलवाने के लिए बहू का गुर्दा लेने पर आमादा हैं!

बृजलाल, उनकी पत्नी, पुत्र के खिलाफ दहेज उत्पीड़न समेत कई संगीन धाराओं में लखनऊ के महिला थाने में पुत्रवधु ने दर्ज कराई नामजद रिपोर्ट लखनऊ : पूर्व डीजीपी बृजलाल अपनी बहू के साथ ये कैसी हरकत करते थे! अपना खराब गुर्दा बदलवाने के लिए अपनी बहू को गुर्दा दान देने के लिए मजबूर कर रहे …

एक IPS का सुसाइड नोट : ‘अपनी ही आईपीएस बिरादरी में कोई स्वाभिमानी अफसर नहीं बचा है!’

Ravish Kumar : मोदी को ममता, ममता को मोदी से बैलेंस के लिए नहीं है आईपीएस की आत्महत्या का मामला… पश्चिम बंगाल में एक सेवानिवृत्त आई पी एस अफसर ने आत्महत्या की है। अपने सुसाइड नोट में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को ज़िम्मेदार ठहराया है। 1986 बैच के गौरव दत्त सस्पेंड किए गए थे और 2010 …

जसवीर सिंह जैसे आईपीएस अफसरों के चलते ही बची हुई है पुलिस की साख, देखें वीडियो

Yashwant Singh : आईपीएस जसवीर सिंह के बारे में मुझे ज्यादा जानकारी नहीं थी. पर जब हाल में ही उन्हें सस्पेंड किया गया तो पता चला कि इस बंदे को जहां जहां पनिशमेंट पोस्टिंग पर तैनात किया गया, वहां वहां घोटाला-घपला पकड़ा. आखिरकार रुल्स मैनुवल्स डिपार्टमेंट में बिठाकर कह दिया गया कि किसी भी टापिक …

योगी पर रासुका लगाने वाला आईपीएस सस्पेंड, वो इंटरव्यू पढ़ें जिसके चलते हुई कार्रवाई

लखनऊ : 1992 बैच के आईपीएस जसवीर सिंह को सस्पेंड किए जाने की खबर आ रही है. योगी सरकार ने इस आईपीएस को गुपचुप तरीके से सस्पेंड किया. आईपीएस जसवीर सिंह इन दिनों एडीजी रैंक के अफसर हैं और रूल्स मैनुअल में तैनात हैं. जसवीर सिंह को सस्पेंड किए जाने के पीछे जो वजह चर्चा …

थानेदार से लेकर पत्रकार तक को नापने वाले आईपीएस वैभव कृष्ण को सुनिए, देखें वीडियो

आइए नोएडा के एसएसपी वैभव कृष्ण की जुबानी सुनते हैं नोएडा के उस चर्चित केस के बारे में जिसमें थानेदार से लेकर पत्रकार तक नप गए हैं. उससे पहले थोड़ा सा डिटेल वैभव कृष्ण के जीवन और करियर के बारे में बता रहे हैं भड़ास एडिटर यशवंत सिंह.

जिस कुख्यात आईपीएस अफसर को जेल भेजना था, उसे कांग्रेसी सीएम दिल दे बैठा!

Rama Shankar Singh : सत्ता के चरित्र को बदल कर अच्छा जनोन्मुखी और कुशल राजकाज चलाना वास्तविक शिक्षा, गहन अध्धयन, ईमानदारी, अनुभव और विचार की प्रतिबद्धता से आता है। जनअंसतोष पर चढ कर चुनाव जीतना आसान काम है। जिस पुलिस अफसर को आज जेल भेजने का इंतज़ाम कर लेना चाहिये था वह पहले से बेहतर …

रवीश ने पूछा- पुलिस अफ़सर जब अपने IPS साथी के प्रति ईमानदार न हो सके तो इंस्पेक्टर के हत्यारों को पकड़ने में ईमानदारी बरतेंगे?

Ravish Kumar इंस्पेक्टर सुबोध कुमार सिंह को नफ़रत से प्रोग्राम्ड रोबो-रिपब्लिक ने मारा है… कल यूपी पुलिस के जवानों और अफसरों के घर क्या खाना बना होगा? मुझे नहीं मालूम। इंस्पेक्टर सुबोध कुमार सिंह की तस्वीर उन्हें झकझोरती ही होगी। नौकरी की निर्ममता ने भले ही पुलिस बल को ज़िंदगी और मौत से उदासीन बना …

इंस्पेक्टर हत्याकांड : एडीजी की ये दो तस्वीरें कुछ सवालों के साथ हो रहीं वायरल, देखें

Sheetal P Singh : ADG साहिब आपके कांधे पर जिस अपराइट ऑफिसर का मृत शरीर है उसकी और उस जैसों की अर्थी उस दिन से तैयार होना शुरू हुई थीं जिस दिन आप संविधान को धता बताकर सरकारी खर्चे पर कांवड़ियों के ऊपर हेलीकॉप्टर से पुष्प वर्षा कर रहे थे! पुलिस का इकबाल खत्म करने …

निपट गया बाड़मेर का पत्रकार विरोधी एसपी मनीष अग्रवाल!

निर्वाचन आयोग की बाड़मेर एसपी पर गिरी गाज, राहुल बारहठ होंगे बाड़मेर के नए एसपी अशोक दईया / बाड़मेर निर्वाचन आयोग ने लेटर जारी करते हुए बाड़मेर एसपी मनीष अग्रवाल को एपीओ कर दिया और उनकी जगह बीकानेर एसपी राहुल बारहठ को बाड़मेर का कार्यभार सौंपा गया है।

जागो IPS जागो, खाकी को ख़ाक में मत मिलाओ!

आईपीएस अफसरों जागो, खाकी को ख़ाक में मत मिलाओ, पुलिस की साख दांव पर मत लगाओ। खाकी वर्दी पर आंच आए तो सबक सिखाना ज़रूरी है। आईपीएस अगर ईमानदार हो तो ईमानदार नजर आना ज़रूरी है। सत्ता के लठैत बन अपने निजी स्वार्थ के लिए पुलिस बल का मनोबल मत गिराओ। पुलिस का मनोबल गिरेगा …

बाड़मेर का एसपी मनीष अग्रवाल तो मीडिया और पत्रकारों का दुश्मन है!

मनीष अग्रवाल को पद से हटाने के लिए पत्रकारों ने शुरू किया अभियान… राजस्थान के बाड़मेर जिले का पुलिस अधीक्षक मनीष अग्रवाल दरअसल मीडिया और पत्रकारों का दुश्मन है. इसने अपने कार्यकाल में दो पत्रकारों के उपर पुलिसिया जुल्म ढाया. अभी हाल में ही आरपीएससी द्वितीय श्रेणी परीक्षा 2018 के हिन्दी विषय का पेपर सोशल …

योगी राज में कप्तान साहब जयकारा लगवा रहे- ‘बोलबम’! देखें वीडियो

यूपी के जिला अंबेडकर नगर के कस्बा टांडा में कावड़ यात्रा के दौरान फील्ड में उतरे पुलिस अधीक्षक संतोष कुमार मिश्रा ने तेज आवाज में कहा- ”थोड़ा जयकारा लगवाओ बोलबम…”.

IPS Ajay Pal Sharma का ये वीडियो भड़ास के यूट्यूब चैनल पर बना नंबर वन, 32 लाख बार देखा गया

Yashwant Singh : जैसे आदमी को कुछ पता नहीं होता कि उसकी तकदीर, भाग्य, नियति में क्या लिखा-छिपा है… वैसे ही यूट्यूब पर चैनल चलाने वालों को पता नहीं होता कि व्यूवर किस वीडियो को सिर माथे पर लेकर उसे सरताज बना देगा और किन अच्छे खासे वीडियोज को ठुकरा कर किनारे लगा देगा…भड़ास के …

SSP नोएडा ने थ्रीव्हीलर और प्राइवेट कार पर बैठ यूं किया अपनी पुलिस का टेस्ट, देखें वीडियो

कुछ को सजा तो कुछ को दिया इनाम… गौतबुद्धगर उर्फ नोएडा के SSP डॉ. अजय पाल शर्मा ने सुरक्षा का रिएलिटी चेक किया. वे देर रात सादे ड्रेस में आम आदमी की तरह सड़क पर निकले. इसके लिए उन्होंने आटो से यात्राएं की. परी चौक से एक थ्रीव्हीलर में बैठकर जायजा लिया. बाद में वे …

तो ओपी सिंह को डीजीपी बनाने में योगी सरकार को ये दिक्कत महसूस हो रही है….

