उत्तर प्रदेश श्रमजीवी पत्रकार यूनियन ने शाहजहाँपुर के पत्रकार जगेन्द्र सिंह की हत्या के दोषियों की अविलंम्ब गिरफ़्तारी की मांग करते हुए मृतक के परिजनों को 25 लाख की आर्थिक सहायता की मांग की है । यूनियन अध्यक्ष हसीब सिद्दीकी ने एक बयान जारी कर इस मामले में दर्ज एफआईआर में शामिल आरोपियों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की मांग करते हुए भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए ठोस कदम उठाने को कहा है । आईएफडब्लूजे के सेक्रेटरी (दक्षिण) क़ादरख़ान असदुल्लाह ने बताया कि तमिलनाडु, कर्नाटक, आंध्र प्रदेश एवं अन्य प्रदेशों में हुई शोक सभाओं में पत्रकारों ने घटना पर गुस्सा जताते हुए तुरंत आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।
उन्होंने बताया की श्रमजीवी पत्रकार यूनियन के सक्रिय सदस्य जगेन्द्र सिंह अपनी निर्भीक पत्रकारिता के लिए जिले भर में जाने जाते थे । लखनऊ इकाई के अध्यक्ष सिद्धार्थ कलहंस ने कहा कि मंत्री राममूर्ति वर्मा के खिलाफ खबर लिखने पर जगेन्द्र के खिलाफ पुलिस ने उल्टा मुक़दमा दर्ज कर लिया था। कोतवाल प्रकाश राय ने 1 जून को कई पुलिस वालो के साथ मिल कर जगेन्द्र को जिन्दा जलाने की कोशिश की थी । एक सप्ताह अस्पताल में रहने के बाद उनकी 8 जून को सिविल हॉस्पिटल लखनऊ में मृत्यु हो गई । उन्होंने सरकार से जगेन्द्र के परिवार को आर्थिक सहायता के साथ ही परिवार के एक सदस्य को नौकरी देने की मांग की। मान्यता समिति के अध्यक्ष हेमंत तिवारी ने दिवंगत पत्रकार जगेन्द्र को आर्थिक मदद दिलाने के लिए प्रदेश सरकार को ज्ञापन देने की बात कही।
शाहजहाँपुर श्रमजीवी पत्रकार यूनियन के महामंत्री अमित गुप्ता ने बताया की जिले भर के पत्रकारों के दबाव के बाद इस प्रकरण की FIR दर्ज हुई है, इसके बावजूद पुलिस दोषयों को बचाने में जुटी हुई है । आई एफ डब्लू जे के सोशल मीडिया प्रभारी विश्वदेव राव ने बताया की संगठन से जुड़े सभी पत्रकारों ने इस घटना की निंदा की है। उत्तर प्रदेश प्रेस क्लब के अध्यक्ष रविन्द्र सिंह एवं सचिव जे पी तिवारी ने इस घटना की निंदा करते हुए सरकार से तुरंत कार्रवाई की मांग की है।