अजय कुमार, लखनऊ

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जनहित के तमाम फैसले तो धड़ाधड़ ले रहे हैं, लेकिन जमीन पर यह फैसले उम्मीद के अनुसार फलीभूत होते नहीं दिख रहे हैं, जिसका गलत मैसेज जनता के बीच जा रहा है, तो विपक्ष को सरकार पर हमलावर होने का मौका मिल रहा है। सवाल यह उठ रहा है कि चूक कहां हो रही है?  क्या सरकारी मशीनरी योगी सरकार के मंसूबों पर पानी नहीं फेर रही है ? योगी की बार-बार की डांट-डपट के बाद भी नौकरशाही के कानों पर जूं क्यों नहीं रेंग रही है ? चर्चा यह भी है कि ब्यूरोक्रेसी के दिलो-दिमाग में यह बात घर कर गई है कि यूपी की सरकार पीएमओ से चल रही है ? सरकार के गठन के समय प्रमुख और मुख्य सचिव से लेकर अब पुलिस महानिदेशक की नियुक्ति तक में जिस तरह की फजीहत योगी सरकार की हो रही है, उससे ब्यूरोक्रेसी के बीच यही मैसेज गया है कि यूपी में सभी प्रमुख पदों पर नौकरशाही की नियुक्ति में योगी नहीं, केन्द्र की मोदी सरकार की चल रही है. वह महत्वपूर्ण पदों पर अपने हिसाब से अपने पसंद के अधिकारियों का बैठा रहा है, ताकि केन्द्रीय योजनाओं को पीएम की इच्छा के अनुरूप लागू किया जा सके. 2019 के लोकसभा चुनावों को देखते हुए ऐसा आवश्यक भी बताया जा रहा है.

इस लड़की के सवाल ने आईपीएस द्वारा नारी सुरक्षा पर दिए भाषण की निकाल दी हवा, देखें वीडियो

उत्तर प्रदेश पुलिस द्वारा आजकल नारी सुरक्षा सप्ताह का आयोजन किया  जा रहा है. इसी क्रम में आगरा पुलिस भी शहर भर के कॉलेज व स्कूल में जागरूकता कार्यक्रम करा रही है. आगरा के बीडी जैन गर्ल इंटर कॉलेज में नारी जागरूकता कार्यक्रम में एसएसपी अमित पाठक ने छात्राओं को सुरक्षा और अपराध के बारे में कई सारी जानकारियां दी. पर बाद में एक लड़की ने नारी सुरक्षा को लेकर कुछ ऐसे सवाल मीडिया के सामने दागे जिससे पूरे आयोजन और भाषण की सार्थकता पर सवाल उठ गया.

आईपीएस अफसरों पर मुकदमों की सूचना गृह मंत्रालय में नहीं है!

गृह मंत्रालय के पास आईपीएस अफसरों पर आपराधिक मुकदमों की सूचना नहीं है. यह तथ्य आईपीएस अफसरों के मामलों को देखने वाली गृह मंत्रालय की पुलिस डिवीज़न-एक द्वारा आरटीआई एक्टिविस्ट डॉ नूतन ठाकुर को आईपीएस अफसरों पर दर्ज आपराधिक मुकदमों की सूचना मांगे जाने पर बताया गया है. जहाँ गृह मंत्रालय ने यह प्रार्थनापत्र नेशनल क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो को अपने स्तर से उचित उत्तर देने हेतु भेजा है, वहीँ उसने यह भी स्वीकार किया है कि आईपीएस अफसरों पर दर्ज होने वाले आपराधिक मुकदमों की सूचना की पत्रावली उसके द्वारा नहीं रखी जाती है. नूतन ने अनुसार आईपीएस अफसरों के कैडर नियंत्रण संस्था होने के बाद भी गृह मंत्रालय के पास यह बुनियादी सूचना उपलब्ध नहीं होना उनकी लापरवाही को दर्शाता है.

अलीगढ़ के एसएसपी राजेश पांडेय की इस संवेदनशीलता को आप भी सलाम कहेंगे

आमतौर पर पुलिस महकमे से जुड़े लोगों को रुखा-सूखा और कठोर भाव-भंगिमाओं वाला आदमी माना जाता है. लेकिन इन्हीं के बीच बहुतेरे ऐसे शख्स पाए जाते हैं जिनके भीतर न सिर्फ भरपूर संवेदनशीलता होती है बल्कि वे अपने समय के साहित्य से लेकर कला और जनसरोकारों से बेहद नजदीक से जुड़े होते हैं.

भ्रष्ट और चापलूस अफसरों ने सीएम योगी के हाथों आईएएस एनपी सिंह और आईपीएस सुभाष चंद्र दुबे के करियर का कत्ल करा दिया!

सुभाष चंद्र दुबे तो लगता है जैसे अपनी किस्मत में लिखाकर आए हैं कि वे सस्पेंड ज्यादा रहेंगे, पोस्टेड कम. सुल्तानपुर के एक साधारण किसान परिवार के तेजस्वीय युवक सुभाष चंद्र दुबे जब आईपीएस अफसर बने तो उनने समाज और जनता के हित में काम करने की कसम ली. समझदार किस्म के आईपीएस तो कसमें वादे प्यार वफा को हवा में उड़ाकर बस सत्ता संरक्षण का पाठ पढ़ लेते हैं और दनादन तरक्की प्रमोशन पोस्टिंग पाते रहते हैं. पर सुभाष दुबे ने कसम दिल से खाई थी और इसे निभाने के लिए अड़े रहे तो नतीजा उनके सामने है. वह अखिलेश राज में बेईमान अफसरों और भ्रष्ट सत्ताधारी नेताओं की साजिशों के शिकार होते रहे, बिना गल्ती सस्पेंड होते रहे.

चर्चित और जनपक्षधर आईपीएस सुभाष चंद्र दुबे का गाजीपुर में जन सम्मान कल

यूपी के गाजीपुर जिले के पुलिस कप्तान और चर्चित आईपीएस अधिकारी सुभाष चंद्र दुबे का जन सम्मान कल (27 अप्रैल 2017) को गाजीपुर शहर स्थित जिला पंचायत सभागार में सुबह ग्यारह बजे से किया जाएगा. भड़ास4मीडिया के सौजन्य से आयोजित इस कार्यक्रम में जिले भर के आम जन के प्रतिनिधि और विभिन्न संगठनों के गणमान्य लोग शिरकत करेंगे. कार्यक्रम में मुख्य वक्ता भड़ास4मीडिया के एडिटर यशवंत सिंह होंगे. कार्यक्रम में प्रवेश नि:शुल्क रहेगा और कोई भी व्यक्ति शामिल होकर अपनी बात रख सकेगा.

आईएएस एनपी सिंह और आईपीएस सुभाष चंद्र दुबे, ये दो अफसर क्यों हैं तारीफ के काबिल, बता रहे यशवंत

Yashwant Singh : इधर बीच 2 अफसरों से मिलना हुआ। एक आईएएस और दूसरे आईपीएस। क्या कमाल के लोग हैं दोनों। इनसे मिल कर ये तो संतोष हुआ कि ईमानदारी और दबंगई की जुगलबन्दी के जो कुछ स्पार्क शेष हैं इस महाभ्रष्ट सिस्टम में, वे ही जनाकांक्षाओं में उम्मीद की लौ जलाए हुए हैं। इन दोनों अफसरों के बारे में थोड़ा-सा बताना चाहूंगा। इनके नाम हैं- आईएएस एनपी सिंह और आईपीएस सुभाष चंद्र दुबे। एक नोएडा के डीएम, दूजे गाजीपुर के पुलिस कप्तान।

NP Singh

आईपीएस हिमांशु के निलंबन के बाद बोले अमिताभ ठाकुर- ‘सरकारी कर्मी को मिले घटनाक्रम पर टिप्पणी का अधिकार’

आईपीएस अफसर हिमांशु कुमार के निलंबन से उठ रहे हंगामे के बीच आईपीएस अफसर अमिताभ ठाकुर ने अपने फेसबुक पर लिखा कि उनका व्यक्तिगत मत है कि बदलते समय में सरकारी कर्मी को भी विभिन्न विषयों और घटनाचक्र पर अपना मंतव्य देने का अधिकार मिलना चाहिए, जब तक वह मंतव्य देश की सुरक्षा, संरक्षा आदि से न जुड़ा हो अथवा अपने शासकीय पद की गोपनीयता भंग कर नहीं दिया जा रहा हो.  अमिताभ के अनुसार किसी स्तर पर किसी प्रकार के भ्रष्टाचार, सामान्य घटनाक्रम आदि पर सरकारी कर्मी को टिप्पणी करने का अधिकार देना पारदर्शिता, बेहतर प्रशासनिक व्यवस्था और अभिव्यक्ति की आज़ादी के हित में है. उन्होंने कहा कि इस पर रोक लगाने विषयक नियम को उन्होंने हाई कोर्ट में चुनौती दी है जो अभी विचाराधीन है.

सीएम योगी ने आईपीएस हिमांशु कुमार को निलंबित कर दिया

यूपी के युवा आईपीएस अधिकारी हिमांशु कुमार को पुलिस विभाग के अंदर की पोल खोलना महंगा पड़ गया. उन्हें मुख्यमंत्री आदित्यनाथ योगी ने निलंबित कर दिया है. कहा जा रहा है कि इस कदम के बाद यूपी को एक नया अमिताभ ठाकुर मिल गया है, हिमांशु कुमार के रूप में, बशर्ते हिमांशु कुमार अपनी लड़ाई पूरे जोश और दम के साथ लड़ सकें. संभव ये भी है कि वे मामले को रफादफा करा कर फिर से बहाल हो सकते हैं. हालांकि हिमांशु ने सस्पेंड होेने के बाद ट्विटर पर लिखा है कि सत्य की जीत होती है. यानि उन्होंने इरादे जता दिए हैं कि वे झुकेंगे नहीं.

पांडे जी पांडे जी… गो माता को कटवाता जी…

Yashwant Singh : पुलिस अफसर अगर इमानदार बन जाएं, सत्ताधारियों की परवाह करना बंद कर दें और अपना दायित्व निभाते हुए काले कारनामे वालों का स्टिंग करना शुरू कर दें तो बस हफ्ते भर में सारी बुराइयां दूर हो जाएंगी… एक आईपीएस अफसर ने एक स्टिंग किया.. नतीजा हुआ, तबादला.. पुरानी लेकिन रोचक कहानी है… …

डीआईजी विजय भूषण ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को ‘मनोरोगी’ बताया!

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र में तैनात डीआईजी विजय भूषण ने एक अजीबोगरीब पोस्ट को साझा किया है जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को ‘मनोरोगी’ बताया गया है. एक बड़े पद पर आसीन पुलिस अफसर द्वारा अपने प्रधानमंत्री पर अभद्र टिप्पणी का यह मामला तूल पकड़ता, उससे पहले ही अफसर ने सफाई दे दी कि सिस्टम जनरेटेड इरर के कारण यह पोस्ट कई ह्वाट्सएप ग्रुपों में गलती से शेयर हो गया.

केंद्र सरकार ने आईपीएस अमिताभ ठाकुर के कैडर परिवर्तन से मना किया

यूपी कैडर आईपीएस अफसर अमिताभ ठाकुर द्वारा मुलयम सिंह धमकी मामले के बाद से उन्हें नौकरी में कई प्रकार से प्रताड़ित किये जाने और कई अत्यंत ताकतवर लोगों द्वारा उन्हें जान को वास्तविक खतरा होने की बात कहते हुए 16 जून 2016 को गृह मंत्रालय, भारत सरकार को अपने कैडर परिवर्तन हेतु प्रेषित अनुरोध को केंद्र सरकार से अस्वीकृत कर दिया है.

यूपी में अब मेरा काम कर पाना संभव नहीं : आईपीएस अमिताभ ठाकुर

यूपी कैडर आईपीएस अफसर अमिताभ ठाकुर ने गृह मंत्रालय, भारत सरकार को दुबारा पत्र लिख कर अपना कैडर यूपी के बाहर किसी अन्य राज्य में किये जाने की मांग की है. अमिताभ ने मुलयम सिंह धमकी मामले के बाद से उन्हें नौकरी में कई प्रकार से प्रताड़ित किये जाने और कई अत्यंत ताकतवर लोगों द्वारा …

देवरिया के खरवनिया गांव में क्यों जुटते है बड़े-बड़े आईएएस और आईपीएस अधिकारी?

अफसरों को नतमस्तक करने वाली कौन सी जादू की छड़ी है नन्द लाल जायसवाल और रामजी जायसवाल के पास?  देवरिया 17 नवम्बर : एक तरफ प्रदेश के मुखिया अखिलेश यादव जहां प्रशासनिक अधिकारियों को ईमानदारी और कर्तव्यपरायणता का पाठ पढ़ाने में सदैव आगे रहते है वहीं प्रशासनिक वरिष्ठ अधिकारी मुख्यमंत्री के उक्त आदेश को ठेंगा दिखाने में पीछे नहीं रहते है। वे भूमाफिया और अनेकों आरोपों से घिरे विवादित धन्ना सेठों के यहां पहुंच कर उनका महिमा मंडन करते हैं तथा उपकृत होते है। यहीं नहीं, ये प्रशासनिक अधिकारी जहां आम जनता से बड़ी मुश्किल मिलते हैं वहीं धन कुबेरों के घरों पर जाकर घण्टों बैठकर आनन्दित होते रहते है तथा महफिल सजाते हैं। 

मंत्री यशपाल आर्य के लगातार अनैतिक दबाव बनाने के चलते आईएएस अक्षत गुप्ता की गई जान!

कल रात को खबर आई कि राज्य में तैनात आईएएस अधिकारी श्री अक्षत गुप्ता नहीं रहे. बताया जा रहा है कि दिल का दौरा पड़ने से उनका निधन हो गया. जैसा कि पिछले दिनों से समाचार पत्रों में खबरें आ रही थी कि मंत्री यशपाल आर्य उन्हें बदले जाने को दबाव बना रहे थे तो ये हार्ट अटेक उसी दबाव की परिणति तो नहीं. अक्षत गुप्ता का उदाहरण कोई पहला उदाहरण नहीं है कि उत्तराखंड की सत्ता में रहे बहुत से मंत्रियों ने अपने मन का काम ना होने पर अपने अधिकारो का दुरूपयोग किया है और अधिकारी विशेष को जितना हो सकता था जलील करने के साथ जमकर प्रताड़ित भी किया है. हां बहुत से कार्मिक उस दबाव को काउंसलिंग के चलते झेल गए और जो नहीं झेल पाये वे हार्ट अटेक जैसे हादसों के शिकार हो गए. कई अधिकारियों के पारिवारिक सदस्य उस दबाव का शिकार हुए हैं जो उनके सेवारत पारिवारिक सदस्य झेल रहे होते हैं.

सोशल मीडिया पर वायरल हो गई यूपी के मुख्य सचिव आलोक रंजन की क्रूर कथा

मुख्‍य सचिव आलोक रंजन को हार चाहिए, न मिले तो नकद तीस लाख रुपया दो… चोरी के आरोप में दो महीनों तक अवैध हिरासत में रखा अपने दो घरेलू नौकरों को… इसी सारे मामले से जुड़ी है लखनऊ के एसएसपी के तबादले की इंटरनल स्टोरी….

भाड़ की औकात बता दिया अकेले चने ने, अमिताभ ठाकुर को बधाई….

Braj Bhushan Dubey : भाड़ की औकात बता दिया अकेले चने ने। अमिताभ ठाकुर को बधाई…. मुख्‍यमंत्री जी के पिता पर अपराध दर्ज कराने से लेकर अपराधी, तस्‍कर, रिश्‍वतखोरों के खिलाफ निर्णायक लड़ाई लड़ने वाले अमिताभ ठाकुर सीएम व उनके परिवार का कोप भाजन बन दस माह तक निलम्बित रहे। सत्‍याग्रह, लिखना पढना और उचित …

अमिताभ ठाकुर आईजी बन कर पूरी ठसक के साथ अपने आफिस में बैठे हैं

लखनऊ : मुजफ्फरनगर दंगे के दौरान केवल सात दिन की तैनाती पाये वरिष्‍ठ पुलिस अधीक्षक सुभाष चंद्र दुबे को दंगा न सम्‍भाल पाने को लेकर शासन ने दोषी ठहराया। दुबे को इस आरोप में मुजफ्फरनगर से हटाकर लखनऊ में पुलिस महानिदेशक कार्यालय में सम्‍बद्ध कर दिया गया और इसके 15 दिन बाद उन्‍हें निलम्बित भी …

यूपी में आईपीएस अफसर ने सिपाही को दी गालियां और सरेआम पीटा (सुनें टेप)

लख़नऊ में तैनात आईपीएस अभिषेक सिंह द्वारा अम्बेडकरनगर के एक सिपाही वसीम हाशमी को कल पीटा गया था. आईपीएस अभिषेक के बाबा की बोलेरो के टक्कर से मौत हो गई थी. यह बोलेरो अम्बेडकरनगर में तैनात सिपाही वसीम हाशमी के रिश्तेदार की थी. आईपीएस द्वारा सिपाही को दी गई धमकी की वॉयस रिकॉर्डिंग सुनिए. नीचे दिए लिंक पर क्लिक करिए…

https://www.youtube.com/watch?v=KSij2ss6PXQ

अमर उजाला पर विज्ञापन न मिलने से डीजीपी के खिलाफ खबर छापने का आरोप

अमर उजाला को विज्ञापन न देने पर डीजीपी के खिलाफ 31 जनवरी और 1 फरवरी को प्रकाशित खबरों के मामले ने तूल पकड लिया है। पुलिस अधिकारियों ने अमर उजाला न पढ़ने की चेतावनी जारी कर दी है। साथ ही अमर उजाला के विज्ञापन कर्मी के खिलाफ नगर कोतवाली देहरादून में मुकदमा दर्ज कर लिया है। सूत्रों की मानें तो अब अमर उजाला के पदाधिकारी मुख्यमंत्री हरीश रावत से मिलकर मामले में समझौता कराने के प्रयास में लगे हैं।

वीमन हेल्पलाइन के बड़े दरोगा नवनीत सिकेरा को पत्रकार कुमार सौवीर ने दिखाया आइना

Kumar Sauvir : 1090 यानी वीमन हेल्प लाइन के बड़े दरोगा हैं नवनीत सिकेरा। अपराध और शोहदागिरी की राजधानी बनते जा रहे लखनऊ में परसो अपना जीवन फांसी के फंदे पर लटका चुकी बलरामपुर की बीडीएस छात्रा की मौत पर सिकेरा ने एक प्रेस-विज्ञप्ति अपनी वाल पर चस्पा किया है। सिकेरा ने निरमा से धुले अपने शब्द उड़ेलते हुए उस हादसे से अपना पल्लू झाड़ने की पूरी कवायद की है। लेकिन ऐसा करते हुए सिकेरा ने भले ही खुद को पाक-साफ़ करार दे दिया हो, लेकिन इस पूरे दर्दनाक हादसे की कालिख को प्रदेश सरकार और पूरे पुलिस विभाग के चेहरे पर पोत दिया है।

भारत सरकार ने कोर्ट में कहा- अगर अफसरों को मौलिक अधिकार चाहिए तो पहले इस्तीफा दें

इलाहाबाद हाई कोर्ट के लखनऊ बेंच में आईपीएस अधिकारी अमिताभ ठाकुर द्वारा आईएएस, आईपीएस अफसरों द्वारा सरकारी कार्य और नीतियों की आलोचना पर लगे प्रतिबन्ध को ख़त्म करने हेतु दायर याचिका में भारत सरकार ने कहा है कि यह रोक लोक शांति बनाए रखने के लिए लगाई गयी है. राजीव जैन, उपसचिव, डीओपीटी द्वारा दायर हलफनामे के अनुसार प्रत्येक सेवा संविदा में कुछ मौलिक अधिकारों का हनन होता है.

आईपीएस सिकेरा से पत्रिका के संपादक महेंद्र ने माफीनामा छापने का वादा किया (सुनें टेप)

Navniet Sekera : भगवान से भी तेज UP.Patrika.com … अभी अभी एक नयी जानकारी आई है , कि उपरोक्त न्यूज़ दिनाँक Patrika news network Posted: 2015-12-25 17:07:54 IST से स्पष्ट है कि यह न्यूज़ 25 दिसंबर को शाम को 5 बजकर 7 मिनट 54 वें सेकंड में अपलोड की गयी…

कैट ने दिया फैसला, ब्यूरोक्रेट्स की अभिव्यक्ति की आज़ादी पर प्रतिबन्ध आवश्यक

एक महत्वपूर्ण फैसले में केन्द्रीय प्रशासनिक अधिकरण (कैट) की लखनऊ बेंच ने आज आईपीएस अधिकारी अमिताभ ठाकुर द्वारा आईएएस, आईपीएस अधिकारियों के किसी भी सरकारी कार्य की आलोचना करने पर लगे प्रतिबन्ध को समाप्त किये जाने हेतु दायर याचिका को ख़ारिज कर दिया. नवनीत कुमार और ओपीएस मालिक की बेंच ने कहा कि राज्य के कर्मचारियों के लिए अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता पर कुछ अपरिहार्य प्रतिबन्ध आवश्यक हैं और चूँकि अखिल भारतीय सेवा के अफसर सरकार में उच्च पदों पर तैनात रहते हैं, अतः उन पर यह प्रतिबन्ध और भी कड़ा होना चाहिए. उन्होंने कहा अनुशासन और नियंत्रित गवर्नेंस के लिए ये प्रतिबंध आवश्यक हैं.

संजीव भट्ट को सेक्स वीडियो पर नोटिस निजता के अधिकार का हनन – IPS अमिताभ

निलंबित आईपीएस अफसर अमिताभ ठाकुर ने आज गुजरात के अतिरिक्त मुख्य सचिव (गृह) पी के तनेजा को पत्र लिख कर निलंबित आईपीएस अफसर संजीव भट्ट को कथित सेक्स-वीडियो के लिए नोटिस दिए जाने पर आपत्ति दर्ज कराई है.

राजनेताओं ने बनाया पुलिस को लुटेरों का गिरोह: अमिताभ

लखनऊ : निलंबित आईपीएस अफसर अमिताभ ठाकुर ने कल यूपी के माध्यमिक शिक्षा राज्य मंत्री विजय बहादुर पाल द्वारा कन्नौज जिले के थाना इंदरगढ़ में एक कार्यक्रम में पुलिस को सरकारी लाइसेंस प्राप्त लुटेरा और लुटेरों का संगठित समूह कहे जाने पर ऐतराज़ जताते हुए कहा है कि आज पुलिस तंत्र की यह दशा राजनैतिक दवाब के कारण बन गयी है. 

रामगोपाल यादव बोले- आईएएस सूर्य प्रताप सिंह के दिमाग का स्क्रू ढीला!

Yashwant Singh : मुलायम ने आईपीएस Amitabh Thakur को सीधे फोन कर हड़काया तो रामगोपाल ने आईएएस Surya Pratap Singh के दिमाग का स्क्रू ढीला बताया. रामगोपाल ने सूर्य प्रताप सिंह के बारे में शर्मनाक बयान मीडिया के सामने दिया है, ऐसा यह वीडियो देखकर लगता है.

ठाकुर दम्पति को राजनीति में अपनी किस्मत आज़मानी चाहिए

ह्विसल्ब्लोअर्स, स्वतंत्र या प्रचार के शिकारी किस्म के अधिकारी ? या तीनो ? शीर्षक से एक लेख इंडियन एक्सप्रेस में प्रकाशित हुआ है, जो अमिताभ ठाकुर, उनकी पत्नी नूतन ठाकुर के सम्बन्ध में है और उसे पढ़ने पर यह आभास होता है कि अमिताभ ठाकुर पुलिस अधिकारी कम और समाज सुधारक अधिक हैं। अभी भी कुछ नहीं बिगड़ा है। ठाकुर दम्पति को राजनीति में अपनी किस्मत आज़मानी चाहिए।

चित्र एवं इंटरव्यू इंडियन एक्सप्रेस से साभार

आईपीएस अमिताभ को निलंबन पत्र की प्रति मिली, साथ में 15 बिन्दुओं का आरोप पत्र भी

आईपीएस अमिताभ ठाकुर को निलंबन की प्रति थमा दी गई है, साथ में उन्हें 15 बिन्दुओं वाला एक आरोप पत्र भी दिया गया है। आरोप पत्र में रामपुर में वाल्मीकि बस्ती उजाड़े जाने से रोके जाने में मदद करने, शाहजहांपुर में जगेन्द्र सिंह मामले में उनके गाँव जाने, उत्तराखंड में डीजीपी बी एस सिद्धू की अनियमितता की जांच करने, आज़म खान की भैंस की त्वरित बरामदगी पर टिप्पणी करने, अमेठी में हरा पेड़ काटने की शिकायत करने, लोगों को कम्पनी द्वारा ठगी करने पर बचाने का प्रयास करने जैसी बातें हैं. 

अमिताभ को नेता जी की धमकी पर 4pm की चुप्पी समझ से परे

आदरणीय संजय शर्मा भैया, आपके अख़बार ‘4पीएम’ की बेबाकी निष्पक्षता से परिपूर्ण लेखनी का मैं कायल था मगर मुलायम “नेता जी” के आई पी एस Amitabh Thakur जी के धमकी वाले मामले में आपकी और आपके 4pm अख़बार की चुप्पी ….मेरी समझ से परे है। आज फेसबुक पर आपके अख़बार का लिंक ढूढ़ते ढूढ़ते आँखें पथरा गयीं। खैर उम्मीद करूँगा, किसी चैनल पर अमिताभ ठाकुर वाले मामले में आपको उसी निष्पक्षता और बेबाकी से बहस करता देखूं। 

आईपीएस को धमकाने वाला टेप सुनकर मुलायम के प्रति जो मन में थोड़ी बहुत इज्जत थी, वो भी खत्म हो गई….

Senior IPS officer Amitabh Thakur alleges Mulayam Singh Yadav threatened him on phone

एक समाजवादी पुरोधा का चरम पतन… सुनिए ये टेप जिसमें मुलायम सिंह यादव धमका रहे हैं आईपीएस अधिकारी अमिताभ ठाकुर को… अब तक हम लोग सोचा करते थे कि आखिर यूपी में जंगल राज का असली राज क्या है.. पर अब पता चला कि जब मुखिया ही एक आईपीएस को ऐसे सीधे धमका सकता है तो उनके चेले चमचे क्या करते होंगे… यही कारण है कि पूरे यूपी में आग लगी हुई है… बजाय आग बुझाने के, मुलायम सिंह यादव अब उन्हें धमका रहे हैं जो जनहित में सक्रिय रहते हुए सरकार की जनविरोधी नीतियों का पर्दाफाश कर रहे हैं…

ये है वो टेप जिसमें मुलायम एक आईपीएस अफसर को ‘सुधर जाने’ की धमकी दे रहे हैं… (सुनें)

उत्तर प्रदेश में जंगलराज का आलम ये है कि अब खुद नेताजी यानि मुलायम सिंह यादव एक आईपीएस अफसर को धमका रहे हैं. अखिलेश यादव भले मुख्यमंत्री हों उत्तर प्रदेश के लेकिन असली राजा तो मुलायम सिंह यादव ही हैं. उत्तर प्रदेश में भ्रष्टाचार, अनाचार और जंगल राज का जो आलम है, उसमें प्रदेश की जनता पूरी तरह से समाजवादी पार्टी के खिलाफ हो गई है. बजाय जनता के बीच छवि ठीक करने और कानून व्यवस्था सुधारने के, समाजवादी पार्टी के नेता उन एक्टिविस्ट अफसरों को धमका रहे हैं जो शासन की जनविरोधी नीतियों का पर्दाफाश करने में लगे हैं.

मुलायम सिंह ने आईपीएस को कहा- सुधर जाओ, नहीं तो….!

आज 10 जुलाई 2015 को दिन में फोन नंबर 0522-2235477 से मुलायम सिंह यादव का फोन आईपीएस अमिताभ ठाकुर उनके मोबाइल नंबर नंबर 094155-34526 पर आया. वक्त था शाम चार बजकर 43 मिनट. कुल दो मिनट 10 सेकेंड बात हई. पूरी बातचीत का ट्रांसक्रिप्ट इस प्रकार है…

मुलायम सिंह यादव ने फोन कर आईपीएस अमिताभ ठाकुर को धमकाया!

एक बड़ी खबर लखनऊ से आ रही है. वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी अमिताभ ठाकुर का आरोप है कि उन्हें मुलायम सिंह यादव ने फोन कर धमकाया और सुधर जाने की नसीहत दी. अमिताभ ने पूरी धमकी को रिकार्ड कर लिया है और जल्द ही इसे पब्लिक डोमेन में लाने जा रहे हैं.  अमिताभ ठाकुर का कहना है कि उनके पास जो फोन आया तो कहा गया कि मुलायम सिंह यादव बात करेंगे. जब मुलायम सिंह यादव लाइन पर आए तो उन्होंने धमकाना शुरू कर दिया. उन्होंने कहा कि पिछली बार से ज्यादा बुरी गत बनाउंगा. सुधर जाओ. अमिताभ ठाकुर ने इस तरह की धमकी को बेहद अलोकतांत्रिक बताते हुए पूरे मामले को जनता की अदालत में ले जाने का फैसला किया है.

जब आईपीएस अमिताभ ठाकुर को आया एक मंत्री का फोन

अमिताभ ठाकुर : आज जब मुझे फोन पर एक व्यक्ति ने कहा कि आपसे यूपी के बेसिक शिक्षा मंत्री श्री राम गोविन्द चौधरी बात करना चाहते हैं तो मैं काफी अचंभित और कुछ परेशान हुआ क्योंकि अपने परिवर्तित स्वरुप और सामाजिक अवतार में अब मुझे सत्तानशीं किसी भी व्यक्ति का फोन नहीं आता है, चाहे वह नेता हों, अधिकारी हों या सत्ता के गलियारे का कोई अन्य शख्स. 

जलाए गए पत्रकार जगेन्द्र सिंह की मौत के साक्ष्य देंगे अमिताभ ठाकुर

आईपीएस अफसर अमिताभ ठाकुर ने शाहजहाँपुर निवासी सोशल मीडिया पत्रकार जगेन्द्र सिंह की मौत के बाद दर्ज किये गए एफआईआर को देर से उठाया गया कदम बताया है और इस बात पर कष्ट व्यक्त किया है कि जगेन्द्र के जीते जी उनका मुक़दमा दर्ज नहीं हुआ.

सुरक्षा न मिलने पर आईपीएस अमिताभ ठाकुर पहुंचे हाईकोर्ट

लखनऊ : डीएम की अध्यक्षता वाली जनपदीय सुरक्षा समिति ने आईपीएस अफसर अमिताभ ठाकुर और सामाजिक कार्यकर्ता डॉ. नूतन ठाकुर को सुरक्षा दिए जाने से इनकार कर दिया है। दोनों ने समिति के इस निर्णय को इलाहाबाद हाई कोर्ट की लखनऊ बेंच में चुनौती दी है।

आईपीएस अमिताभ ठाकुर की मुख्यमंत्री से गुहार, मिलने का समय मांगा

आये दिन लगे रहे मुकदमों से आजिज आईपीएस अफसर अमिताभ ठाकुर ने उनकी पत्नी सामाजिक कार्यकर्ता डॉ नूतन ठाकुर द्वारा खनन मंत्री गायत्री प्रसाद प्रजापति के खिलाफ अवैध खनन के परिवाद के बाद लगातार उनको प्रताड़ित करने और फर्जी मुकदमे में फंसाए जाने का आरोप लगाते हुए मुख्यमंत्री अखिलेश यादव से अपने प्राणों की रक्षा की गुहार लगाई है.

कंटेम्प्ट ऑफ़ कोर्ट एक्ट और सलमान खान जमानत का विरोध

आईपीएस अफसर अमिताभ ठाकुर के नेतृत्व में सामाजिक कार्यकर्ता डॉ नूतन ठाकुर, देवेन्द्र दीक्षित, त्रिपुरेश त्रिपाठी, शरद मिश्रा, राकेश शर्मा, हयात कादरी, संदीप सिंह आदि गाँधी प्रतिमा, हजरतगंज पर क्रिमिनल कंटेम्प्ट ऑफ़ कोर्ट के विरोध में एकत्र हुए.

IAS, IPS ट्रान्सफर पर PIL के लिए IPS अमिताभ ठाकुर ने शासन से अनुमति मांगी

लखनऊ : आईपीएस अफसर अमिताभ ठाकुर ने उत्तर प्रदेश में आईएएस, आईपीएस, पीसीएस और पीपीएस अधिकारियों और थानाध्यक्षों के अल्प अवधि के कार्यकाल में ही अत्यंत तीव्र गति से स्थानांतरण के सम्बन्ध में जनहित याचिका दायर किये जाने के लिए राज्य सरकार से अनुमति मांगी है.

आईपीएस संवर्ग की भद्द पीटती एक रिटायर दरोगा की किताब ‘आईना’

सेवानिवृत्त पुलिस उपनिरीक्षक अशोक कुमार सिंह की पुस्तक ‘आईना’ अगर किसी प्रतिष्ठित प्रकाशन से छपी होती तो बहुत चर्चित हो जाती क्योंकि इसमें उन्होंने आईपीएस संवर्ग को जिस तरीके से आईना दिखाया है, वह विस्फोटक की हद तक सनसनीखेज है। 

Asaram supporters zeroing on an IPS

IPS officer Amitabh Thakur, who is pursuing the murder case of Asaram follower Akhil Kumar Gupta in Muzaffarnagar, seems to have come in the target-zone of Asaram Bapu followers. Sri Thakur got a message on Facebook from a New Delhi swami that Asaram’s followers are eliciting information about him through a lady Police Circle Officer posted in Meerut. The message talked ofmany organizers of these Ashrams being criminal elements.

आईपीएस यशस्वी यादव पर 1.20 करोड़ प्रलोभन के आरोप की जांच की मांग

सामाजिक कार्यकर्ता डॉ नूतन ठाकुर ने एक निजी चैनेल के स्टिंग ऑपरेशन में कानपुर मेडिकल कॉलेज की एसोसियेट प्रोफ़ेसर डॉ आरती लालचंदानी द्वारा पूर्व एसएसपी कानपुर नगर यशस्वी यादव पर उन्हें और 24 निर्दोष घायल मेडिकल छात्रों को अपनी जेब से 5-5 लाख रुपये देने का ऑफर देने के गंभीर आरोपों की जांच कराये जाने की मांग की है.

IPS seeks end of colonial era ‘Guard of honour”

IPS officer Amitabh Thakur has sought end of the ceremonial Guard of honour being given to senior police and administrative officers and political persons. In his letter to Chief Secretary, he said that an IG and senior officers are given guard of honour by 1 SI, 2 Head Constables and 8 constables while others are given such honour by 1 Head constable and 4 constables.

Save us from these IAS officers : IPS Amitabh Thakur

Amitabh Thakur : Save us from these IAS officers… I have realized that a reasonable proportion of IAS officers have become so career oriented that they are willing to make any kind of compromise and keep quite against any wrong-doings, including that of their personal dignity and harassment, solely for their career gains, as was our personal experience once again, when my wife Nutan Thakur raised a sensitive and shocking matter related with a woman IAS officer, she along with her IAS husband, instead of standing for the cause, started pressurizing her to withdraw the complaint immediately, claiming that nothing of that sort has happened, when we have enough reason and facts to say that there was definite truth in the complaint. How will such IAS officers save the dignity of others if they cannot stand for their own cause?  

सपा अध्यक्ष ने दरोगा की जीभ काट लेने की धमकी दी, आईपीएस अमिताभ ने की डीजीपी से जांच की मांग

वाराणसी : सपा सरकार के जमाने में जो न हो जाए, कम ही है. वाराणसी जिले के सिगरा थाने के लल्लापुर चौकी के दारोगा रामसरीख को पहले तो समाजवादी पार्टी के महानगर अध्यक्ष राज कुमार जायसवाल ने फोन पर जीभ काटने की धमकी दी। इसके बाद एसएसपी ने कार्य की लापरवाही बरतने के आरोप में चौकी प्रभारी को लाइनहाजिर कर दिया। इस बीच सोशल मीडिया पर एक रिकॉर्ड आडियो वायरल हो गया। रिकार्ड में सुनाई दे रहा है कि सपा महानगर अध्यक्ष राजकुमार जयसवाल दरोगा की जुबान काटने की धमकी दे रहे हैं। साथ ही कई एसओ के जिला कार्यालय में बैठे होने की  बात कहते हुए बता रहे हैं कि कई दरोगा तुम्हारी शिकायत कर रहे हैं। तुम्हे लाइन में बैठा दूंगा। 

पुलिस विभाग में “लीडरशिप” को कुत्सित प्रयास बताने पर आईपीएस का विरोध

लखनऊ पुलिस लाइन्स के मुख्य आरक्षी बिशन स्वरुप शर्मा ने अपने सेवा-सम्बन्धी मामले में एक शासनादेश की प्रति लगा कर अनुरोध किया कि उन्हें इस बात का अपार दुःख और कष्ट है कि शासनादेश जारी होने के 33 साल बाद भी इसका पूर्ण लाभ पुलिस कर्मचारियों को नहीं दिया गया. पुलिस विभाग के सीनियर अफसरों को श्री शर्मा की यह बात बहुत नागवार लगी कि “उसने विभाग के पुलिस कर्मचारियों की सहानुभूति प्राप्त करने का एक प्रयास किया है” और पुलिस विभाग के कर्मचारियों को लाभ दिलाने की सामूहिक बात लिखित रूप से प्रकट की है.

पीएम-सीएम से आईपीएस अमिताभ की मांग, हाशिमपुरा कांड के पीड़ितों को मिले न्याय

लखनऊ : आईपीएस अफसर अमिताभ ठाकुर ने प्रधान मंत्री नरेन्द्र मोदी और यूपी के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव से हाशिमपुरा के पीड़ितों को न्याय देने के लिए हर संभव कदम उठाने का निवेदन किया है.

रीता बहुगुणा जोशी के घर आगजनी मामले में डीजीपी एके जैन को भी बनाएं मुलजिम : नूतन ठाकुर

सामाजिक कार्यकर्ता डॉ नूतन ठाकुर ने मुख्य सचिव आलोक रंजन से रीता बहुगुणा जोशी के घर पर आगजनी मामले में डीजीपी ए के जैन को भी मुलजिम बनाने की मांग की है. उन्होंने कहा है कि सीबी-सीआईडी द्वारा 28 जुलाई 2014 को गृह विभाग को भेजे पत्र और 361 पृष्ठ के अंतिम प्रगति आख्या  से श्री जैन की आपराधिक संलिप्तता स्पष्ट हो जाती है. उन्होंने कहा कि जब श्री जैन रात 12.30 बजे किरायेदारी के मामले में ठाकुरगंज जा सकते हैं तो उनके जैसे तेजतर्रार अधिकारी के लिए यह संभव नहीं था कि यह घटना उनके संज्ञान में न आई हो. अतः अधीनस्थ पुलिस अफसरों पर कार्यवाही और मुख्य अभियुक्त को बचाने को गलत मानते हुए उन्होंने श्री जैन को अभियुक्त बनाते हुए तत्काल डीजीपी पद से हटाने की मांग की है.

गुजरात दंगों में निष्पक्ष भूमिका निभाने वाले आईपीएस अफसर राहुल शर्मा को अंतत: इस्तीफा देने को मजबूर होना पड़ा

Amitabh Thakur : मैं अपने साथी और बैचमेट राहुल शर्मा (1992 बैच, गुजरात कैडर आईपीएस), जिन्होंने हाल में सेवा से इस्तीफा दे दिया को सलाम करता हूँ. राहुल को आईजी पद पर प्रोमोशन नहीं मिला, उन पर 2 विभागीय जांच थे, उन्हें एक प्रतिकूल एसीआर मिला था पर जिस तरह उन्होंने 2002 गुजरात दंगों में एसपी भावनगर के रूप में पूर्णतया निष्पक्ष और न्यायसंगत भूमिका निभायी थी.

यूपी के डीजी कमलेन्द्र प्रसाद के खिलाफ गवाही देंगे आईजी अमिताभ ठाकुर

आईजी नागरिक सुरक्षा अमिताभ ठाकुर अपने ही डीजी कमलेन्द्र प्रसाद के खिलाफ मशहूर गीतकार संतोष आनंद के बेटे संकल्प आनंद आत्महत्या मामले में पुलिस के सामने गवाही देंगे. उन्होंने आज प्रमुख सचिव गृह और डीजीपी को पत्र लिख कर इस बात से अवगत कराया है. पत्र में उन्होंने यह कहा है कि श्री प्रसाद के साथ पिछले लगभग डेढ़ माह में काम करते हुए उन्होंने उनकी कार्यप्रणाली में वे सभी बातें देखीं जो संकल्प आनंद ने अपने सुसाइड नोट में कहा था.

यूपी के दो आईएएस अफसरों पर कार्मिक मंत्रालय की मेहरबानी

केन्द्रीय सतर्कता आयोग द्वारा सीबीआई जांच के बाद सम्बंधित कार्यालय को भेजे गए अभियोजन स्वीकृति के मामलों में 30 नवम्बर 2014 को 4 माह से अधिक समय तक स्वीकृति नहीं मिलने के जो 22 मामले दर्शाए गए हैं, उनमें 2 उत्तर प्रदेश के हैं. ये दोनों मामले वरिष्ठ आईएएस अफसरों के हैं जो कार्मिक और प्रशिक्षण विभाग, भारत सरकार के सामने लंबित हैं.

भारत की पहली महिला आईपीएस प्रकरण, ‘गूगल’ और खुद के ‘अल्प-ज्ञान’ पर शर्मिंदा हूं

: ‘गूगल’ भी हमारे ‘ज्ञान’ के रहम-ओ-करम पर हंसता-सिसकता है साहब! :

सवाल- भारत की पहली महिला आईपीएस कौन थी?

जबाब- ‘किरन बेदी’…..भारत सहित दुनिया भर में अबतक खिंचा चला आ रहा था…..

‘बिलकुल सही जबाब….’

लेकिन अब इस सवाल का सही जबाब ‘किरन बेदी’ गलत साबित होगा। सही जबाब होगा…मरहूम सुरजीत कौर।

हां, शर्मिंदा हूं मैं….

सच सामने आया : किरण बेदी नहीं, सुरजीत कौर आजाद भारत की पहली महिला आईपीएस अफसर

Sanjaya Kumar Singh : शीशे के घरों से चुनाव लड़ना… भारतीय जनता पार्टी में शामिल होकर पार्टी की ओर से दिल्ली की मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार बनना किरण बेदी के लिए काफी महंगा पड़ा। चुनाव अभी हुए नहीं है फिर भी उनके जीवन की दो प्रमुख कमाई इस चुनाव में खर्च हो गई। पहली कमाई थी इंदिरा गांधी की कार टो करने का श्रेय जो पिछले दिनों बुरी तरह खर्च हो गई। उनकी दूसरी कमाई थी – देश की पहली महिला आईपीएस होने का श्रेय। और अब यह कमाई भी खर्च होती दिखाई दे रही है।

आईपीएस पर रेप का फर्जी आरोप लगाने वाली महिला का पति समाजवादी पार्टी का नेता निकला

: सीबीआई जांच की मांग : मेरे और मेरे पति अमिताभ ठाकुर पर गाज़ियाबाद की एक महिला द्वारा लगाए गए पूर्णतः फर्जी बलात्कार के आरोपों में आज हमें महत्वपूर्ण जानकारी हासिल हुई. यह ज्ञात हुआ कि खुद को गरीब असहाय कहने वाली इस महिला के पति ‘वरिष्ठ’ सपा नेता हैं जो मोहल्ले में काम लायक रसूख और पहचान रखते हैं. इस तथ्य के सामने आने के बाद पूरे केस की वस्तुस्थिति देखते हुए मुझे पूर्ण विश्वास हो गया है कि यह षडयंत्र मंत्री गायत्री प्रसाद प्रजापति द्वारा उनके खिलाफ चल रही जांच में डराने और फंसाने के लिए कराया गया है.

आईपीएस अमिताभ ठाकुर बलात्कारी!

यूपी के भ्रष्ट नेताओं, भ्रष्ट मंत्रियों, भ्रष्ट अफसरों की आंख के किरकिरी बने जनपक्षधर आईपीएस अधिकारी अमिताभ ठाकुर को फंसाने की साजिशें जाने कब से चल रही हैं लेकिन अब इन साजिशों की गुणवत्ता थोड़ी उच्च होने लगी है. इनके मकान में चोरी कराने से लेकर इनकी पोस्टिंग रोकने, ट्रांसफर करते रहने, छुट्टी के आवेदन पर विचार न करने से लेकर हर कदम पर इनके लिए मुश्किलें व चुनौतियां खड़ी करने वाला उत्तर प्रदेश का भ्रष्ट सत्ता-सिस्टम अब इन्हें रेप के आरोपों में फंसाकर डिमोरलाइज करना चाहता है, नष्ट करना चाहता है. यह सब उन दिनों किया जा रहा है कि जिन दिनों अमिताभ ठाकुर और नूतन ठाकुर ने यूपी सरकार के एक भ्रष्ट मंत्री जो खनन का काम देखता है के अवैध खनन के कारनामों का लंबा चौड़ा कच्चा चिट्ठा मय प्रमाण लोकायुक्त को सौंप रखा है और पूरे प्रदेश में इसे लेकर हलचल मची हुई है.

मायावती के दबाव में बनी डीएसपी धीरेन्द्र राय के खिलाफ रिपोर्ट : अमिताभ ठाकुर

आईपीएस अफसर अमिताभ ठाकुर ने आज डीएसपी धीरेन्द्र राय को पत्र भेज कर रिटायर्ड आईपीएस बद्री प्रसाद सिंह द्वारा पूर्व मुख्यमंत्री मायावती के दवाब के कारण उनके खिलाफ रिपोर्ट लिखने के बारे में बताया है. ठाकुर ने कहा है बद्री प्रसाद ने पूर्व डीजी बृजलाल के ऑफिस में स्वयं बताया था कि वे इस मामले में जांच अधिकारी थे. तत्कालीन डीजीपी करमवीर सिंह और प्रमुख सचिव गृह फ़तेह बहादुर सहित सभी पुलिस और गृह विभाग के सभी अफसर चाहते थे कि ठोकिया द्वारा पुलिसकर्मियों की हत्या मामले में धीरेन्द्र राय दण्डित नहीं हों क्योंकि उनकी कोई गलती नहीं थी.

उत्तराखंड डीजीपी की गड़बड़ियों की जांच यूपी के आईपीएस ने कैसे की?

उत्तराखंड के डीजीपी बीएस सिधू द्वारा देहरादून में खरीदे गए एक विवादित वन भूमि की यूपी के आईपीएस अफसर अमिताभ ठाकुर द्वारा अपनी पत्नी सामाजिक कार्यकर्ता डॉ नूतन ठाकुर के साथ वहां जा कर अपनी निजी हैसियत में जांच करना एक आदमी को इतना नागवार लगा कि उन्होंने इसकी वैधानिकता के सम्बन्ध में आरटीआई में कई सूचनाएँ मांग लीं.

डीआईजी गोरखपुर डा. संजीव गुप्ता और एसपी पीलीभीत सोनिया सिंह को जेल भेजा जाए : सुबोध यादव

: मृतक सिपाहियो के परिजनों को 50-50 लाख का मुआवजा मिले : इटावा। उत्तर प्रदेश पुलिस एसोषियेषन के अध्यक्ष सुबोध यादव ने आत्महत्या करने वाले दो पुलिस कर्मियों के परिजनों को 50-50 लाख रूपये मुआवजा व डीआईजी गोरखपुर डा0 संजीव गुप्ता व एसएसपी पीलीभीत सोनिया सिंह के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जेल भेजने की मांग की है। उन्होंने इस सम्बन्ध मे मुख्यमंत्री को पत्र भी भेजा है।

एसपी की पोस्टिंग के लिए 15 लाख देने वाले आईपीएस अधिकारी की जांच हो

सामाजिक कार्यकर्ता डॉ नूतन ठाकुर ने मलाईदार तैनाती की चाहत रखने वाले एक आईपीएस अफसर को ठगों द्वारा 15 लाख रुपये का चूना लगाने पर पैसा वापस कराने के लिए हजरतगंज पुलिस द्वारा किये जा रहे प्रयासों की जांच कराये जाने की मांग की है. उन्होंने कहा कि एक समाचारपत्र में प्रकाशित खबर के अनुसार कुछ महीने पहले इस अफसर की मुलाकात एक कद्दावर नेता के बंगले में एक बिचौलिए से हुई जिनसे उनकी मनचाहे जिले में तैनाती दिलवाने के लिए 25 लाख रुपये में सौदा हुआ और अफसर ने 15 लाख रुपये एडवांस दे दिए.

हिन्दी दैनिक जन माध्यम के मुख्य सम्पादक और पूर्व आईपीएस मंजूर अहमद का फर्जीवाड़ा

: जन माध्यम के तीन संस्करण चलाते हैं मंजूर अहमद : दूसरे की जमीन को अपने गुर्गे के जरिए बेचा, खुद बने गवाह : ताला तोड़कर अपने पुत्र के मकान पर भी कराया कब्जा, पुलिस नहीं कर रही मुकदमा दर्ज : लखनऊ, पटना व मेरठ से प्रकाशित होने वाले हिन्दी दैनिक समाचार पत्र जन माध्यम मुख्य सम्पादक, 1967 बैच के सेवानिवृत्त आई0पी0एस0 अधिकारी एवं लखनऊ के पूर्व मेयर एवं विधायक प्रत्याशी प्रो0 मंजूर अहमद पर अपने गुर्गे के जरिए दूसरे की जमीन को बेचने व खुद गवाह बनने का सनसनीखेज मामला प्रकाश में आया है। प्रो0 मंजूर अहमद के इस फर्जीवाड़े का खुलासा खुद उनके पुत्र जमाल अहमद ने किया।

बिहार कैडर के आईपीएस अमिताभ दास के समर्थन में मुखर हुए यूपी कैडर के आईपीएस अमिताभ ठाकुर

To,
Hon’ble Justice Bilal Nazki,
Chairman,
Bihar Human Rights Commission,
Patna

Subject- Regarding certain report about Sri Amitabh Kumar Das, IPS currently posted as SP, BHRC, Patna

Respected Sir,

गिरिराज सिंह को रणवीर सेना का संरक्षक बताने वाले आईपीएस अमिताभ दास बोले- ”मैं किसी कार्यवाई से डरने वाला नहीं”

Vinayak Vijeta : हाल ही में केन्द्र में राज्य मंत्री बनाए गए भाजपा नेता व सांसद गिरिराज सिंह को रणवीर सेना का समर्थक और संपोषक करार देने वाले राज्य मानवाधिकार आयोग के एसपी अमिताभ कुमार दास पर विभागीय कार्यवाई तय है। सूत्रों के अनुसार आज यानी बुधवार को आयोग में होने वाली बैठक के बाद आयोग के अध्यक्ष बिलाल नजकी इस संदर्भ में गृह सचिव को पत्र भेजने वाले हैं। सनद रहे की आयोग माह के हर दूसरे और चौथे बुधवार को अपने अधिकारियों की बैठक आयोजित करता है। इधर आयोग के एसपी अमिताभ कुमार दास ने कहा की वह किसी कार्रवाई से डरने वाले नहीं हैं। कार्रवाई तो गिरिराज सिंह के खिलाफ होनी चाहिए जिन्होंने प्रतिबंधित रणवीर सेना के संस्थापक अध्यक्ष ब्रह्मेश्वर मुखिया को ‘गांधीवादी’ करार दिया था।

यूपी में नौ महीने में 524 आईपीएस के तबादले

भारत सरकार ने 28 जनवरी 2014 को आईपीएस कैडर संशोधन नियम 2014 पारित कर आईपीएस अफसरों की न्यूनतम तैनाती 2 वर्ष तय कर दी लेकिन यूपी में इस नियम का रोजाना उल्लंघन हो रहा है. आरटीआई  कार्यकर्ता डॉ नूतन ठाकुर द्वारा प्राप्त सूचना के अनुसार इस नियम के बनने के बाद 30 जनवरी के अमिताभ ठाकुर के तबादले आदेश से ले कर अब तक लगभग 9 महीने में 86 तबादले आदेश जारी किये जा चुके हैं. इन आदेशों के जरिये कुल 524 आईपीएस अफसरों का तबादला हुआ है. 07 जून के एक आदेश से  52 अफसरों का एक साथ तबादला किया गया था. इन आदेशों में तबादले का कारण नहीं बताया गया है जबकि नियम से यह अपेक्षित है.

नूतन ठाकुर के धरने की सूचना मिलते ही लखनऊ पुलिस ने ताबड़तोड़ कार्यवाही शुरू की

हमारे घर हुई चोरी में भारी पुलिस निष्क्रियता के विरुद्ध मेरे द्वारा डीजीपी कार्यालय के धरने की सूचना मिलते ही पुलिस विभाग यकायक तेजी में आ गया. 15 अक्टूबर की रात हुई इस चोरी के बाद किसी पुलिस वाले ने मामले की सुध नहीं ली थी. घटना के दिन से ही मामले के विवेचक छुट्टी पर चले गए थे. पांच लाख से ऊपर की चोरी होने के बावजूद मामले में एसआर केस दर्ज नहीं किया गया था और एसएसपी लखनऊ सहित किसी भी वरिष्ठ पुलिस अफसर ने नियमानुसार घटनास्थल का निरीक्षण नहीं किया था.

यूपी में जंगलराज, यूपी में ‘चोरों’ की सरकार : अब आईपीएस भी सुरक्षित नहीं, अमिताभ ठाकुर के घर भीषण चोरी

उत्तर प्रदेश में जंगलराज का आलम ये हो गया है कि अब जनता तो जनता, अफसर तक सुरक्षित नहीं हैं. वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी अमिताभ ठाकुर आज सुबह जब गाजियाबाद से लखनऊ लौटे तो पता चला कि उनके घर में भीषण चोरी हो चुकी है. गोमती नगर स्थित उनके घर में चोरी की ये घटना कोई सामान्य नहीं है. जहां पर अमिताभ ठाकुर का घर है, वहां ढेर सारे पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों का घर है. मतलब वीआईपी इलाका है. इस इलाके में घुसने और चोरी करने की हिम्मत कोई सामान्य चोर कर ही नहीं सकता.

IPS officer Amitabh Thakur

आईपीएस अधिकारी अमिताभ ठाकुर ने यूपी पुलिस के भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ रहे नफीस खान को सलाम कहा

Amitabh Thakur : नफीस खान को सलाम!.. यह पत्र मैंने अमेठी निवासी नफीस खान की सूचना के आधार पर आईजी ज़ोन लखनऊ को लिखा है. आपकी दृष्टि चाहूँगा, यह एक गंभीर प्रकरण है. इस देश को हज़ारों नफीस खान की जरूरत है…

भ्रष्टाचारी के यार हजार, सदाचारी अकेले खाए मार… (संदर्भ- डीजीपी सिद्धू, आईपीएस अमिताभ और देहरादून पत्रकार प्रकरण)

Yashwant Singh : पत्रकार अगर भ्रष्ट नेताओं और अफसरों की पैरवी न करें तो भला कैसे जूठन पाएंगे… मार्केट इकानामी ने मोरल वैल्यूज को धो-पोंछ-चाट कर रुपय्या को ही बप्पा मय्या बना डाला तो हर कोई नीति-नियम-नैतिकता छोड़कर दोनों हाथ से इसे उलीचने में जुटा है.. नेता, अफसर, कर्मचारी से लेकर अब तो जज तक रुपये की बहती गंगा में हाथ धो रहे हैं.. पैसे ले देकर पोस्टिंग होती है, पैसे ले देकर गलत सही काम किए कराए जाते हैं और पैसे ले देकर मुकदमें और फैसले लिखे किए जाते हैं, पैसे ले देकर गड़बड़झाले-घोटाले दबा दिए जाते हैं… इस ‘अखिल भारतीय पैसा परिघटना’ से पत्रकार दूर कैसे रह सकता है.. और, जब मीडिया मालिक लगभग सारी मलाई चाट जा रहे हों तो बेचारे पत्रकार तो जूठन पर ही जीवन चलाएंगे न…

यूपी सरकार द्वारा अमिताभ ठाकुर को सामाजिक संस्था से सम्बद्ध होने से मनाही

अपने किस्म के एक अनूठे आदेश में उत्तर प्रदेश सरकार ने एक आईपीएस अफसर अमिताभ ठाकुर को एक सामाजिक संस्था से सम्बद्ध होने और उसकी गतिविधियों में भाग लेने से मना कर दिया है. प्रमुख सचिव गृह नीरज कुमार गुप्ता द्वारा दिए गए आदेश दिनांक 11 अगस्त 2014 के अनुसार अमिताभ ठाकुर को उक्त संस्था से सम्बद्ध होने की अनुमति प्रदान करने का औचित्य नहीं पाया गया.

इस IPS ने गर्लफ्रेंड का साथ ना छोड़ा, दो करोड़ दहेज से मुंह फेर लिया

Amitabh Thakur एक युवा आईपीएस अफसर की सोच ने हम सबका दिल जीत लिया : पिछले दिनों मेरी मुलाकात एक नए, अविवाहित आईपीएस अधिकारी से हुई. बातचीत के क्रम में उनसे पूछ बैठा- ‘शादी हो गयी?’ उत्तर मिला- ‘नहीं, अभी नहीं’. मैं यूँ ही आगे बढ़ा- ‘क्यों, कब तक शादी होनी है?’. उनका जवाब- ‘अभी …